वाल्मीकि जयंती को लेकर चंडीगढ़ में गरमाई राजनीति, भाजपा के कार्यक्रम पर अनुसूचित जाति वेलफेयर ने उठाए सवाल
चंडीगढ़ अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष भगत राज दिसावर और महासचिव रमेश टांक ने चंडीगढ़ भाजपा द्वारा वाल्मीकि जयंती सप्ताह मनाने को राजनीतिक हथकंडा बताया है। उन्होंने कहा कि भाजपा इस वर्ग को धार्मिक भावुक करके नगर निगम चुनाव में वोट बटोरने चाहते हैं।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। वाल्मीकि जयंती को लेकर शहर में राजनीतिक दलों में राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस और भाजपा के अलावा शहर में इस बार चार अलग अलग जगह जयंती मनाई जा रही है। भाजपा ने जयंती पर एक सप्ताह तक कार्यक्रम करने की घोषणा कर दी है। असल में दिसंबर में नगर निगम चुनाव हैं और शहर में एक लाख से ज्यादा मतदाता वाल्मीकि समुदाय से हैं, इसलिए कांग्रेस और भाजपा जयंती मनाने के लिए सक्रिय हैं।
चंडीगढ़ अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष भगत राज दिसावर और महासचिव रमेश टांक ने चंडीगढ़ भाजपा द्वारा वाल्मीकि जयंती सप्ताह मनाने को राजनीतिक हथकंडा बताया है। उनका आरोप है कि जबकि इस वर्ग से संबंधित समस्याओं के समाधान में भाजपा असफल रही है। भाजपा के नेता इस वर्ग को धार्मिक भावुक करके नगर निगम चुनाव में वोट बटोरने चाहते हैं।
दिसावर ने कहा वैसे तो भगवान वाल्मीकि जयंती सभी समाज व पूरे देश को मनानी चाहिए क्योंकि भगवान वाल्मीकि ने ही हिंदू धर्म की नीव रामायण लिखी है और श्रीराम के वंशजों का पालन पोषण किया है। चंडीगढ़ भाजपा ने अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र की प्रक्रिया का हल केंद्रीय गृह मंत्रालय से नहीं करवी सकी। ठेका पर रखे सफाई कर्मचारियों से वायदा करने के बाद भी चंडीगढ़ सांसद उन्हें पक्का नहीं करवा सकी। सैकड़ों मृतक सफाई कर्मचारियों के आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर नौकरी नहीं मिली। साल 2019 में वाल्मीकि जयंती मनाने वाले संगठन पर राजेश कालिया जो उस समय मेयर थे, उन्होंने 68 लाख का जुर्माना लगवाया और संगठन को परेशान किया।
भाजपा सफाई कर्मचारी कृष्ण कुमार चड्ढा और ओमपाल चावर को अनावश्यक चार्जशीट किया गया और उनकी प्रमोशन में राजनीतिक दबाव डालकर अनावश्यक रोक लगवाई गई जो व्यक्ति वाल्मीकि शोभायात्रा में चेयरमैन बनने के इच्छुक होते थे, आज समाज की बैठकों में भी आने से कतराते हैं। नेताओं का आरोप है कि भाजपा ऐसे अनुसूचित जाति विरोधी अपने नेताओं को जो इनके इशारों पर अनुसूचित जाति का शोषण करते हैं उस व्यक्ति को पिछले दरवाजे से राजनीतिक लाभ देने का षड्यंत्र रच रही हैदिसावर ने कहा कि हिंदू परिषद वभाजपा शासित उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा था की अयोध्या श्री राम मंदिर में भगवान बाल्मीकि जी की मूर्ति को स्थान दिया जाएगा लेकिन उस बात को भी भाजपा सरकार भूल चुकी है ऐसी पार्टी कभी भी अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़े वर्ग की हितेषी नहीं हो सकती है।
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