पंजाब में बदलते मौसम में बढ़ा डेंगू के डंक का खतरा, अक्टूबर में बढ़े केस, अलर्ट मोड पर स्वास्थ्य विभाग
पंजाब में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, खासकर अक्टूबर में। स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है और अस्पतालों में डेंगू वार्ड भरने लगे हैं। डेंगू की पॉजिटिव दर बढ़कर 11% हो गई है। सरकार ने निगरानी बढ़ा दी है और सफाई अभियान चलाए जा रहे हैं। डीईएनवी-2 नामक वायरस का प्रकार सबसे खतरनाक माना जा रहा है। निजी लैबों को तय दरों का पालन करने की चेतावनी दी गई है।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। पंजाब में डेंगू के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगे हैं। 2023 और 2024 की तुलना में फिलहाल मामले कम हैं, लेकिन अक्टूबर महीने में जिस तरह से संक्रमण की रफ्तार बढ़ रही है, उससे स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है।
कई जिलों में अस्पतालों के डेंगू वार्ड भरने लगे हैं, जबकि स्वास्थ्य विभाग ने सभी सिविल सर्जनों को रोजाना निगरानी रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए हैं। मौसम में बदलाव और बरसात के बाद पानी जमा रहने से मच्छरों के प्रजनन की स्थिति फिर गंभीर हो गई है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार डेंगू की पाजिटिव दर पिछले महीनों की तुलना में तेजी से बढ़ी है। जहां पहले यह 3.8 प्रतिशत थी, वहीं अब यह 11 प्रतिशत से अधिक पहुंच चुकी है।
सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ निजी लैब्स में भी मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि हालात नियंत्रण में हैं, लेकिन विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि मौसम के अनुकूल रहने तक संक्रमण फैलने का खतरा बना रहेगा। राज्य सरकार ने निगरानी बढ़ाने के आदेश दिए हैं और जिला स्तर पर टीमें गठित कर दी गई हैं, जो प्रभावित इलाकों में फागिंग और साफ-सफाई के अभियान चला रही हैं।
लुधियाना, पटियाला, मोहाली और होशियारपुर जिले सबसे ज्यादा प्रभावित बताए जा रहे हैं। कई इलाकों में घर-घर जाकर मच्छर लारवा की जांच की जा रही है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अधिकांश संक्रमण शहरी इलाकों में फैल रहा है, जहां जलभराव और खुले कंटेनर मच्छरों के लिए उपयुक्त स्थान बने हुए हैं। डेंगू के बढ़ते खतरे को देखते हुए पंजाब सरकार ने हर शुक्रवार–डेंगू ते वार अभियान को फिर से तेज किया है। हर शुक्रवार को मोहल्लों, स्कूलों और बाजारों में सफाई व फागिंग की जा रही है।
चार तरह के होते हैं वायरस
डेंगू वायरस के चार प्रकार होते हैं। डीईएनवी-1, डीईएनवी-2, डीईएनवी-3 और डीईएनवी-4। इस समय जो वेरिएंट सबसे अधिक देखा जा रहा है, वह है डीईएनवी-2, जिसे सबसे खतरनाक प्रकार माना जाता है। यह वेरिएंट तेज बुखार के अलावा उल्टी, पेट दर्द, रक्तस्राव, बेचैनी और मानसिक भ्रम जैसे गंभीर लक्षण उत्पन्न करता है। डेंगू का प्रभाव 16 डिग्री तक न होने तक जारी रहेगा। तापमान गिरते ही खत्म हो जाएगा।
निजी लैबों में मनमानी, सरकार की तय दरों का उल्लंघन
स्वास्थ्य विभाग ने निजी लैब्स के लिए डेंगू टेस्ट की अधिकतम कीमत 600 तय की है। विभाग ने ओवर चार्जिंग करने वाली लैब्स को चेतावनी दी है कि सख्त कार्रवाई की जाएगी। लोगों को घर और आसपास पानी जमा न होने दें। मच्छर-रोधी क्रीम, काइल और नेट का प्रयोग करें।

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