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    Punjab News: रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल हुड्डा की कार को टक्कर मारने वाले पुलिसकर्मियों की पहचान, नोटिस जारी 

    Updated: Fri, 14 Nov 2025 07:18 PM (IST)

    जीरकपुर-अंबाला हाईवे पर पूर्व उत्तरी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा की गाड़ी को पुलिस एस्कॉर्ट वाहन ने टक्कर मार दी। जांच में ट्रैफिक के दबाव के कारण काफिले में दूरी बढ़ने और जल्दबाजी में टक्कर लगने की बात सामने आई। दोषी पुलिसकर्मियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है और पंजाब पुलिस ने सुरक्षा वाहनों के लिए नई संचालन प्रक्रिया लागू की है।

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    Punjab News: रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल हुड्डा। फाइल फोटो

    रोहित कुमार, चंडीगढ़। पूर्व उत्तरी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) डीएस हुड्डा की गाड़ी को जीरकपुर-अंबाला हाईवे पर पुलिस की एस्कार्ट गाड़ी के टक्कर मारने के मामले में आरोपित पुलिस कर्मचारियों की पहचान कर ली गई है। पंजाब पुलिस की ओर से की गई जांच में यह सामने आया कि ट्रैफिक के असामान्य दबाव की वजह से एस्कार्ट वाहन और सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति के वाहन के बीच दूरी बन गई थी।

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    सुरक्षा दल के वाहन चालक ने काफिले से संपर्क बनाए रखने के लिए तेजी से आगे बढ़ने का प्रयास किया। इसी जल्दबाजी में वाहन का किनारा हुड्डा की कार से हल्का टकरा गया। प्रारंभिक जांच और सीसीटीवी फुटेज से भी यही बात प्रमाणित हुई है।

    उधर, इस मामले में एसपी ट्रैफिक (मोहाली) और एएसपी जीरकपुर ने स्वयं लेफ्टिनेंट जनरल हुड्डा से मुलाकात की और पूरी स्थिति की जानकारी दी। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि जांच पूरी पारदर्शिता से होगी और इसमें शामिल पुलिसकर्मियों के विरुद्ध आवश्यक अनुशासनात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

    जांच के आधार पर पुलिस विभाग ने दोषी पुलिस कर्मियों की पहचान कर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह लापरवाही यातायात अनुशासन और सुरक्षा प्रोटोकाल के विरुद्ध है, इसलिए इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। नोटिस मिलने के बाद संबंधित पुलिसकर्मियों से सफाई तलब की जाएगी, जिसके बाद आगे की कार्रवाई निर्धारित होगी।

    इस घटना के बाद पंजाब पुलिस ने सभी सुरक्षा और पायलट वाहनों के चालकों के लिए नई मानक संचालन प्रक्रिया भी लागू की है। इस प्रक्रिया के तहत भारी ट्रैफिक की स्थिति में काफिले की सुरक्षित दूरी बनाए रखने, अनावश्यक ओवरटेक से बचने, गति सीमा का सख्ती से पालन करने तथा आकस्मिक परिस्थिति में वैकल्पिक व्यवस्था अपनाने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं।

    इसके अलावा, प्रशिक्षण स्तर पर भी आवश्यक सुधार किए जाने की तैयारी चल रही है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस प्रकरण की विस्तृत समीक्षा के बाद रिपोर्ट उच्च प्रबंधन को सौंपी जाएगी। इसके आधार पर यदि आवश्यक हुआ तो और भी सुधारात्मक उपाय लागू किए जाएंगे।