दिल्ली चलो आंदोलन को लेकर दुविधा में पंजाब के किसान, एक गुट की अपील- न करें दिल्ली कूच
पंजाब के किसान संगठनों के दिल्ली चलो आंदोलन को लेकर दुविधा की स्थिति पैदा हो गई है। आल इंडिया किसान संघर्ष समिति की ओर से अपील की गई है कि किसान दिल्ली के लिए कूच न करें। इससे पंजाब के किसान दुविधा में हैं।
चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब में किसान दिल्ली चलो आंदोलन को लेकर दुविधा में पड़ गए हैं। तीन कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ विभिन्न राज्यों की किसान यूनियनों का दिल्ली चलो आंदोलन विवाद में पड़ता नजर आ रहा है। किसान इसको लेकर दुविधा में हैैं कि किस संगठन की बात मानें। यह दुविधा आल इंडिया किसान संघर्ष समिति के संयोजक वीएम सिंह की ओर से जारी वीडियो के कारण बढ़ गई है। उन्होंने किसानों से अपील की है कि वे दिल्ली न आएं।
आल इंडिया किसान संघर्ष समिति के संयोजक ने की दिल्ली नहीं आने की अपील
आल इंडिया किसान संघर्ष समिति के संयोजक वीएम सिंह ने एक वीडियो जारी करके किसानों को 26 और 27 नवंबर को दिल्ली में न आने अपील की थी। उन्होंने कहा है कि किसान तहसील स्तर पर भूख हड़ताल, प्रदर्शन करें और यह लगातार करते रहें। वीएम सिंह खुद कोरोना संक्रमित हो गए थे और हाल ही में ठीक हुए हैं। उन्होंने कहा कि वह नहीं चाहते कि कोई और किसान कोरोना पाजिटिव हो। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी अपील की कि अभी कोई फसल मंडियों में नहीं आनी है इसलिए मार्च-अप्रैल तक अपने नए कृषि सुधार कानूनों को स्थगित कर दें।
वहीं, पंजाब के किसान संगठनों ने वीएम सिंह की दिल्ली न आने की अपील को खारिज कर दिया है। भारतीय किसान यूनियन ( राजेवाल) के प्रधान बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि पंजाब के सभी 30 किसान संगठनों ने पूरी तैयारी कर ली है। राशन, बिस्तर, ईंधन आदि का प्रबंध किया जा रहा है।
राजेवाल ने साफ किया कि किसान केवल रेल ट्रैक से हटे हैं, 26 और 27 नवंबर का दिल्ली चलो आंदोलन स्थगित नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान आदि के किसान भी दिल्ली पहुंच रहे हैं। दूर के राज्यों से किसान केवल सांकेतिक तौर पर आएंगे। उन्होंने कहा कि अगर हमें रोकने की कोशिश की गई तो हम उसी सड़क पर जाम लगा देंगे जो अनिश्चितकाल के लिए होगा।
किसानों के दिल्ली चलो आंदोलन का समर्थन करेगा शिअद
उधर शिरोमणि अकाली दल ने कहा है कि वह 26-27 नवंबर को किसान संगठनों के दिल्ली चलो आंदोलन का समर्थन करेगा। पार्टी प्रधान सुखबीर बादल ने अपनी दिल्ली इकाई और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीपीसी) को किसानों की हर संभव सहायता प्रदान करने को कहा है। सुखबीर ने इस बारे में शिअद दिल्ली के प्रधान हरमीत सिंह कालका तथा डीएसजीपीसी अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा से बात भी की है।
सुखबीर बादल ने कहा कि शिअद की दिल्ली की यूनिट और डीएसजीपीसी दोनों ही किसानों के लिए लंगर की व्यवस्था करेंगे और 26-27 नवंबर को दिल्ली के प्रदर्शन में भाग लेंगे। उन्होंने कालका और सिरसा से इस संबंध में किसान संगठनों के साथ समन्वय स्थापित करने को भी कहा है। सुखबीर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी किसानों की शिकायतों का जल्द से जल्द समाधान करने का अनुरोध किया है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को कृषि मंडीकरण पर लाए गए तीनों विवादास्पद केंद्रीय कृषि सुधार कानूनों को रद करना चाहिए। साथ ही केंद्र सरकार को न्यूनतम समर्थन मूल्य(एमएसपी) की गारंटी देने के लिए कानून लाकर सरकारी खरीद सुनिश्चित करनी चाहिए।
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