पंजाब विश्वविद्यालय में विवादित एफीडेविट का निर्णय होगा वापस, मांग को लेकर केंद्र सरकार से मिला एबीवीपी का प्रतिनिधिमंडल
पंजाब विश्वविद्यालय में विवादित एफीडेविट के निर्णय को वापस लेने की मांग को लेकर एबीवीपी का प्रतिनिधिमंडल केंद्र सरकार से मिला। एबीवीपी ने इस निर्णय को छात्रों के खिलाफ बताते हुए सरकार से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया। सरकार ने मामले को गंभीरता से लेने का आश्वासन दिया है। छात्र संघ के अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र ने उनकी मांग को स्वीकार कर लिया है।

केंद्रीय शिक्षा सचिव को मांत्र पत्र सौंपता एबीवीपी का प्रतिनिधिमंडल।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। विवादित एफीडेविट पर पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन अपना निर्णय वापस लेगा। यह दावा पीयू छात्र संघ के अध्यक्ष गौरववीर सोहल ने किया है। उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली में केंद्रीय शिक्षा सचिव से मिला और विवादित एफीडेविट का निर्णय वापस लेने की मांग की जिसे स्वीकार भी कर लिया गया है।
सोहल ने कहा कि यह एफीडेविट छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचलने की मंशा का परिणाम है। पहले दिन से ही एबीवीपी ने इस एफीडेविट के निर्णय का विरोध किया था और वीसी दफ्तर के बाहर धरना और घेराव भी किया था। एबीवीपी की प्राथमिकता छात्र हित है और छात्र हित की लड़ाई निरन्तर पंजाब विश्वविद्यालय में लड़ी है। गौरव ने समस्त विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को बधाई दी और कहा कि एफीडेविट वापसी का निर्णय हर छात्र की जीत है और विद्यार्थी परिषद निरंतर यूं ही छात्र हित के लिए कार्य करती रहेगी।

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