पंजाब-चंडीगढ़ में अगले 48 घंटों में दस्तक देगा मानसून, उमस भरी गर्मी से मिलेगी राहत; जानें मौसम का पूरा अपडेट
Punjab Weather Update पंजाब और चंडीगढ़ के लोगों को अब जल्द ही उमस भरी गर्मी से राहत मिल जाएगी। मौसम विभाग ने बताया कि पंजाब और चंडीगढ़ में अगले 48 घंट ...और पढ़ें

चंडीगढ़, विकास शर्मा। अगले 48 घंटों में मानसून (Monsoon) चंडीगढ़ और पंजाब के ज्यादातर हिस्सों में दस्तक दे देगा। मौसम विभाग की माने तो मानसून हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों और हरियाणा के यमुनानगर और पंचकूला जिले के कई इलाकों में पहुंच चुका है। मानसून की आहट का एहसास शनिवार को शहर के मौसम पर भी देखने को मिला।
सुबह का आगाज बादलों के साथ हुआ और दोहपर को हल्की धूप निकली। दिन में मौसम साफ रहा, लेकिन उमस ने लोगों का खूब पसीना निकाला। शहर का अधिकतम तापमान 33.1 डिग्री सेल्सियस रहा, जोकि सामान्य तापमान से चार डिग्री सेल्सियस कम था। वहीं न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
चंडीगढ़ शहर में 28 जून तक बादल छाए रहने और बारिश का पूर्वानुमान है। इस दौरान शहर का अधिकतम तापमान 30 से 34 डिग्री सेल्सियस के बीच और न्यूनतम तापमान 25 से 28 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है।
जून महीने में अब तक शहर में 82.6 एमएम बारिश
जून महीने में अब तक शहर में 82.6 एमएम बारिश हो चुकी है, जोकि जून होने वाली औसत बारिश से 28 फीसद कम है। जून महीने में 114.4 एमएम बारिश हो तो इसे औसत बारिश करते हैं। मौसम विभाग का कहना कि मानसून की दस्तक के साथ यह कमी पूरी हो जाएगी।
बता दें मानसून सीजन चार (जून, जुलाई, अगस्त, सितंबर) महीने का होता है। ऐसे में अगर बात चंडीगढ़ की करें तो मानसून सीजन में अगर 844.9 एमएम हो जाती है, तो इसे सामान्य मानसून कहा जाता है। इससे ज्यादा बारिश होने पर अच्छा मानसून और इससे कम बारिश होने पर कमजोर मानसून माना जाता है।
पिछले वर्षों में मानसून आने की तारीख
साल - मानसून की दस्तक
2022 - 30 जून
2021 - 13 जून
2020 - 24 जून
2019 - 5 जुलाई
2018 - 28 जून
2017 - 2 जुलाई
2016 - 2 जुलाई
2015 - 25 जून
2014 - 1 जुलाई
2013 - 16 जून
मानसून सीजन में चंडीगढ़ में हुई बारिश का रिकॉर्ड
साल कुल बारिश कम, ज्यादा
2010- 1165.5 एमएम - 38 फीसद ज्यादा
2011- 772.9 एमएम - 8 फीसद कम
2012- 801.5 एमएम - 5 फीसद कम
2013- 792.8 एमएम - 6 फीसद कम
2014- 599.2 एमएम - 29 फीसद कम
2015- 548.3 एमएम - 35.5 फीसद कम
2016- 456.9 एमएम - 45.8 फीसद कम
2017- 752.8 एमएम - 10 फीसद कम
2018- 895.2 एमएम - 18 फीसद ज्यादा
2019- 694.4 एमएम - 18 फीसद कम
2020- 791.1 एमएम - 7 फीसद कम
2021- 603.6 एमएम - 28.5 फीसद कम
2022- 902.5 एमएम - 7 फीसद ज्यादा

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