मोहाली में नर्सिंग स्टाफ की हड़ताल, केवल इमरजेंसी सेवाएं जारी रहेंगी, सरकार को दिया दो दिन का समय
मोहाली में नर्सिंग स्टाफ की हड़ताल 4600 ग्रेड पे की बहाली को लेकर शुरू हो गई है। यूनाइटेड नर्सेज एसोसिएशन ने सरकार को दो दिन का समय दिया है जिसके बाद इमरजेंसी सेवाएं भी बंद करने की चेतावनी दी है। यूनियन का कहना है कि सरकार झूठे आश्वासन दे रही है। मांगें पूरी होने तक हड़ताल जारी रहेगी।

जागरण संवाददाता, मोहाली। मोहाली के सरकारी मेडिकल काॅलेजों में शुक्रवार से नर्सिंग स्टाफ ने हड़ताल शुरू कर दी है। 28 सितंबर तक केवल इमरजेंसी सेवाएं जारी रहेंगी। यदि 29 सितंबर तक कोई ठोस फैसला नहीं आया तो इमरजेंसी सेवाएं भी बंद कर दी जाएंगी। यूनाइटेड नर्सेज़ एसोसिएशन ऑफ पंजाब की अगुवाई में यह हड़ताल वर्षों से लंबित 4600 ग्रेड पे की बहाली को लेकर की जा रही है। यूनियन का कहना है कि बीते 6 वर्षों से नर्सिंग स्टाफ के साथ अन्याय हो रहा है और सरकार केवल झूठे आश्वासन दे रही है।
शुक्रवार को चंडीगढ़ स्थित पंजाब सिविल सचिवालय में मेडिकल शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग और वित्त विभाग के अधिकारियों के साथ नर्सिंग यूनियन की आपात बैठक हुई, जिसमें प्रमुख सचिवों ने दो दिन का समय मांगा। हालांकि, यूनियन ने स्पष्ट कर दिया कि जब तक ग्रेड पे बहाली का नोटिफिकेशन जारी नहीं होता, तब तक हड़ताल वापस नहीं होगी।
यूनियन की चेयरपर्सन आरती बाली और चेयरमैन रमनजीत सिंह गिल ने कहा कि अब यह संघर्ष आखिरी पड़ाव पर है। जब तक मांगें पूरी नहीं होतीं, नर्सिंग स्टाफ पीछे नहीं हटेगा। मोहाली के फेज-6 स्थित मेडिकल कालेज (एम्स) में नर्सिंग स्टाफ को दो श्रेणियों में विभाजित किया गया है। एक डीएचएस (स्वास्थ्य सेवाएं निदेशालय) और दूसरा डीआरएमई (चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान निदेशालय)।
वर्तमान में डीएचएस के अंतर्गत कुल 64 नर्सिंग कर्मचारी कार्यरत हैं, जबकि डीआरएमई के अंतर्गत 112 नर्सिंग कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं। यूनियन द्वारा घोषित हड़ताल के चलते डीआरएमई से संबंधित स्टाफ जब तक धरने पर रहेगा, तब तक डीएचएस स्टाफ अस्पताल में मरीजों की देखभाल और आवश्यक चिकित्सा सेवाओं की जिम्मेदारी संभालेगा।
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