आनंदपुर साहिब को जिला बनाने में दुविधा में फंसी पंजाब सरकार, रोपड़ और खरड़ में हो रहा विरोध, आखिर क्यों?
पंजाब सरकार आनंदपुर साहिब को 24वां जिला बनाने पर विचार कर रही है, लेकिन अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है। इस प्रस्ताव का गढ़शंकर, बलाचौर, रोपड़ और खरड़ में विरोध हो रहा है। मंत्री हरजोत बैंस जिले के निर्माण का समर्थन कर रहे हैं, जबकि सरकार मालेरकोटला के अनुभव को देखते हुए सतर्क है। सबकी निगाहें मुख्यमंत्री भगवंत मान के 24 नवंबर के भाषण पर टिकी हैं।

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (फाइल फोटो)
कैलाश नाथ, चंडीगढ़। पंजाब सरकार आनंदपुर साहिब को राज्य का 24वां ज़िला बनाने पर विचार करने के लगभग दो महीने बाद भी अंतिम निर्णय नहीं ले पा रही है। दूसरी तरफ आनंदपुर साहिब को जिला बनाने के मुद्दे को लेकर गढ़शंकर, बलाचौर, रोपड़, खरड़ में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। सबसे ज्यादा विरोध बार एसोसिएशन की ओर से किया जा रहा है।
उच्च स्तरीय सूत्र बताते हैं कि कैबिनेट मंत्री व श्री आनंदपुर साहिब के विधायक हरजोत बैंस आनंदपुर साहिब को जिला बनाने की जोरदार मांग कर रहे हैं। हालांकि, विरोध प्रदर्शनों और मालेरकोटला में मूलभूत ढांचा न देने के लिए हाई कोर्ट की सरकार की आलोचना के बाद, सरकार अभी तक कोई आखिरी फैसला नहीं ले पा रही है। बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार ने मालेरकोटला को 2021 में जिला घोषित किया था।
ब से लेकर अब तक सरकार मालेरकोटला में जिले के मुताबिक मूलभूत ढांचा विकसित नहीं कर पाई है। करीब दो माह पहले श्री आनंदपुर साहिब को जिला बनाने की मांग तब उठी थी जब सरकार ने गुरु तेगबहादुर जी के 350वें शहीदी पर्व को मनाने का फैसला किया। इसी तरह 24 नवंबर को आनंदपुर साहिब में विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है।
पिछले सप्ताह कैबिनेट बैठक में यह फैसला किया गया था कि गुरु के सर्वोच्च बलिदान को याद करके उन्हें श्रद्धांजलि देने के अलावा कोई और काम नहीं होगा। सभी की नजरें 24 नवंबर को मुख्यमंत्री भगवंत मान के विधानसभा सत्र में दिए जाने वाले भाषण पर होंगी कि क्या वह आनंदपुर साहिब को राज्य का 24वां जिला घोषित करते हैं या नहीं। वीरवार को, गढ़शंकर के बार एसोसिएशन, चैंबर आफ कामर्स ने गढ़शंकर को प्रस्तावित श्री आनंदपुर साहिब जिले में शामिल करने के विरोध में एक प्रोटेस्ट मार्च निकाला था।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।