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    चंडीगढ़ में अवैध वेंडरों पर पुलिस केस होगा दर्ज, छह सब इंस्पेक्टर एंफोर्समेंट से हटाए

    Updated: Sat, 23 Aug 2025 01:25 PM (IST)

    चंडीगढ़ नगर निगम ने भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद एंफोर्समेंट स्टाफ में फेरबदल किया है। छह सब इंस्पेक्टरों को हटाया गया है और अवैध वेंडरों पर एफआईआर दर्ज करने का निर्णय लिया गया है। पंजीकृत वेंडरों को निर्धारित जगह में ही बैठना होगा अन्यथा सामान जब्त होगा। गुलदाउदी शो को स्पांसरशिप से आयोजित करने की मंजूरी भी दी गई है।

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    बैठक में निर्णय लिया गया कि निर्धारित से अधिक जगह घेरने पर वेंडर का सामान जब्त होगा।

    जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। एंफोर्समेंट स्टाफ पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद लगातार सख्त निर्णय लिए जा रहे हैं। नगर निगम कमिश्नर ने छह सब इंस्पेक्टर को एंफोर्समेंट विंग से हटाकर एस्टेब्लिशमेंट ब्रांच भेज दिया है। अब यह सब इंस्पेक्टर एंफोर्समेंट से जुड़े कार्य नहीं करेंगे। इससे पहले भी इंस्पेक्टरों का एरिया बदला गया था। इसके अलावा अवैध वेंडरों पर पुलिस केस दर्ज करने का निर्णय लिया गया है।

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    शहर में अब केवल आधिकारिक वेंडर ही बैठेंगे। इसके अलावा कोई बैठता है तो उस पर एफआइआर दर्ज होगी। उसके तहत कार्रवाई होगी। यह निर्णय नगर निगम की वित्त एवं अनुबंध कमेटी की शुक्रवार को हुई बैठक में लिया गया। मेयर हरप्रीत कौर बबला की अध्यक्षता में हुई बैठक में कमेटी सदस्यों ने अधिकारियों से एंफोर्समेंट पर लग रहे आरोपों पर जवाब मांगा।

    कमिश्नर अमित कुमार ने उन्हें लिए गए निर्णयों की जानकारी दी। इतना ही नहीं पंजीकृत वेंडरों को भी अपने निर्धारित पांच गुना पांच फीट की जगह में ही बैठना होगा। इससे अधिक जगह घेरने पर उनका सामान जब्त होगा। वेंडर जोन से जुड़े नियमों का सख्ती से पालन होगा।

    एंफोर्समेंट इंस्पेक्टरों पर लगे हैं गंभीर आरोप

    एंफोर्समेंट में कार्यरत रहे बेलदार विकास ने अपने इंस्पेक्टरों पर तीन से छह लाख मासिक उगाही के आरोप लगाए थे। विकास की वीडियो के बाद पूरे शहर में हलचल मच गई। उसने वीडियो में बताया था कि वह खुद यह पैसे इक्ट्ठे कर देता था अब इंस्पेक्टर पर अतिरिक्त पैसे वसूलने का दबाव बना रहे हैं।

    हालांकि अगले ही दिन विकास ने दूसरी वीडियो जारी कर पहली वीडियो के आरोपों को नशे में होने की बात कहकर खारिज कर दिए। फिर तीसरे दिन प्रेसवार्ता कर सभी आरोपों को सही बताते हुए इंस्पेक्टरों पर उगाही का खुलासा किया। किस से कितने पैसे वसूले जा रहे बताया।

    इसके बाद से ही एंफोर्समेंट विंग और उसकी कार्यप्रणाली में कई बदलाव किए गए। साथ ही निगम ने पूरे मामले की विजिलेंस से जांच की सिफारिश भी की थी। एंफोर्समेंट के तहत चालान और सामान जब्त करने की पावर रोड विंग और सेनेटरी विंग को भी दे दी गई। अब यह दोनों डिपार्टमेंट भी एंफोर्समेंट के तहत कार्रवाई कर रहे हैं।

    यह सब इंस्पेक्टर एंफोर्समेंट से हटाए

    रवि, साहिल भोला, दीपक, वेदप्रकाश, निर्मल सिंह, रत्तन सिंह, अरुण गर्ग