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PGI चंडीगढ़ में OPD कार्ड के लिए नहीं खाने पड़ेंगे धक्के, इलाज के लिए रोजाना आते हैं नौ से 10 हजार मरीज

पीजीआइ चंडीगढ़ में इलाज करवाने आने वाले मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। पीजीआइ में मरीजों को ओपीडी कार्ड बनवाने के लिए लंबी लंबी लाइनों में नहीं लगना पड़ेगा। पीजीआइ प्रशासन की तरफ से लोगों के सुविधा दी जा रही है।

By Vishal PathakEdited By: Ankesh ThakurPublished: Sun, 25 Sep 2022 11:26 AM (IST)Updated: Sun, 25 Sep 2022 11:26 AM (IST)
PGI चंडीगढ़ में OPD कार्ड के लिए नहीं खाने पड़ेंगे धक्के, इलाज के लिए रोजाना आते हैं नौ से 10 हजार मरीज
सुविधा के शुरू होने से न्यू ओपीडी में हर रोज आने वाले नौ से 10 हजार मरीजों काे लाभ मिलेगा।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। पीजीआइ चंडीगढ़ में इलाज करवाने आने वाले मरीजों को बड़ी राहत मिलने वाली है। पीजीआइ में मरीजों को ओपीडी कार्ड बनवाना सबसे बड़ी चुनौती है। ओपीडी कार्ड बनवाने के लिए मरीज और उनके तीमारदारों को घंटों लाइनों में खड़े होना पड़ता है। हालात यह है कि ओपीडी सुबह 8 बजे शुरू होती है, लेकिन कार्ड बनवाने के लिए लोग 5 बजे ही लाइनों में लग जाते हैं।  लेकिन अब रजिस्ट्रेशन कार्ड के लिए इतनी जद्दोजहद नहीं करनी पड़ेगी। क्योंकि ओपीडी कार्ड अब आसानी से और बिना किसी लाइनों में लगकर बना सकेंगे।

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पीजीआइ चंडीगढ़ की तरफ से यह सुविधा जल्द शुरू की जा रही है। बता दें कि अब ओपीडी कार्ड शहर के संपर्क सेंटरों में बनने लगेंगे। शहर के ई संपर्क केंद्रों पर ओपीडी पंजीकरण शुरू होगा। शहर के 50 से अधिक ई संपर्क सेंटरों पर आने वाले दिनों में यह सुविधा उपलब्ध होगी। इस सुविधा के शुरू होने से पीजीआइ के न्यू ओपीडी में हर रोज आने वाले नौ से 10 हजार मरीजों काे लाभ मिलेगा।

पीजीआइ की न्यू ओपीडी में कार्ड बनवाने के लिए लोगों को घंटों लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। अभी मरीजों को ओपीडी में डाक्टर को दिखाने के लिए घंटों लाइन में लगकर कार्ड बनवाना पड़ता है। ओपीडी कार्ड बनने के बाद भी मरीजों को डाक्टर के कमरे के बाहर अपनी बारी के लिए कम से कम तीन से चार घंटे का इंतजार करते हैं।

एचआइएस वर्जन-2 को किया जा रहा अपग्रेड

पीजीआइ चंडीगढ़ के डिप्टी डायरेक्टर कुमार गौरव धवन ने बताया इस सुविधा को शुरू करने से पहले हास्पिटल इन्फोर्मेशन सिस्टम (एचआइएस) वर्जन-2 को अपग्रेड किया जाना है। इस साफ्टवेयर को अपग्रेड करने के लिए 27 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। डीडीए कुमार गौरव धवन ने बताया कि ओपीडी का समय सुबह 8 बजे का है, लेकिन कई मरीज डाक्टर को दिखाने के लिए ओपीडी का कार्ड बनवाने के लिए सुबह 5 बजे से ही आकर लाइन में लग जाते हैं। ऐसे में एचआइएस वर्जन-2 के अपग्रेड होने के बाद शहर के ई संपर्क केंद्रों पर इस सुविधा के शुरू होने से लोगों को लाभ मिलेगा। 

मरीजाें काे मिल रही आनलाइन रिपोर्ट

पीजीआइ में अभी मरीजों को आनलाइन रिपोर्ट उपलब्ध कराई जा रही है, मरीजों के उनके मोबाइल नंबर पर एसएमएस, वाट्सएप और ई मेल के जरिए रिपोर्ट भेजी जा रही है। यह सुविधा भी एमआइएस के जरिए शुरू की गई है। 

जीएमएसएच-16 के ओपीडी के कार्ड संपर्क केंद्रों बनते हैं 

जीएमएसएच-16 के ओपीडी का भी संपर्क केंद्रों पर पंजीकरण की सुविधा शुरू हो चुकी है। ट्रायल के तौर पर जीएमएसएच-16 अस्पताल प्रशासन ने सेक्टर-15 के संपर्क केंद्र पर ओपीडी कार्ड बनवाने की सुविधा शुरू की थी, लेकिन अब यह सुविधा सेक्टर-10, 15, 40, 43, इंडस्ट्रियल एरिया फेज एक, धनास, मौलीजागरां, बापूधाम, मलोया और मनीमाजरा के संपर्क केंद्रों पर जीएमएसएच-16 के ओपीडी कार्ड का रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है।


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