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    थूक, बलगम या कफ निगलने से नहीं कोई खतरा : पद्मश्री डॉ. दिगंबर बेहेरा

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 16 Apr 2020 07:24 PM (IST)

    चंडीगढ़ प्रशासन ने पब्लिक प्लेस पर थूकने के लिए जो पाबंदी लगाई है।

    थूक, बलगम या कफ निगलने से नहीं कोई खतरा : पद्मश्री डॉ. दिगंबर बेहेरा

    विशाल पाठक, चंडीगढ़ : कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण को देखते हुए चंडीगढ़ प्रशासन ने पब्लिक प्लेस पर थूकने के लिए जो पाबंदी लगाई है। वह बिल्कुल सही है। कई लोगों को बार-बार थूक बनना, बलगम या कफ आना नेचुरल होता है। या कई लोग बीमारी के चलते भी बार-बार थूकते हैं या उन्हें बलगम बनती है। कभी कभार यह लोगों में सामान्य होता है। ऐसे में थूक, बलगम या कफ निगलने से शरीर के अंदर कोई दिक्कत नहीं होती है। क्योंकि शरीर में कई प्रकार के एसिड बनते हैं जिससे यह नष्ट होकर मल के जरिये शरीर के बाहर निकल जाते हैं। लेकिन यह देखा गया है कि बहुत से लोगों में थूकने की आदत होती है। ऐसे में लोगों को चाहिए कि वह जब भी अपने घर से बाहर निकलें, जरूरत पड़ने पर लोगों को टिश्यू पेपर, स्पिटिग बैग या प्लास्टिक बॉक्स का इस्तेमाल करना चाहिए। स्पिटिग बैग या प्लास्टिक बॉक्स में थोड़ी सी रेत डाल लें। फिर इसमें थूकें। या फिर रूमाल व टिश्यू पेपर में थूकें। ताकि घर आकर इसे साफ कर लें या नष्ट कर दें। यह कहना है पीजीआइ चंडीगढ़ के पल्मोनरी मेडिसन डिपार्टमेंट के सीनियर प्रोफेसर डॉ. दिगंबर बेहेरा का। जिन्हें इस वर्ष पद्मश्री के खिताब से सम्मानित किया गया है। जिन्हें बलगम, पित्त या कफ बनता है, साथ में रखें टिश्यू पेपर या प्लास्टिक बैग

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    पीजीआइ चंडीगढ़ के डिपार्टमेंट ऑफ वायरोलॉजी की सीनियर डॉक्टर मिनी पी सिंह ने बताया कि कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण को देखते हुए प्रशासन का यह फैसला बिल्कुल सही है। लेकिन जिन लोगों को नेचुरल प्रॉब्लम है या बीमारी के चलते उन्हें बार बार बलगम, पित्त या कफ बनता है। उन लोगों को अपने साथ घर से बाहर निकलते समय टिश्यू पेपर, प्लास्टिक बैग या प्लास्टिक बॉक्स साथ में रखना चाहिए। ताकि जब कभी भी उन्हें घर के बाहर बलगम या पित्त बने तो वह इस टिश्यू पेपर, प्लास्टिक बैग या प्लास्टिक बॉक्स में थूक सकें और इसे पब्लिक प्लेस पर लगे डस्टबिन या घर आकर इसे पानी के साथ धोकर फेंक दें। जिससे कि इसके फैलने के संक्रमण का खतरा भी खत्म हो जाता है। थूकने की आदत बदलनी होगी, एहतियात बरतनी होगी

    पीजीआइ चंडीगढ़ के डिपार्टमेंट ऑफ कम्युनिटी मेडिसन एंड पब्लिक हेल्थ के एडिशनल प्रोफेसर डॉ. रविद्रा खाईवाल ने कहा कि लोगों को पब्लिक प्लेस पर थूकने की आदत बदलनी होगी। यह अच्छी बात नहीं। जिन लोगों को बार-बार थूक, बलगम या कफ बनता है। और वह घर से बाहर निकलते हैं। तो उन लोगों को अपने साथ टिश्यू पेपर या रूमाल साथ में रखना चाहिए। ऐसे में थूक, बलगम या कफ थूकते समय ऐसे लोगों को टिश्यू पेपर या रूमाल का इस्तेमाल करना चाहिए। अगर कोई व्यक्ति थूक, बलगम या कफ निगल लेता है। उससे कोई शरीर को खतरा नहीं होता है। बीमार व्यक्ति के बार-बार बनने वाले कफ या बलगम का निगलना ठीक नहीं

    गवर्नमेंट मल्टी स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल-16 के मेडिकल सुपरिटेंडेंट और ज्वाइंट डायरेक्टर चंडीगढ़ हेल्थ डिपार्टमेंट डॉक्टर वीके नागपाल ने बताया कि मुंह में बनने वाले सामान्य लार या थूक को अंदर निगलने में कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन अगर कोई व्यक्ति बीमार है या उससे बार-बार कफ या बलगम बनता है। तो ऐसे में बलगम या कफ निगलना स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं है। इससे शरीर के अंदर कई विकार पैदा हो सकते हैं। ऐसे में लोगों को घर से बाहर निकलते समय अपने साथ टिश्यू पेपर, प्लास्टिक बैग या प्लास्टिक बॉक्स साथ रखना चाहिए।

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