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    पंजाब में चेकिंग के नाम पर अखबारों का डिस्ट्रीब्यूशन रोका गया, कई जिलों में सप्लाई न होने से रीडर परेशान

    Updated: Sun, 02 Nov 2025 12:34 PM (IST)

    पंजाब पुलिस ने अखबारों की सप्लाई गाड़ियों को चेकिंग के नाम पर रोका, जिससे मोगा, फिरोजपुर समेत कई जिलों में अखबार देरी से पहुंचे। इस घटना पर लोगों ने नाराजगी जताई और इसे आतंकवाद के दिनों की याद बताया। कांग्रेस विधायक परगट सिंह ने इसे प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला कहा, जबकि भाजपा नेता ने इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया। पुलिस ने अभी तक इस कार्रवाई का कारण नहीं बताया है।

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    पंजाब में अखबारों की सप्लाई रोकी, मचा हड़कंप।

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। पंजाब पुलिस ने रविवार अलसुबह अखबारों की सप्लाई लेकर जा रही गाड़ियों को चेकिंग के नाम पर रोक लिया। कई गाड़ियों से समाचारपत्र उतारकर सड़क पर रख दिए गए और एक-एक बंडल की चेकिंग की। कई जगह गाड़ियों को थाने ले जाया गया। कई जिलों से मिली रिपोर्ट के मुताबिक ड्राइवरों से फोन तक ले लिए गए ताकि वे किसी से संपर्क न कर सकें।

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    जो अखबार लोगों को सुबह छह बजे मिल जाता, जब वह दस बजे तक भी नहीं मिला तो डिस्ट्रिब्यूटरों में नाराजगी पाई गई। सुबह चार से पांच घंटे तक अखबार लेट होने से लोगों में भी रोष बढ़ने लगा और उन्होंने इंटरनेट पर तीखी प्रतिक्रिया दी। पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए इसे आपातकाल से जोड़ दिया। साथ ही विपक्षी नेताओं ने भी सरकार और पुलिस विभाग को कठघरे में खड़ा करते हुए पुलिस की कार्रवाई को लोकतंत्र की हत्या बताया।

    पुलिस की इस कार्रवाई पर देर शाम तक किसी भी सरकारी प्रवक्ता की प्रतिक्रिया नहीं आई, लेकिन देर शाम पंजाब पुलिस ने प्रेस नोट जारी कर स्पष्ट किया कि खुफिया इनपुट पर यह चेकिंग की गई थी। साथ ही खेद जताया कि इस कार्रवाई के दौरान कई जगह अखबार देरी से पहुंचा और लोगों को असुविधा हुई।

    इस रिलीज में उन्होंने कहा कि आगे से ऐसी कार्रवाई के दौरान यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी को असुविधा न हो। हालांकि इस पूरी कार्रवाई पर सवाल उठता है कि ऐसा कौन सा इनपुट था कि विभिन्न जिलों में कई गाड़ियों को रोक लिया गया।

    पंजाब पुलिस यह स्पष्ट नहीं कर पाई कि अगर खुफिया विभाग का इनपुट था तो पूरे पंजाब में अखबार ढुलाई करने वाले वाहनों की चेकिंग की गई तो उसमें निकला क्या। डिस्ट्रीब्यूटर्स ने यह तक कहा कि अगर विभाग के पास ऐसा इनपुट था तो डाग स्कवाड को पहुंचने में दो-दो घंटे क्यों लग गए और अगर उन्हें शक था कि गाड़ी में विस्फोटक है तो उन्हें थाने में क्यों ले जाया गया।

    शनिवार रात से शुरू हुई पुलिस की कार्रवाई के कारण लुधियाना, अमृतसर, बठिंडा, मोगा, फिरोजपुर, नंगल, नवांशहर, होशियारपुर, गुरदासपुर, पठानकोट, मानसा, बरनाला आदि जिलों में अखबार देरी से पहुंचे। गुरदासपुर में दोपहर 12 बजे के बाद अखबार की सप्लाई पहुंची। दैनिक जागरण और पंजाबी जागरण की सप्लाई लेकर लुधियाना जा रहे चालक शम्मी ने बताया कि वह सुबह 4:15 बजे लुधियाना के घंटा घर चौक पहुंचा था। वहां पुलिस खड़ी थी और उसे रोककर गाड़ी कोतवाली थाना लेकर जाने को कहा। एक पुलिसकर्मी आगे बैठ गया।

    शम्मी ने कहा कि अखबार उतार लेने दीजिए, लेकिन पुलिस ने बात नहीं सुनी। उसके बाद अन्य गाड़ियां भी थाने ले आए। वहां सभी ड्राइवरों के फोन जब्त कर लिए गए। सुबह आठ बजे के बाद उन्हें छोड़ा गया। इसी तरह अमृतसर गाड़ी लेकर जा रहे ललित ने बताया के सुबह छह बजे वे टांगरा के पास पहुंचे तो वहां पुलिस का नाका लगा था। पहुंचते ही पुलिस ने गाड़ी कब्जे में ली और गोल्डन गेट ले गई।

    वहां पहुंचकर गाड़ी में रखे अखबारों के सभी बंडल बाहर निकाल दिए। इस दौरान उन्हें किसी से बात नहीं करने दी गई। करीब डेढ़-दो घंटे बाद उन्हें छोड़ा गया। ऐसा ही कई अन्य जिलों में भी हुआ। फिरोजपुर, अबोहर जाने वाले गाड़ी कमालके पुलिस स्टेशन पर, बठिंडा वाली गाड़ी जेठुके पक्का नाका पर रोकी गई। गुरदासपुर की गाड़ी बाबा बकाला नाके पर, पठानकोट की गाड़ी मानसर नाका पर और होशियारपुर की गाड़ी मंडियाला में रोकी गई।

    पुलिस ने कहा- वाहनों से हो रही हथियारों की तस्करी

    पंजाब पुलिस की ओर से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया कि पंजाब पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ द्वारा भारत को नुकसान पहुंचाने की साजिशों का खामियाजा भुगत रहा है। इसमें अंतरराष्ट्रीय सीमा पार से ड्रोनों के जरिए हथियार और विस्फोटकों की तस्करी वाहनों के जरिए की जाती हैं। देश-विरोधी ताकतें भारत में अशांति फैलाने के नए-नए तरीके निकाल रही हैं और आपरेशन ‘सिंदूर’ के बाद उनकी गतिविधियों में तेजी आई है। इसी के मद्देनजर यह चेकिंग की गई थी।

    मीडिया पर दबाव बनाने का प्रयास कर रही आप: सुखबीर

    https://x.com/officeofssbadal/status/1984931517551050776

    शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि जिस तरह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा देश में इमरजेंसी लगाई गई थी, ठीक उसी ढंग से रविवार को मीडिया हाउस पर दबाव बनाने का प्रयास किया गया। विभिन्न समाचार पत्रों से संबंधित गाड़ियों को रोककर मानवता का हनन किया गया। देश के चौथे स्तंभ के तौर पर जाने जाते मीडिया पर दबाव बनाने लिए आप सरकार ने पुलिस बल का प्रयोग किया। उन्होंने कहा, मान को लगता हैं कि वह हमेशा ही मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बने रहेंगे। पंजाब के लोग इतना धक्का बर्दाश्त नहीं करते हैं। वह मीडिया के साथ खड़े हैं।

    अखबार वितरण वाहनों पर छापामारी चिंताजनक: राजा वड़िंग

    https://x.com/RajaBrar_INC/status/1984849305241604511

    पंजाब कांग्रेस प्रधान और सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा कि यह कार्रवाई चिंताजनक और अभूतपूर्व है। पंजाब भर में अखबार वितरण वाहनों पर छापामारी प्रेस की स्वतंत्रता और जन सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है। उन्होंने सरकार को टैग करते हुए सवाल पूछा कि आखिर इन कार्रवाइयों के पीछे की सच्चाई क्या है? हम इस मुद्दे पर स्पष्टता और पारदर्शिता की मांग करते हैं। पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने एक्स पर लिखा कि अखबारों के डिलिवरी वाहनों को रोकना मीडिया की आजादी पर हमला है।

    शीश महल की खबरों से घबराई सरकार: अश्विनी शर्मा

    https://x.com/AshwaniSBJP/status/1984870739473023147

    प्रदेश भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने कहा कि पुलिस ने अखबारों की गाड़ियां रोककर बंडलों की तलाशी ली। कई जगह पर गाड़ियों को थानों तक ले जाया गया और अखबार पढ़ने के बाद ही उन्हें आगे जाने दिया गया। शीश महल की खबरों से घबराई आम आदमी पार्टी सरकार ने मीडिया पर हमला बोला है। इंदिरा गांधी की इमरजेंसी के बाद पहली बार पंजाब में इस तरह की कार्रवाई हुई है। यह बर्दाश्त नहीं।

    इमरजेंसी की तरफ बढ़ रहा पंजाब: विधायक परगट सिंह

    https://x.com/PargatSOfficial/status/1984836676028420171

    जालंधर कैंट से कांग्रेस विधायक परगट सिंह ने एक्स अकाउंट पर वीडियो शेयर करते हुए इसे अखबारों की स्वतंत्रता पर हमला बताया। उन्होंने लिखा, भगवंत मान सरकार ने अखबारों की सप्लाई को केवल इसलिए रोका क्योंकि पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के चंडीगढ़ में 50 नंबर कोठी में रुकने वाली खबरों को लोगों तक पहुंचने से रोका जा सके। दिल्ली की लाबी पंजाब के खजाने को लूट रही है। यह सभी को पता है, लेकिन अखबारों की सप्लाई रोक कर सच्चाई को दबाने की कोशिश की गई। पंजाब इमरजेंसी की तरफ बढ़ रहा है। राज्य में प्रशासन नाम की चीज नहीं रह गई है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

    इस कार्रवाई का सच पूरा देश जानना चाहता है: तरुण चुघ

    https://x.com/tarunchughbjp/status/1984899915827572903

    भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने जिस प्रकार ने इंदिरा गांधी ने इमरजेंसी लगाकर मीडिया हाउस को टारगेट किया था, उसी प्रकार भगवंत मान की सरकार ने मीडिया हाउस को टारगेट किया है। उन्होंने कहा कि पूरा देश सच को जानना चाहता हैं कि यह घटना डराने की थी या इनपुट के नाम पर धमकाने की।

    प्रेस की स्वतंत्रता को खत्म किया जा रहा: पूर्व मंत्री सांपला

    https://x.com/thevijaysampla/status/1984877995153359251

    भाजपा के पूर्व मंत्री विजय सांपला ने कहा कि आज वह वक्त याद रहा है जब इमरजेंसी में लोकतंत्र और प्रेस की स्वतंत्रता को खत्म दिया गया था। पंजाब में अब वैसे ही हालात हो गए हैं। लोगों की आवाज दुनिया तक न पहुंचे, इसके लिए अखबार लेकर जा रही गाड़ियां ही रोक दी गईं। पंजाब सरकार ने लोगों के साथ धक्केशाही शुरू कर दी है। इसके खिलाफ सभी को मिलजुल कर आवाज उठानी चाहिए।

    सरकार ने लोगों को काले दिन याद करवाए: सुभाष शर्मा

    भाजपा नेता डा. सुभाष शर्मा ने इसे लोकतंत्र की हत्या बताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल लोकतंत्र की बात करते हैं, लेकिन हकीकत यह है कि उन्हें लोकतंत्र की बिल्कुल भी परवाह नहीं हैं। आतंकवाद के दिनों में सुना जाता था कि अखबारों की सप्लाई रोक दी गई। आम आदमी पार्टी की सरकार ने आज लोगों को वही दिन याद करवा दिए।

    मीडिया की आवाज दबाई जा रही: विधायक बलविंदर

    फगवाड़ा हलके के कांग्रेस विधायक बलविंदर सिंह ने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार ने चार साल में प्रदेश को नीचे गिराया है। लूट-खसूट चल रही है। सभी वर्ग खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। अब मीडिया और सरकार के खिलाफ बोलने वालों की आवाज दबाई जा रही है। हम पंजाब पुलिस की इस कार्रवाई की निंदा करते हैं।

    चंडीगढ़ प्रेस क्लब ने कहा- यह कार्रवाई प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला

    चंडीगढ़ प्रेस क्लब ने पंजाब के विभिन्न जिलों में समाचार पत्रों से लदे वाहनों को रोकने की पुलिस कार्रवाई की कड़ी निंदा की है। क्लब के प्रधान सौरभ दुग्गल और महासचिव राजेश ढल्ल ने कहा कि अखबार वितरण में इस तरह का हस्तक्षेप प्रेस की स्वतंत्रता और सूचना के मुक्त प्रवाह पर सीधा हमला है। उन्होंने सरकार से तुरंत यह कार्रवाई रोकने का मांग की ताकि प्रेस की स्वतंत्रता बनी रहे।

    अमृतसर प्रेस क्लब ने की पंजाब पुलिस की कार्यप्रणाली की निंदा

    द प्रेस क्लब ऑफ अमृतसर ने राज्य के कई जिलों में समाचार पत्र ले जा रही गाड़ियों को रोकने की कार्रवाई पर पंजाब पुलिस की निंदा की। अध्यक्ष राजेश गिल और महासचिव मनिंदर मोंगा ने कहा कि पूरे राज्य में रविवार को समाचार पत्रों का वितरण अधिकारियों द्वारा कड़ी वाहन जांच के कारण बाधित हो गया। कई मामलों में डिलीवरी वैन को पुलिस थानों में रोका गया, जिससे कर्मचारियों को अनावश्यक परेशानी हुई और पाठकों तक पहुंचने में काफी देरी हुई। ये मीडिया स्वतंत्रता पर सीधा हमला हैं। उन्होंने ऐसी चेकिंग को तुरंत रोकने, समाचार पत्रों के सुचारु संचालन की गारंटी देने की मांग की।

    वकील बोले- सरकार की कार्रवाई तानाशाहीपूर्ण

    पटियाला की डेमोक्रेटिक लायर्स एसोसिएशन पंजाब ने पुलिस द्वारा अखबारों की गाड़ियां रोकने की कार्रवाई की निंदा की है। एसोसिएशन की ओर से एडवोकेट राजीव लोहटबद्दी, एडवोकेट हरप्रीत जीरख और एडवोकेट दलजीत सिंह ने कहा कि पुलिस की यह कार्रवाई एक गैर लोकतांत्रिक और तानाशाही पूर्ण है। सभी न्यायप्रिय लोगों को इसके खिलाफ आगे आने चाहिए ताकि भविष्य में दोबारा से ऐसी कोई घटना न हो।