पंजाब बाढ़ पीड़ित किसानों को बड़ी राहत, CM भगवंत मान ने दीपावली से पहले मुआवजा देने का किया एलान
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा की और स्पेशल गिरदावरी के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जहां पूरी फसल खराब हुई है वहां एक माह में मुआवजा दिया जाएगा और बाकी किसानों को दीपावली से पहले चेक मिलेंगे। गिरदावरी में 40-45 दिन लगेंगे। खेतों से रेत हटाने के लिए सरकार जेसीबी खरीदेगी।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नरों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक कर बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने इस दौरान स्पेशल गिरदावरी के निर्देश भी दिए। पत्रकारों से बातचीत कहते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कैबिनेट पहले ही फसल के लिए 20,000 रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देने का फैसला कर चुकी है।
उन्होंने कहा कि जहां पर 100 फीसदी फसल खराब हुई हैं, वहां पर तो एक माह के भीतर ही मुआवजा दे दिया जाएगा। बाकी विशेष गिरदावरी होने के उपरांत दीपावली से पहले किसानों को चैक दिया जाएगा। विशेष गिरदावरी को 40 से 45 दिन लग सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, लेकिन इस दौरान न तो मैं चैन से सोऊंगा और न ही किसी अधिकारी को सोने दूंगा। वहीं, मुख्यमंत्री ने बताया कि जिन किसानों के खेतों में रेत और मिट्टी आ गई है, उसे हटाने के लिए सरकार जेसीबी खरीदेगी।
अपने सरकारी आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गिरदावरी के उपरांत किसानों को एक सप्ताह का समय आपत्तियों के लिए भी दिया जाएगा। क्योंकि अक्सर यह देखने को मिलता हैं कि जो प्रभावशाली लोग होते हैं उनके फार्म तो भर जाते हैं लेकिन छोटे किसानों को फार्म नहीं भरे जाते।
इसलिए सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि ऐसी शिकायत आने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बाढ़ को लेकर उन्होंने कहा कि अब केवल घग्गर नदी ही चढ़ी हुई हैं लेकिन उसका नुकसान पंजाब में नहीं है। इसके बावजूद एक लाख बोरी मिट्टी भरकर रखी गई हैं। 2 लाख बोरियों में मिट्टी भरने का काम जारी है। ड्रोन के जरिए सरकार मैपिंग कर रही है। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि सारा मुआवजा दिया जाएगा।
वह मुआवजा राशी बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार के पास भी जा रहे हैं। इस संबंध में 31 अगस्त को पहले ही प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि केंद्र की चालू स्कीमों के तहत घर निर्माण या स्कूलों की मरम्मत करवाई जाएगी। लेकिन हकीकत यह हैं कि इस योजनों के तहत पंजाब के घर आ ही नहीं सकते। क्योंकि इस योजनाओं में जो शर्ते हैं, वह हमारे यहां फिट ही नहीं बैठती। इसी लिए वह प्रधानमंत्री या गृह मंत्री से मिल कर नियमों में छूट की मांग करेंगे।
भाजपा के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ द्वारा हरदीप मुंडियां को नहीं पहचानने के बयान पर कमेंट्स कहते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के प्रधान को मंत्रियों को पहचानना चाहिए। यह उनकी समस्या हैं। प्रधानमंत्री जब गुरदासपुर में आए थे तब कांग्रेस से माइग्रेट होकर भाजपा में गए नेता आगे थे, असली भाजपाई तो पीछे थे।
शिअद प्रधान सुखबीर बादल द्वारा 1 लाख एकड़ के लिए गेहूं के बीज देने को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा, कहीं वह तोता सिंह मार्का बीज न दे दें। क्योंकि तोता सिंह (स्वर्गीय पूर्व कृषि मंत्री) जो बीज दिए थे, उस बीज घोटाले की जांच अभी तक चल रही है। बादल द्वारा किसानों में पैसे बांटने को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा, ज्ञानी हरप्रीत कह रहे हैं कि गोलक का पैसा सुखबीर बादल बांट रहे हैं।
हम भी यहीं कहते थे, जब दरबार साहिब से सभी को लाइव चलाने के अधिकार का बिल विधान सभा में पास किया गया तो यही ज्ञानी हरप्रीत सिंह कह रहे थे कि हम अपना यू-ट्यूब चैनल शुरू कर लेते हैं। अब राजनीति में आ गए तो भाषा बदल गई।
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