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    स्मार्ट स्कूलों में दिव्यांगों के लिए नहीं शौचालय, UDISI रिपोर्ट ने खोली पोल; नियमों की उड़ रहीं धज्जियां

    Updated: Fri, 01 Aug 2025 05:48 PM (IST)

    चंडीगढ़ के शिक्षा प्रणाली को देश में बेहतरीन माना जाता है लेकिन यूडीआइएसई की रिपोर्ट के अनुसार शहर के 49 स्कूलों में दिव्यांग बच्चों के लिए शौचालय नहीं हैं जो चिंताजनक है। पुनर्वास अधिनियम 2016 और नई शिक्षा नीति के अनुसार हर स्कूल में यह सुविधा अनिवार्य है। सरकारी स्कूलों में भी 14 स्कूल इस सुविधा से वंचित हैं।

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    स्मार्ट स्कूलों में दिव्यांगों के लिए नहीं शौचालय। फोटो जागरण

    मोहित पांडेय, चंडीगढ़। पूरे देश में चंडीगढ़ के एजुकेशन सिस्टम को भले ही सबसे बेहतरीन सिस्टम में से एक माना जाता हो, लेकिन जमीनी हकीकत इससे कोसों दूर है। यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इनफार्मेशन सिस्टम फार एजुकेशन (यूडीआइएसई) की वर्ष 2023-24 की रिपोर्ट के अनुसार, शहर के 230 स्कूलों में से 49 स्कूलों में दिव्यांग बच्चों के लिए शौचालय की व्यवस्था ही नहीं है।

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    यह आंकड़ा न केवल चिंताजनक है, बल्कि स्मार्ट सिटी की शिक्षा नीति पर भी सवाल खड़े करता है।रिपोर्ट के मुताबिक, शहर के कुल 181 स्कूलों में ही दिव्यांग बच्चों के लिए अनुकूल शौचालय मौजूद हैं, जिसका मतलब है कि 22.5 प्रतिशत स्कूलों में यह बुनियादी सुविधा तक उपलब्ध नहीं है। यह स्थिति तब है जब पुनर्वास अधिनियम 2016, नई शिक्षा नीति और सीबीएसई की गाइडलाइंस में हर स्कूल में दिव्यांग बच्चों के लिए अलग से शौचालय होना अनिवार्य किया गया है।

    अगर सरकारी स्कूलों की बात करें, तो कुल 119 में से 105 स्कूलों ने इस दिशा में कुछ पहल जरूर की है। लेकिन 14 सरकारी स्कूल आज भी इस सुविधा से वंचित हैं, जो शिक्षा विभाग की ओर से किए जा रहे प्रयासों की सच्चाई उजागर करता है।

    शिक्षाविदों और अभिभावकों ने इस लापरवाही पर सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि जब तक बुनियादी सुविधाएं नहीं दी जाएंगी, तब तक एक सम्मान शिक्षा का सपना अधूरा ही रहेगा।खासकर दिव्यांग बच्चों के लिए यह स्थिति मानसिक और शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण बन जाती है।

    इसके साथ विशेषज्ञों का कहना है कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत सभी बच्चों को समान और सम्मानजनक शिक्षा देने का अधिकार है। ऐसे में सरकार और स्कूल प्रशासन को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।

    शिक्षा विभाग की ओर से अगर समय रहते य इस पर सख्त कदम नहीं उठाए गए, तो यह असंवेदनशीलता न केवल बच्चों के भविष्य को प्रभावित करेगी, बल्कि शिक्षा व्यवस्था की साख को भी गिरा देगी।

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    बच्चों की सुरक्षा की अनदेखी तो जागरण बनेगा आवाज

    दैनिक जागरण के कितने सुरक्षित हैं स्कूल विशेष अभियान के तहत सरकारी स्कूलों में बच्चों को लेकर सुरक्षा को लेकर कितने इंतजाम हैं इसे लेकर विशेष पड़ताल की जाएगी। अगर आपके बच्चे के स्कूल में भी सुरक्षा को लेकर अनदेखी हो रही है तो उसकी जानकारी आप मोबाइल नंबर 8284838931 या 9888069800 पर काल कर या फोटो भेजकर दे सकते हैं।

    आपकी आवाज को चंडीगढ़ शिक्षा विभाग और अन्य आला अधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा। दैनिक जागरण शैक्षणिक संस्थानों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर हमेशा ही ज्वलंत मुद्दों को उठाता रहा है।