सीनेट चुनाव के मुद्दे पर PU में संग्राम बरकरार, प्रदर्शनकारी लौटे, मोर्चा मांग पर ही अड़ा
पंजाब यूनिवर्सिटी में सीनेट चुनाव की तारीख को लेकर भारी प्रदर्शन हुआ, जिसमें पंजाब से किसान, मजदूर और छात्र शामिल थे। प्रदर्शनकारी लौट गए हैं, लेकिन संग्राम बरकरार है। प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और पीयू को पंजाब की पहचान बताया। पीयू बचाओ मोर्चा ने चुनाव की तारीख घोषित होने तक धरना जारी रखने का ऐलान किया। प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुईं और कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया।

तस्वीर सोमवार की है, पीयू के बाहर नारेबाजी करते प्रदर्शनकारी।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। पंजाब यूनिवर्सिटी (पीयू) में सीनेट चुनाव की तारीख के ऐलान को लेकर सोमवार को हुए महाप्रदर्शन ने शहर की व्यवस्था हिला दी। पंजाब और हरियाणा से आए किसान, मजदूर व छात्र संगठनों के करीब आठ हजार लोग सुबह से पीयू के मुख्य गेट पर डटे रहे।
प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और कहा कि पीयू पंजाब की पहचान है, इसे केंद्र के नियंत्रण में जाने नहीं देंगे। सोमवार देर शाम तक महाप्रदर्शन भले ही समाप्त हो गया, लेकिन पूरा दिन प्रदर्शनकारियों ने सीनेट चुनाव की तारीख को लेकर पूरा दिन केंद्र सरकार व पीयू प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोले रखा।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पीयू पंजाब का अहम हिस्सा है। हम इसको बचाने के लिए किसी भी हद तक जाएंगे। वहीं, पीयू बचाओ मोर्चा ने ऐलान किया कि जब तक चुनाव की तारीख की घोषणा नहीं होती, धरना जारी रहेगा।
विश्वविद्यालय परिसर के बाहर भारी पुलिस बल और आरएएफ की तैनाती के बावजूद प्रदर्शनकारी सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए और गेट तोड़ प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे थे। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच कई बार तीखी झड़पें हुईं।
कांग्रेस नेता कुलजीत सिंह नागरा दीवार फांदकर प्रदर्शन में शामिल हुए, जबकि शिअद नेता परमिंदर सिंह ढींडसा और मालविंदर कंग ने गेट पर विरोध जताया। उन्होंने कहा कि हम लोगों को जब रोका जा रहा है तो अन्य लोगों को साथ कैसा अन्याय किया गया होगा। इसके साथ कुलपति कार्यालय के बाहर भी केंद्र और पीयू प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
लहराईं तलवारें, खालिस्तान जिंदाबाद के लगे नारे
प्रदर्शन के बाद लौटते समय कुछ निहंगों ने तलवारें लहराईं और ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए। मौके पर मौजूद पुलिस बल मूकदर्शक बना रहा, हालांकि किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली। लेकिन यह पुलिस व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े कर रहा है।
दो नंबर गेट पर कई हिरासत में, छात्रों की आवाजाही रोकी गई
सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस ने दो नंबर गेट पर प्रदर्शन कर रहे कई लोगों को हिरासत में लिया। इस दौरान हास्टल के छात्रों की आवाजाही पर भी रोक लगा दी गई। बिना आइ-कार्ड वाले छात्रों को अंदर जाने से रोका गया, जबकि कुछ छात्र विरोध के बीच परिसर में प्रवेश कर गए। इस दौरान आइ कार्ड वाले छात्र अंदर जाने की गुहार लगाते दिखाई दिए, जबकि बिना आइ कार्ड वाले अन्य स्टूडेंटस पीयू के अंदर दिखाई दिए।

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