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    'पंजाब में बम धमाकों के पीछे पाकिस्तान का हाथ', चौकियों पर अटैक की साजिश का DGP गौरव यादव ने किया पर्दाफाश

    Updated: Tue, 04 Feb 2025 08:01 PM (IST)

    पंजाब में सीमावर्ती क्षेत्रों में बंद पड़े पुलिस थानों पर हो रहे बम धमाकों के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने इस बात का खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि आईएसआई पंजाब की शांति को भंग करना चाहती है। इसलिए यहां एक ऐसी धारणा को बनाना चाहती है कि पंजाब सुरक्षित नहीं है।

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    पंजाब में ग्रेनेड अटैक के पीछे पाकिस्तान की एजेंसी का हाथ (फाइल फोटो)

    कैलाश नाथ, चंडीगढ़। सीमावर्ती क्षेत्रों में बंद पड़े पुलिस चौकियों पर हो रहे ग्रेनेड से हमले के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है।

    पंजाब की डीजीपी गौरव यादव ने इस बात का खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि आईएसआई पंजाब की शांति को भंग करना चाहती है। इसलिए यहां एक ऐसी धारणा को बनाना चाहती है कि पंजाब सुरक्षित नहीं है।

    डीजीपी ने मुख्यमंत्री आवास पर पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए बंद पड़ी चौकियों में बम फेंक कर दहशत फैलाने वालों को बुजदिल करार दिया। उन्होंने कहा ‘यह बुजदिली है। अगर उनमें हिम्मत है तो सामने से आकर कुछ करें।’

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    9 पुलिस थानों पर हो चुके हमले

    पंजाब में अभी तक 9 पुलिस थानों पर हमले हो चुके हैं। इसकी शुरुआत 24 नवंबर 2024 को अजनाला पुलिस थाने से हुई थी। जिसे आईआईडी से उड़ाने की कोशिश की गई। लेकिन इस घटना को अंजाम देने की कोशिश करने वाले हैंडलर के हाथों से रिमोट गिर गया। जिसकी वजह से वह घटना को अंजाम नहीं दे पाए।

    इसके दो दिन बाद अमृतसर में ही छह माह से बंद पड़ी चौकी में बम धमाका किया गया। जबकि बीते सोमवार को भी अमृतसर में बंद पड़ी पुलिस चौकी में भी विस्फोट हुआ।

    सीमावर्ती क्षेत्रों में हुए 9 बम धमाकों के बाद पहला मौका था जब डीजीपी गौरव यादव सामने आए और उन्होंने धमाका करने वालों को चुनौती दी ‘अगर उनमें हिम्मत हैं तो सामने से आकर कुछ करें।’

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    पुलिस ने नहीं स्वीकारी धमाके की बात

    अहम बात यह है कि अभी तक पुलिस हरेक बम धमाके के बाद इस बात से इनकार करती रही है कि चौकी या थाने पर बम धमाका हुआ। बता दें कि 4 दिसंबर को मजीठा थाने में हमले के बाद डीएसपी स्तर के एक अधिकारी ने कहा था कि मुलाजिम मोटर साइकिल में हवा भर रहा था। जिसकी वजह से टायर फट गया।

    हालांकि, बाद में पुलिस ने थाने पर हमला करने वाले को पकड़ लिया था। इसी प्रकार 17 दिसंबर को अमृतसर के इस्लामाबाद थाने पर हुए हमले के बाद पुलिस ने तर्क दिया था कि कार का रेडीएटर फट गया था।

    बम धमाके के बाद पुलिस द्वारा बेतुके बयानों को लेकर पूछे जाने पर डीजीपी ने स्पष्ट रूप से तो कुछ नहीं कहा लेकिन उन्होंने कहा कि पुलिस जब अपनी जांच पूरी कर लेती है तब ही वह स्पष्ट जानकारी देती है। क्योंकि कई एंगल पर काम करना होता है।

    डीजीपी ने कहा कि अभी तक पुलिस ने सभी बम धमाके वाले केस को सुलझाया है। आईएसआई पंजाब के माहौल को खराब करना चाहती है लेकिन किसी को भी इसकी इजाजत नहीं दी जा सकती है।

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