चंडीगढ़ में ओंकार चैरिटेबल ट्रस्ट ने कोरोना में लोगों को भूखा नहीं रहने दिया, अब टीकाकरण में जुटी संस्था
ओंकार चैरिटेबल ट्रस्ट के फाउंडर रविंदर बिल्ला ने बताया कि महामारी से निजात पाने के लिए जरूरी है कि सभी अपना योगदान दें। ट्रस्ट की तरफ से पहले भी समाजस ...और पढ़ें

सुमेश ठाकुर, चंडीगढ़। कोरोना महामारी से उभरने के लिए सबसे पहली जरूरत है खाना और सुरक्षा के उपकरण। इन जरूरतों को पूरा किया है चंडीगढ़ की स्वयंसेवी संस्था ओंकार चैरिटेबल ट्रस्ट ने। ओंकार चैरिटेबल ट्रस्ट ने कोरोना महामारी की शुरुआत में पहले लोगों को लंगर बांटा। यह लंगर बांटने का काम मार्च से जून 2020 तक जारी रहा। खाना देने के लिए पहले एक संस्था और उसके बाद दूसरी संस्था से टाइअप किया, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को खाना मुहैया हो सके। यह खाना शहर के रेलवे कॉलोनी से लेकर कॉलोनी नंबर-4, रामदरबार, मौलीजागरां से लेकर बुडै़ल सेक्टर-45 और सेक्टर-26 तक बांटा गया। लोगों को घरों में खाना पहुंचाने के साथ शहर छोड़कर घर जा रहे प्रवासी लोगों को सड़क, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर खाना मुहैया भी कराया गया ताकि महामारी में कोई भूखा न रहे।
ओंकार चैरिटेबल ट्रस्ट ने खाना बांटने के साथ लोगों को फ्री सेनिटाइजर और मास्क भी बांटे ताकि कोरोना से सुरक्षा बनी रही। यह काम ट्रस्ट की तरफ से काेरोना की दूसरी लहर खत्म होने के बाद भी चल रहा है। विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों में पहुंचकर ट्रस्ट की तरफ से आज भी मास्क और सेनिटाइजर बांटे जा रहे है।
दूसरी लहर में बांटे गए फल
कोरोना की दूसरी लहर आई तो लोगों के पास खाने का प्रबंध था लेकिन शारीरिक मजबूती के लिए फल और जूस की जरूरत थी। जिसे भी आेंकार चैरिटेबल ट्रस्ट की तरफ से पूरा किया गया। ट्रस्ट की तरफ से दूसरी लहर के दौरान पांच हजार से ज्यादा घरों में दस से 20 किलो तक फल और सूखा राशन पहुंचाया गया ताकि महामारी में इंसान मूलभूत जरूरतों से दूर न रहे।
टीकाकरण के लिए चला रहे अभियान
कोरोना महामारी की पहली और दूसरी लहर के बाद अब ट्रस्ट की तरफ से टीकाकरण का अभियान शुरू किया हुआ है। यह अभियान द लास्ट बैंचर स्वयंसेवी संस्था के साथ शुरू किया हुआ है। सेक्टर-21 और सेक्टर-44 में पांच से ज्यादा टीकाकरण के कैंप लगाए जा चुके है जहां पर लोगों का टीकाकरण करने के साथ उन्हें टीकाकरण के लिए मोटिवेट करने के लिए गिफ्ट तक ओंकार चैरिटेबल ट्रस्ट की तरफ से दिए जा रहे है।
महामारी से बचाव के लिए योगदान की जरूरत
ओंकार चैरिटेबल ट्रस्ट के फाउंडर रविंदर बिल्ला ने बताया कि महामारी से निजात पाने के लिए जरूरी है कि सभी इसमें अपना योगदान दें। ट्रस्ट की तरफ से पहले भी समाजसेवा के काम किए जाते थे लेकिन महामारी में उस काम को करने का ज्यादा मौका मिला है जिसे हम पूरा कर रहे है।

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