खुशखबरी! चंडीगढ़ में अनाथ और जरूरतमंद बच्चों के लिए बनाई जाएगी पॉलिसी, पढ़िए क्या है पूरा प्लान
चंडीगढ़ प्रशासन अनाथ और जरूरतमंद बच्चों के लिए पॉलिसी बनाएगा जिसमें बच्चों की शिक्षा और उसके बाद सशक्तिकरण के लिए प्लानिंग बनाई जाएगी बच्चों को 18 वर्ष के बाद किसी पर निभर्र नहीं रहना होगा। इससे पहले सोशल वेलपफेयर ने चाइल्ड केयर इंस्टीट्यूशन के बच्चों को आर्ट एंड क्रॉप फ्रूट का काम सिखाया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। प्रशासक गुलाब चंद कटारिया शहर के अनाथ और जरूरतमंद बच्चों पर चर्चा कर रहे है। बैठक टैगोर थिएटर सेक्टर-18 में चल रही है जिसमें सोशल वेलफेयर के अधीन आते सीसीपीसीआर और डीसी के अधीन आते डीसीपीयू के पदाधिकारी मौजूद है।
बैठक में स्कूल के प्रिंसिपल को भी बुलाया गया है। जानकारों की मानें तो बैठक सोशल वेलफेयर विभाग की अपील पर हो रही है जिसमें अनाथ बच्चों को सशक्त बनाने के साथ उनकी पढ़ाई और उन्हें रोजगार के काबिल बनाने जैसे मुद्दों पर चर्चा हो रही है।
जरूरतमंद बच्चों की होगी पहचान
शहर के स्कूल प्रिंसिपल को भी बैठक में बुलाया गया है जिन्हें जरूरतमंद बच्चों की पहचान करने की जिम्मेदारी देकर उनकी जरूरत को पूरा करने की प्लानिंग तैयार हो रही है। प्रशासक गुलाब चंद कटारिया के मार्गदर्शन पर ही शहर के चाइल्ड केयर इंस्टीट्यूशन में रहने वाले बच्चों को आर्ट एंड क्राफ्ट की ट्रेनिंग दी जा रही है।
ट्रेनिंग के दौरान जाे भी सामान बच्चे बना रहे है उसे बाजार में बेचा जा रहा है। बेचने के बाद जो भी कमाई हो रही है वह बच्चों के बैंक खातों में जमा करवाई जा रही है ताकि जब वह 18 वर्ष की आयु पूरी होने पर सीसीआइ से बाहर जाएं तो वह आर्थिक रूप से सशक्त हों और वह खुद का जीवनयापन करने के काबिल बन सके।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।