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    Punjab Flood: लुधियाना में दो जगह बाढ़ का खतरा, आज से खुलेंगे स्कूल-कॉलेज

    Updated: Sun, 07 Sep 2025 11:37 PM (IST)

    पंजाब में बाढ़ की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है। सतलुज ब्यास और रावी नदियों में पानी छोड़े जाने से लुधियाना फिरोजपुर फाजिल्का समेत कई जिलों में पानी भरा हुआ है। लोग राहत शिविरों में शरण लेने को मजबूर हैं। घग्गर नदी में बढ़ते जलस्तर से पटियाला संगरूर और मानसा में बाढ़ का खतरा है। सरकार ने सोमवार से स्कूल खोलने का फैसला किया है।

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    Punjab Flood: लुधियाना में दो जगह बाढ़ का खतरा। फोटो जागरण

    जागरण संवाददाता, नंगल (रूपनगर)। राज्य के तीनों बांधों का जलस्तर अब घटने लगा है, लेकिन बांधों से लगातार सतलुज, ब्यास और रावी में पानी छोड़ा जा रहा है। इस कारण राज्य के बाढ़ प्रभावित इलाकों में अब भी पानी जमा है और लोग घरों की छतों या राहत शिविरों में आश्रय लिए हुए हैं।

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    सतलुज में भाखड़ा बांध से छोड़े जा रहे पानी के कारण लुधियाना में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। लुधियाना के गांव ससराली में सतलुज का पानी तटबंध टूटने से खेतों तक पहुंच चुका है वहीं, गांव बूथगढ़ में तटबंध टूटने का खतरा बना हुआ है।

    राज्य के अन्य बाढ़ प्रभावित जिलों फिरोजपुर, फाजिल्का, गुरदासपुर, तरनतारन, अमृतसर, पठानकोट और कपूरथला जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों में कई जगह अब भी चार से पांच फीट पानी है। लोग अब भी घरों की छतों और ऊंचे स्थानों के अलावा राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं।

    दूसरी तरह घग्गर दरिया में लगातार बढ़ते जलस्तर के कारण पटियाला, संगरूर और मानसा में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। इसी बीच राज्य सरकार ने सभी सरकारी और निजी शिक्षण संस्थान सोमवार से खोलने का फैसला लिया है।

    हालांकि बाढ़ प्रभावित जिलों में शिक्षण संस्थान खोलने या नहीं खोलने का फैसला वहां का जिला प्रशासन करेगा। इसी बीच अमृतसर जिला प्रशासन ने सोमवार को शिक्षण संस्थान बंद रखने का फैसला किया है।

    लुधियाना के ससराली में प्रशासन ने लोगों की मदद से तटबंध के 200 मीटर दूर एक किलोमीटर का एक अस्थायी रिंग बांध बनाकर पानी को रोक तो लिया है लेकिन खतरा अभी बरकरार है। इसी तरह बूथगढ़ में प्रशासन तटबंधों को मजबूत करने में जुटा हुआ है।

    फिरोजपुर, फाजिल्का और कपूरथला जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हालात में कुछ खास सुधार नहीं हुआ है। अब भी वहां खेतों में करीब सात से आठ फीट तो सड़कों पर चार से पांच फीट पानी भरा हुआ है।

    इसी तरह जहां पानी कम हुआ है वहां घरों जमा गाद और सिल्ट के कारण वे रहने योग्य नहीं बचे हैं। लोगो घरों से सिल्ट और गाद निकालने में लगे हुए हैं। सरकारी स्कूलों में कल से आएंगे विद्यार्थी शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने घोषणा की है कि राज्य के सभी शैक्षणिक संस्थान सोमवार आठ सितंबर से खोले जाएंगे।

    उन्होंने कहा कि प्राइवेट स्कूल आठ सितंबर से शिक्षकों व विद्यार्थियों के लिए खुल जाएंगे व प्रबंधकों के लिए यह सुनिश्चित करना अनिवार्य होगा कि स्कूल की इमारतें व कक्षाएं पूरी तरह सुरक्षित हों। सरकारी स्कूलों में आठ सितंबर को केवल शिक्षक व स्टाफ उपस्थित रहेंगे, जबकि विद्यार्थियों को नौ सितंबर से बुलाया जाएगा।

    इस दौरान स्कूलों में सफाई का काम एसएमसी, पंचायतों, नगर कौंसिलों व निगमों की मदद से कराया जाएगा। स्कूलों की इमारतों की जांच शिक्षकों द्वारा की जाएगी व यदि कहीं कोई खामी या दिक्कत मिलती है तो उसकी सूचना तुरंत जिला प्रशासन, उपमंडल मजिस्ट्रेट या इंजीनियरिंग विभाग को दी जाएगी।

    एचएसजीपीसी ने की फिरोजपुर जिले को गोद लेने की घोषणा हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एचएसजीपीसी) के प्रधान जगदीश सिंह झींडा ने रविवार को पंजाब में आई बाढ़ को बड़ा संकट बताते हुए घोषणा की कि एचएसजीपीसी बाढ़ प्रभावित फिरोजपुर जिले को गोद लेगी।

    जिले के जो भी परिवार बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, उनकी हर तरह से सहायता की जाएगी। इस संकट की घड़ी में कमेटी पंजाब के साथ खड़ी है। झींडा रविवार को मोगा में आए हुए थे।

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