पंजाब विधानसभा में भिड़े CM भगवंत मान और प्रताप बाजवा, पानी विवाद को लेकर पर लगाए आरोप
पंजाब विधानसभा में मुख्यमंत्री भगवंत मान और विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा के बीच पानी के मुद्दे पर तीखी बहस हुई। बीबीएमबी की बैठक में हरियाणा को पानी देने के मुद्दे पर कांग्रेस की चुप्पी पर मान ने सवाल उठाए। बाजवा ने पलटवार करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने जल समझौतों को रद्द कर दिया था। आप विधायक ने पानी की मांग की फाइल फाड़ी।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। विधानसभा में एक बार फिर से मुख्यमंत्री भगवंत मान और विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा में भिडंत हो गई। शुरूआत उस समय हुई जब मुख्यमंत्री ने बीबीएमबी की बैठक में हरियाणा को पानी देने के लिए हुए वोटिंग के दौरान हिमाचल की चुपी सवाल उठाया। चूंकि हिमाचल में कांग्रेस की सरकार है इसलिए प्रताप बाजवा ने कहा कि क्या आपने उनसे समर्थन की बात की थी। बस फिर क्या था मुख्यमंत्री भड़क गए।
कांग्रेस की गललितां हमें भुगतना पड़ रहा है- भगवंत मान
भगवंत मान ने कहा कि कांग्रेस अभी तक स्पष्ट नहीं कर सकी कि वह उसका स्टैंड क्या है? बाजवा ने कहा कि हमारी सरकार ने जल समझौतों को रद करके सब कुछ ठीक कर दिया था। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आप अपने आप को पानी का रखवाला होने की बात करते हैं। आपकी गलतियों को हमें भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, आपके हाथ खून और पंजाबियों के पानी से रंगे हुए हैं।
राहुल गांधी और केजरीवाल का भी हुआ जिक्र
इस मामले पर राहुल गांधी के माफी मांगने की टिप्पणी पर बाजवा ने कहा कि पहले अपने नेता केजरीवाल से तो माफी मंगवा लो, मैं भी माफी मांग लूंगा। (राहुल गांधी ने हाल ही में न्यूयार्क में एक सवाल के जवाब पर 80 के दशक में पंजाब में हुई गलतियों के लिए माफी मांगी थी)। सीएम ने सर्वदलीय मीटिंग में कांग्रेस और शिअद के प्रधान के न आने पर टिप्पणी करते हुए कहा, शायद उन्हें पंजाब के पानी से भी ज्यादा जरूरी काम होगा।
AAP विधायक ने कॉपी फाड़ी
बाघापुराना के आप विधायक अमृतपाल सुखानंद ने हरियाणा सरकार द्वारा मांगे गए 8,500 क्यूसेक पानी की मांग की फाइल को सदन में फाड़ दिया।
डेढ़ साल बाद बोले सुखपाल खैहरा
कांग्रेस के विधायक सुखपाल खैहरा को डेढ़ साल बाद विधानसभा में काफी मशक्कत के बाद बोलने का मौका मिला। डिप्टी स्पीकर जय किशन रोड़ी ने तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा को बोलने का मौका दिया। बाजवा ने पहली लिस्ट में खैहरा का नाम जिक्र किया था। तृप्त राजिंदर बाजवा ने अपना समय खैहरा को दे दिया।
दर्शक ने लगा दिया जयकारा
जल श्रोत मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने जब पानी को लेकर प्रस्ताव पेश किया। उसी समय दर्शक दीर्घा में बैठे एक व्यक्ति ने बोले, सो निहाल का जयकारा लगा दिया। श्री आनंदपुर साहिब के दिलबाग सिंह को सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत हिरासत में ले लिया और दर्शक दीर्घा से बाहर लेकर चले गए। बाद में पता चला कि दिलबाग भावुक हो गया था। उसे इस बात की जानकारी भी नहीं थी कि कार्यवाही के दौरान कोई बोल नहीं सकता है।
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