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    पंजाब सीएम कैप्‍टन अमरिंदर छवि बदलने में जुटे, विधायकों के लिए खोले दरवाजे

    By Sunil Kumar JhaEdited By:
    Updated: Wed, 16 Jun 2021 08:57 AM (IST)

    पंजाब के मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ब अपनी छवि बदलने में जुट गए हैं। पंजाब कांग्रेस में कलह बढ़ने के बाद अब कैप्‍टन अमरिंदर ने विधायकों के लिए अपने दरवाजे खोल दिए हैं। वह सांसदाें से भी मिल रहे हैं।

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    पंजाब के सीएम कैप्‍टन अमरिंदर सिंह की फाइल फोटो।

    चंडीगढ़, [कैलाश नाथ]। पंजाब कांग्रेस में कलह बढ़ने के बाद राज्‍य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने विधायकों के लिए अपने आवास के दरवाजे खोलने शुरू कर दिए है। कैप्टन के सिसवां फार्म हाउस पर आधा दर्जन से ज्यादा विधायकों ने कैप्टन से मुलाकात की। कैप्टन ने भी विधायकों को खुल कर समय दिया और वन-टून-वन मुलाकात की।

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    मुख्यमंत्री से मिलने वालों में सांसद रवनीत सिंह बिट्टू सहित अमलोह के विधायक काका रणदीप सिंह नाभा भी शामिल थे। काका मुख्यमंत्री के पास कम ही दिखाई देते हैं। मंगलवार शाम मुख्यमंत्री ने मुलाकात का दौर शुरू किया जो देर शाम तक जारी रही।

    जानकारों के अनुसार मुख्यमंत्री ने अपने आवास के दरवाजे खोलकर अपनी छवि को बदलने की कोशिश शुरू कर दी है। पिछले करीब एक माह से कैप्टन अपने ही विधायकों व मंत्रियों से घिरे रहे हैं। पंजाब कांग्रेस का अंतर्कलह इतना बढ़ गया था कि पार्टी हाईकमान को इस मामले में हस्तक्षेप कर तीन सदस्यीय एक कमेटी का गठन करना पड़ा था। इस कमेटी के सामने 63 के करीब विधायकों ने कैप्टन की कारगुजारी पर सवाल उठाए थे। सभी के आरोपों में एक बात एक समान थी कि मुख्यमंत्री तक विधायकों की पहुंच नहीं है।

    विधायकों के साथ की वन टून वन बैठक, सांसद रवनीत बिट्टू भी पहुंचे मुख्यमंत्री से मिलने

    कमेटी ने विधायकों की इस शिकायत को मुख्यमंत्री के समक्ष भी रखा। हालांकि तब कैप्टन ने कोविड की बात कही थी। लेकिन, पिछले तीन-चार दिन से मुख्यमंत्री ने न सिर्फ अपनी कार्यशैली में बदलाव करना शुरू किया है बल्कि विधायकों से मिलना-जुलना भी शुरू कर दिया है। तीन दिन पूर्व ही कैप्टन अपने आवास पर गए थे और उन्होंने यहां पर विधायकों व नेताओं से मुलाकात की थी।

    जानकारी के अनुसार मंगलवार को कैबिनेट मंत्री ओपी सोनी, सांसद रवनीत सिंह बिट्टू, मंडी बोर्ड के चेयरमैन लाल सिंह, काका रणदीप सिंह नाभा, सुरेंदर डाबर, नवतेज चीमा, रमनजीत सिंह सिक्की, अमित विज और सुशील रिंकू ने कैप्टन से मुलाकात की। कैप्टन ने पंजाब में कोरोना की स्थिति का रिव्यू किया और उसके बाद विधायकों व नेताओं से मिलने का सिलसिला शुरू किया।

    सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री ने सभी विधायकों व नेताओं से एक-एक कर मुलाकात की और सभी को 10 से 15 मिनट का समय दिया। राजनीतिक स्थिति पर चर्चा के साथ ही विधायकों के कामकाज का निपटारा भी किया। सूत्रों का यह भी कहना है कि भले ही यह मुलाकात विधायकों के अपने कामकाज को लेकर थी लेकिन चर्चा इस बात को लेकर गर्म रही कि अगर मुख्यमंत्री इतना ही समय देते तो किसी को कमेटी के सामने शिकायत करने की जरूरत न पड़ती।

    सांसद बिट्टू की मुख्यमंत्री के साथ हुई मुलाकात चर्चा का विषय बनी हुई है। चमकौर साहिब और आनंदपुर साहिब सीट को बसपा को देने को लेकर बिट्टू ने जो बयान दिया है, उससे दलित समुदाय में बिट्टू के खिलाफ रोष पाया जा रहा है। बताया गया है कि बिट्टू ने इसी मुद्दे पर मुख्यमंत्री से चर्चा की है। वहीं मुख्यमंत्री से दूर ही रहने वाले काका रणदीप सिंह की कैप्टन से मुलाकात को लेकर भी चर्चाएं हो रही हैं। वह वरिष्ठ विधायक हैं परंतु उन्हें कैबिनेट में स्थान नहीं दिया गया था। इसे लेकर वह नाराज भी रहे हैं।