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    अब नवजोत सिद्धू के पंजाब माडल पर खींचतान, कांग्रेस घोषणा पत्र पर बाजवा ने कही बड़ी बात

    By Sunil Kumar JhaEdited By:
    Updated: Fri, 21 Jan 2022 09:26 PM (IST)

    Punjab Vidhan Sabha Chunav 2022 पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस घोषणा पत्र को लेकर प्रताप सिंह बाजवा ने बड़ी बात कही है। नवजोत सिंह सिद्धू के पंंजाब माडल को लेकर बाजवा ने कहा कि कांग्रेस का घोषणा पत्र किसी व्‍यक्ति विशेष का नहीं होगा।

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    पंजाब कांग्रेस घोषणापत्र कमेटी के चेयरमैन प्रताप सिंह बाजवा और पंजाब कांग्रेस अध्‍यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू। (फाइल फोटो)

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। Punjab Vidhan Sabha Chunav 2022: कांग्रेस में नवजोत सिंह सिद्धू के पंजाब माडल को लेकर खींंचतान जारी है। सिद्धू के माडल पर पंजाब कांग्रेस की घोषणा पत्र कमेटी के चेयरमैन प्रताप सिंह बाजवा ने बड़ी बात कही। बाजवा का कहना है कि कमेटी जल्द ही घोषणा पत्र जारी कर देगी। घोषणा पत्र में क्या कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिद्धू की घोषणाओं और उनके पंजाब माडल को शामिल किया जाएगा, इस सवाल के जवाब में बाजवा ने कहा कि यह किसी व्यक्ति विशेष का नहीं, बल्कि कांग्रेस का होगा।

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    सिद्धू के पंजाब माडल पर बाजवा बोले- घोषणा पत्र किसी व्यक्ति विशेष का नहीं होगा

    बाजवा शुक्रवार को कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्‍होंने कहा कि कमेटी ने सिद्धू, मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, राज्‍य के वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल समेत अलग-अलग वर्गो से सुझाव लिए हैं। सभी अच्छे सुझावों को शामिल किया जाएगा। 2022 का घोषणा पत्र संक्षिप्त होगा। 2017 की तरह ग्रंथ नहीं होगा। जो वादे हम पूरे कर सकते हैं, उन्हीं पर फोकस किया जाएगा। घोषणा पत्र में दूसरी हरित क्रांति पर फोकस रहेगा। किसानों को गेहूं व धान के फसल चक्र से निकालना होगा।

    कहा- सीएम चन्नी व सिद्धू समेत कई नेताओं व वर्गो के सुझाव शामिल होंगे

    दो दिन पहले ही सिद्धू ने कृषि को लेकर अपना माडल पेश किया था, जिसमें उन्होंने येलो क्रांति लाने पर जोर दिया था। बाजवा ने कहा कि पिछले कुछ वर्षो में 75 लाख पंजाबी विदेश चले गए हैं। हर साल 1.5 लाख युवा रोजगार की तलाश में विदेश जा रहे है। अगर इन्हें नहीं रोका गया, तो पंजाबी आने वाले कुछ वर्षोंं में पंजाब में ही अल्पसंख्यक बनकर रह जाएंगे। इस मुद्दे पर भी घोषणा पत्र में विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके अलावा महिला सशक्तीकरण, इंडस्ट्री व श्रमिक वर्ग को भी प्राथमिकता में रखा जाएगा।

    उद्योगों को किराए पर सब्सिडी का विचार

    बाजवा ने संकेत दिए कि कांग्रेस घोषणा पत्र में इंडस्ट्री की सबसे बड़ी मांग किराया सब्सिडी का एलान कर सकती है। पंजाब बंदरगाहों से बहुत दूर है। पहले कच्चा माल लाना और फिर माल तैयार करके दोबारा उसी बाजार में भेजने में काफी खर्च आता है। पाकिस्तान के हलात को देखते हुए यह नहीं कहा जा सकता है कि सेंट्रल एशिया का रूट खुलेगा। 1992-93 तक केंद्र सरकार की एक फ्रेट इक्वलाइजेशन स्कीम थी। इस स्कीम के तहत जो राज्य बंदरगाहों से दूर हैं, उन्हें किराया सब्सिडी दी जाती थी। बाद में इसे बंद कर दिया गया था।

    खेल व संस्कृति पर भी विशेष ध्यान

    बाजवा ने कहा कि घोषणा पत्र में खेल और पंजाबी संस्कृति पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। बाजवा ने यह स्पष्ट नहीं किया कि नवजोत सिंह सिद्धू ने छात्राओं को लेकर जो वादे किए हैं, उन्हें घोषणा पत्र में शामिल किया जाएगा या नहीं। उन्होंने कहा कि राज्य के स्रोत व क्षमता के आधार पर ही पार्टी वादे करेगी।