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    पैरी को कार में बिठाकर मारी थीं पांच गोलियां, मर्डर केस में नया खुलासा; फोन पर बात करने का बनाया था बहाना

    Updated: Fri, 05 Dec 2025 11:23 AM (IST)

    चंडीगढ़ के टिंबर मार्केट में हुए इंद्रप्रीत सिंह उर्फ पैरी हत्याकांड में नया खुलासा हुआ है। पीयूष पिपलानी और अकुश पिजौर मुख्य आरोपी हैं। मोबाइल पर बात ...और पढ़ें

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    पैरी को कार में बिठाकर मारी थीं गोलियां (फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। सेक्टर-26 टिंबर मार्केट में इंद्रप्रीत सिंह उर्फ पैरी की हत्या के मामले में चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा पुलिस की संयुक्त जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। हत्याकांड में वांछित पीयूष पिपलानी और उसका साथी अकुश पिजौर मुख्य आरोपी के रूप में सामने आए हैं। पुलिस जांच में पता चला है कि वारदात के समय पैरी की साथ वाली सीट पर पीयूष ही बैठा था।

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    मोबाइल पर बात कराने के बहाने गोली मारी

    पुलिस के हाथ लगे नए वीडियो में साफ दिखाई देता है कि पैरी के बिल्कुल पास बैठे आरोपी ने उसे किसी से बात कराने के बहाने अपना मोबाइल फोन थमाया। जैसे ही पैरी ने फोन कान पर लगाया, उसी दौरान उस पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी।
    कार के अंदर पांच गोलियों की आवाज स्पष्ट सुनाई देती है, जिससे पुष्टि होती है कि शूटर पहले से ही प्लान करके कार में पैरी के साथ ही बैठा था।

    क्रेटा में बैठकर फरार, तीन बार की फायरिंग

    पहली फायरिंग के बाद आरोपी पैरी की कार से उतरकर बाहर खड़ी क्रेटा में जा बैठा। इसके बाद भी बदमाश नहीं रुके—उन्होंने क्रेटा को फिर से पैरी की कार के पास लाकर दोबारा फायरिंग की। पैरी के जीवित होने के शक में उन्होंने तीसरी बार कार घुमाकर फायर किया और मौके से फरार हो गए।

    शूटरों की वीडियो पंजाब पुलिस के हाथ लगी

    पंजाब पुलिस ने शूटरों का एक और वीडियो चंडीगढ़ पुलिस को भेजा है। इसी वीडियो से पीयूष पिपलानी और उसके साथी की पहचान हुई है। पंजाब पुलिस दोनों की गिरफ्तारी के बेहद करीब बताई जा रही है।

    लॉरेंस गैंग का हरीचंद जाट उर्फ हरी बाक्सर मास्टरमाइंड

    जांच में यह भी सामने आया है कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य हरीचंद जाट उर्फ हरी बाक्सर ने ही पैरी की हत्या की सुपारी दी थी। पैरी को मोबाइल पर बात कराने का झांसा देकर टिंबर मार्केट बुलाया गया था, जहां उसकी हत्या की गई।

    चोरी की क्रेटा कार का इस्तेमाल

    वारदात में जिस क्रेटा कार का इस्तेमाल हुआ वह राजस्थान के कोटा से वर्ष 2024 में चोरी हुई थी। आरोपियों ने इंजन–चैसिस नंबर टेंपर कर दिए थे, जिससे पुलिस मालिक तक नहीं पहुंच पा रही थी।
    ऑटोमोबाइल कंपनी के एक्सपर्ट को बुलाकर जांच की गई तो कार के एक हिस्से में असली नंबर मिले। इसके बाद पुलिस कार मालिक तक पहुंच सकी।

    धमकी भरे वॉइस मैसेज भी मिले

    हत्या से पहले पैरी को धमकी भरे वॉइस नोट मिले थे। आरोपी ने उन्हें बाद में फोन से डिलीट कर दिया था। पुलिस साइबर टीम ने डाटा रिकवर कर लिया है। वॉइस मैसेज भी पुनः प्राप्त कर लिए गए हैं, जो जांच के लिए अहम माने जा रहे हैं।

    बैड करैक्टर की सूची तैयार कर रही पुलिस

    घटना के बाद चंडीगढ़ पुलिस ने शहर में मौजूद सभी बैड करैक्टर अपराधियों की लिस्ट तैयार करने के निर्देश जारी किए हैं।
    सभी थानों से सूची जल्द भेजने को कहा गया है ताकि गैंगस्टर गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सके।

    रेड पर जा रही डीसीसी टीम की गाड़ी को क्रेटा ने मारी टक्कर

    उधर, लुधियाना में रेड पर जा रही डिस्ट्रिक्ट क्राइम सेल (डीसीसी) की टीम एक हादसे का शिकार हो गई। एक क्रेटा कार सवार ने पुलिस गाड़ी को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई लेकिन इंस्पेक्टर सहित सभी छह पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं।