पंजाब: 22 लग्जरी घड़ियां, नोटों का अंबार और इतने किलो सोना, सट्टा कांड में गिरफ्तार DIG के घर से क्या-क्या मिला?
सीबीआई ने रिश्वतखोरी के आरोप में पंजाब पुलिस के डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर को गिरफ्तार किया है। उनके घर से करोड़ों रुपये की नकदी, सोने के गहने और प्रॉपर्टी के कागजात बरामद हुए हैं। डीआईजी पर एक स्क्रैप कारोबारी को राहत देने के बदले रिश्वत मांगने का आरोप है। सीबीआई को उनकी कुछ रिकॉर्डिंग भी मिली हैं, जिनमें वे रिश्वत की मांग कर रहे हैं।
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सीबीआइ ने पंजाब पुलिस के डीआइजी को रिश्वत मांगने पर किया गिरफ्तार, घर से करोड़ों की नकदी बरामद (फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। सीबीआइ ने दो साल पुराने केस में स्क्रैप कारोबारी को राहत देने के बदले आठ लाख रुपये रिश्वत और हर महीने पैसे मांगे पर डीआइजी हरचरण सिंह भुल्लर को गिरफ्तार किया है। पूर्व डीजीपी महल सिंह भुल्लर के बेटे हरचरण सिंह इस समय रोपड़ रेंज के डीआइजी हैं। सीबीआइ ने उनके एक बिचौलिए किरशनू को भी पकड़ा है।
सीबीआइ के मुताबिक डीआइजी फतेहगढ़ साहिब जिले के मंडी गोबिंदगढ़ निवासी आकाश बत्ता को डरा-धमकाकर रिश्वत मांग रहे थे। सीबीआइ की टीम ने चंडीगढ़ के सेक्टर 40 स्थित घर से पांच करोड़ रुपये से अधिक का कैश, डेढ़ किलो सोने के गहने, कई प्रापर्टी के कागजात और महंगी घड़ियां भी जब्त की हैं।
रिश्वत को सेवा-पानी कह रहे डीआइजी की सीबीआइ के हाथ कुछ रिकॉर्डिंग भी लगी हैं। इसी आधार पर वीरवार को पूछताछ के लिए भुल्लर को सीबीआइ ने दोपहर के समय कार्यालय बुलाया और यहीं से उनको गिरफ्तार कर लिया गया। जानकारी के मुताबिक दो साल पहले सरहिंद पुलिस थाने में आकाश बत्ता के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज हुआ था। डीआइजी उसी केस में उसे राहत देने के नाम पर आठ लाख रुपये रिश्वत और हर महीने पैसे देने की मांग कर रहे थे।
इसी से तंग आकर आकाश ने 11 अक्टूबर को सीबीआइ को शिकायत दे दी। शिकायत मिलने पर सीबीआइ ने जांच शुरू की और पहले बिचौलिए और फिर डीआइजी भुल्लर को गिरफ्तार किया। दोनों के खिलाफ प्रिवेंशन आफ करप्शन एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। दोनों को शुक्रवार को सीबीआइ की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।
रिकॉर्डिंग में भुल्लर बोले- 'जिन्ने देंदा, नाल नाल फड़ी चल'
बिचौलिए किरशनू और डीआइजी भुल्लर की वाट्सएप कॉल की एक रिकॉर्डिंग सीबीआइ के हाथ लगी है। इसमें डीआइजी भुल्लर बिचौलिए को कहते सुनाई दे रहे हैं कि जितने भी दे रहा है, साथ-साथ पकड़ ले, उसे कह दे कि वह आठ पूरे कर दे।
सीबीआइ के मुताबिक यहां रिश्वत की मांग स्पष्ट हो रही है। रिकार्डिंग में मंथली मांगे जाने की भी बात सामने आई है। एक रिकॉर्डिंग में बिचौलिया किरशनू शिकायतकर्ता से कह रहा है कि अगस्त दा नी आया, सितंबर दा नी आया।
सीबीआइ को राज्य में कार्रवाई करने के लिए गृह विभाग को बताना पड़ता है। विभाग की मंजूरी मिलने के बाद ही सीबीआई कार्रवाई कर सकती है क्योंकि सीबीआई को शक था कि डीआईजी के खिलाफ शायद राज्य सरकार कार्रवाई की अनुमति न दे और कार्रवाई की सूचना लीक हो जाए इसलिए डीआईजी को सीबीआई ने कार्यालय बुलाया कर पकड़ा।
नोट गिनने को मंगवानी पड़ी मशीन
सीबीआइ सूत्रों के मुताबिक से भुल्लर की कोठी से पांच करोड़ से ज्यादा कैश मिला। यह कैश 3 बैग और 1 अटैची में भरा हुआ था। इसे गिनने के लिए टीम को नोट गिनने की मशीन मंगानी पड़ी। पूर्व डीजीपी महल सिंह भुल्लर 1980-90 के दशक में पंजाब में आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए जाने जाते हैं।
हरचरन सिंह भुल्लर के छोटे भाई कुलदीप सिंह भुल्लर कांग्रेस के पूर्व विधायक हैं। हरचरण सिंह भुल्लर शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया पर दर्ज नशा तस्करी केस की जांच में भी शामिल रहे हैं। तब वह पटियाला रेंज के डीआइजी रहे थे।
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