पंजाब के 2303 गांवों में बाढ़ से नुकसान, बुनियादी सहायता और पुनर्वास के प्रयास तेज
पंजाब सरकार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों और नुकसान के आकलन के लिए नोडल चेयरमैन और सदस्य नियुक्त किए हैं। सरकार ने 2303 गांवों की पहचान की है जहां तत्काल सहायता की आवश्यकता है। ये प्रतिनिधि राहत वितरण की निगरानी करेंगे नुकसान का आकलन करेंगे और दावों के निपटारे में मदद करेंगे। सरकार स्वास्थ्य शिविरों और पुनर्वास पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। पंजाब में आई भयंकर बाढ़ ने भारी नुकसान पहुंचाया है। सरकार ने 2303 ऐसे गांवों की पहचान की है, जहां बुनियादी सहायता और पुनर्वास के लिए तुरंत उपाय करना आवश्यक है।बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नुकसान और राहत कार्यों के मूल्यांकन को सुचारू बनाने के लिए राज्य सरकार ने नोडल चेयरमैन और मेंबर नियुक्त किए हैं। राजस्व, पुनर्वास और आपदा प्रबंधन मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने बताया कि नोडल प्रतिनिधि जिला प्रशासन और नियुक्त गजटेड अधिकारियों के साथ समन्वय करते हुए अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे।
मुंडियां ने बताया कि ये प्रतिनिधि राहत सामग्री के वितरण की निगरानी करेंगे, फसलों, मकानों और पशुधन को हुए नुकसान के मूल्यांकन में सहायता करेंगे और बाढ़ पीड़ितों के क्लेम समयबद्ध तरीके से फेसिलिटेट करेंगे ताकि प्रभावित व्यक्तियों को मुआवजा और सहायता बिना किसी देरी के प्रदान की जा सके।
उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों को केवल तत्काल राहत ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य शिविरों की उपलब्धता, गुजर-बसर के साधन और पुनर्वास की अत्यंत आवश्यकता होती है। इसलिए नियुक्त नोडल चेयरमैन और मेंबर राज्य सरकार के सहायक अंग के रूप में गांव स्तर पर कार्य करते हुए चिकित्सा सहायता, सफाई कार्य और आवश्यक सेवाओं की तुरंत बहाली सुनिश्चित करेंगे।
मुंडियां ने सभी डिप्टी कमिश्नरों और सब-डिवीजनल अथॉरिटीज को निर्देश दिए कि वे नोडल प्रतिनिधियों को पूर्ण सहयोग प्रदान करें, आवश्यक डाटा एवं साधन उपलब्ध कराएं और गांव स्तर पर समन्वय सुनिश्चित करें। नियुक्तियां इस दृढ़ संकल्प के साथ की गई हैं कि पंजाब सरकार इस चुनौतीपूर्ण घड़ी में हर नागरिक के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है और हर संभव उपाय करके हर एक बाढ़ प्रभावित व्यक्ति का पुनर्वास सुनिश्चित करेगी।
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