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India Canada Row: लॉरेंस बिश्नोई, हरविंदर रिंदा के गुर्गों पर NIA का शिकंजा; कनाडा से टेरर फंडिंग होने का दावा

India Canada Row भारत और कनाडा के बीच चल रहे विवाद के बीच राष्ट्रीय एजेंसियों ने गैंगस्टर्स और आतंकियों के खिलाफ शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। अब ऐसा दावा किया जा रहा है कि आतंकी लखबीर सिंह लारेंस बिश्नोई व हरविंदर सिंह रिंदा के करीबियों और इनके गुर्गों के बैंक खातों में विदेश में बैठे गैंगस्टर्स और आतंकी फंडिंग कर रहे हैं।

By Jagran NewsEdited By: Gurpreet CheemaPublished: Tue, 26 Sep 2023 06:22 PM (IST)Updated: Tue, 26 Sep 2023 06:22 PM (IST)
विदेश में बैठे गैंगस्टर्स और आतंकियों द्वारा लॉरेंस बिश्नोई व रिंदा के करीबियों के खातों में फंडिंग करने का दावा

चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो। Terror Funding From Canada: भारत-कनाडा तनातनी के बीच पुलिस ने गैंगस्टर्स व आतंकियों के करीबियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पिछले कई दिनों से लगातार दी जा रही दबिश के बीच आतंकी लखबीर सिंह, लॉरेंस बिश्नोई व हरविंदर सिंह रिंदा के करीबियों के बैंक खातों का पता चला है। इन खातों में फंडिंग विदेश से होती है। पुलिस जांच में जुटी है कि आखिर किसलिए इन खातों में राशि भेजी जाती है।

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लगातार की जा रही छापेमारी

उधर, केंद्रीय जांच एजेंसियां भी लगातार गैंगस्टर्स व आतंकियों के करीबियों पर दबाव बना रही हैं। उल्लेखनीय है कि पुलिस एक सप्ताह से लगातार गैंगस्टरों व आतंकियों के करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। पुलिस ने बीते सोमवार को 264 ठिकानों पर छापेमारी की थी।

इस दौरान कुछ इलेक्ट्रानिक्स उपकरण, लैपटाप और कंप्यूटर भी जब्त किए हैं। पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक, इन कंप्यूटर की जांच साइबर सेल की ओर से की जा रही है।

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विदेश में बैठे गैंगस्टर्स कर रहे हैं फंडिंग

इन कंप्यूटरों से कुछ ई-मेल आइडी मिली हैं, जिससे भेजी मेल की जांच की जा रही है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (National Investigation Agency) की जांच में बीते दिनों पता चला है कि टेरर फंडिंग के लिए कनाडा से करोड़ों रुपये भेजे जा रहे हैं। यह फंडिंग वहां बैठे अलग-अलग गैंगस्टर्स की ओर से की जा रही है।

ये पैसे वे पंजाब व अन्य राज्यों में बैठे अपने करीबियों और गुर्गों को पहुंचाते हैं। इसके बाद इस पैसे का उपयोग हथियार खरीदने व अन्य कामों के लिए किया जाता है। विदेश में बैठे गैंगस्टर्स व आतंकियों पर नकेल कसने के लिए एनआइए उनकी संपत्तियां जब्त कर रही है।


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