रूस में फंसे पंजाबी युवकों को बचाने की गुहार, आकर्षक नौकरियों के वादे पर ठगे गए, सेना में भर्ती होने को मजबूर किए
राज्यसभा सदस्य सतनाम सिंह संधू ने विदेश मंत्रालय को पत्र लिखकर रूस में फंसे पंजाबी युवकों को बचाने की गुहार लगाई है। इन युवकों को धोखे से रूसी सेना में भर्ती कराया गया था। संधू ने विदेश मंत्रालय से तत्काल हस्तक्षेप करने और युवकों को सुरक्षित भारत वापस लाने का अनुरोध किया है। उन्होंने इस मामले में सरकार की त्वरित कार्रवाई की उम्मीद जताई।

संवाद सहयोगी, मोहाली। राज्यसभा सदस्य सतनाम सिंह संधू ने विदेश मंत्रालय को पत्र लिखकर रूस में फंसे पंजाबी युवकों को बचाने के लिए हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि सरकार इन युवकों को सुरक्षित घर तक पहुंचाए। ये पंजाबी युवक आकर्षक नौकरियों के वादे के साथ ठगे गए हैं और रूसी सेना में भर्ती होने के लिए मजबूर किए गए हैं।
विदेश मंत्रालय को लिखे एक पत्र में सतनाम संधू ने रूस में फंसे पंजाब के युवाओं को बचाने के लिए तत्काल हस्तक्षेप का अनुरोध किया। ये युवक कथित तौर पर धोखेबाज एजेंटों द्वारा रूस में नौकरियों का लालच देकर गुमराह किए गए हैं। पत्र में कहा गया है कि रूस पहुंचने पर इन युवकों को कथित तौर पर अनुबंधों पर हस्ताक्षर करने, उन्हें रूसी सेना में प्रशिक्षण करने और रूस-यूक्रेन संघर्ष क्षेत्र के पास तैनाती के लिए मजबूर किया गया।
संधू ने इन युवकों की सुरक्षा और भारत में उनके परिवारों के पास शीघ्र वापसी सुनिश्चित करने के लिए इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की है। संधू ने कोलंबिया और अब रूस से भारतीय युवाओं को बचाने में तुरंत कार्रवाई के लिए विदेश मंत्रालय और केंद्र सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि अभी भी रूस में फंसे हुए शेष युवाओं को भी जल्द ही सुरक्षित भारत वापस लाया जाएगा।
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