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    डॉक्टर पर्ची पर हिंदी में लिखेंगे दवा कब और कैसे खानी, चंडीगढ़ में पीजीआइ की नई पहल

    Updated: Sat, 13 Sep 2025 06:52 PM (IST)

    पीजीआई चंडीगढ़ ने हिंदी दिवस पर एक नई पहल की है। अब मरीजों को पर्ची पर दवा की जानकारी हिंदी में मिलेगी जिससे ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले मरीजों को दवा लेने की प्रक्रिया समझने में आसानी होगी। पीजीआई में हिंदी के प्रचार के लिए एक अलग विभाग भी बनाया गया है। डॉक्टर हिंदी में बीमारियों से जुड़े वीडियो बना रहे हैं।

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    पीजीआई की नई पहल से मरीजों की काफी सुविधा हो जाएगी।

    मोहित पांडेय, चंडीगढ़। पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआई) ने हिंदी दिवस पर एक अनोखी पहल करने की योजना तैयार की है। पहले के तरह अब मरीजों के पर्ची पर हिंदी में लिखेंगे कि दवा कब और कैसे खानी है। यह पहल देशभर के अन्य मेडिकल संस्थानों में एक मिसाल बनेगी। देशभर के लाखों मरीजों का इलाज करने वाला पीजीआई अब हिंदी के विकास में भी अपनी अहम भूमिका निभा रहा है।

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    हर दिन पीजीआई में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार समेत अन्य राज्यों से 10 से 12 हजार मरीज इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं। इनमें से अधिकांश मरीज ग्रामीण एरिया से आते हैं। जब उन्हें पर्ची पर दवा के बारे में लिखकर दिया जाता है, तो कम पढ़े लिखे होने के कारण उन्हें दवा लेने के लिए प्रक्रिया को समझने में समस्या आती है। संस्थान की नई पहल से मरीजों की काफी सुविधा हो जाएगी।

    हिंदी में ईमेल और हस्ताक्षर करने के निर्देश

    हिंदी भाषा के प्रयोग के लिए पीजीआई में एक अलग से हिंदी भाषा विभाग का बनाया है, जहां विशेषज्ञों की टीम हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए रणनीति बनाने से रूपरेखा तैयार कर रही है। एंडोक्राइनोलाजी विभाग के प्रमुख प्रो. संजय भडाडा को विभाग का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। उन्होंने बताया कि संस्थान में सभी डाॅक्टरों और कर्मचारियों से हिंदी में ईमेल करने, हस्ताक्षर करने और पत्राचार को बढ़ावा देने के निर्देश दिए गए हैं।

    अंग्रेजी भाषा के साथ औपचारिक ई- मेल के लिए अंग्रेजी समेत हिंदी का प्रयोग किया जा रहा है। इसके साथ अस्पताल में मरीजों की सहूलियत के लिए साइन बोर्ड हिंदी में लगाने के लिए योजना तैयार की जा रही है। हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए पीजीआई में डाॅक्टरों की टीम की ओर से बीमारियों से जुड़ी जागरूकता वीडियो भी हिंदी में तैयार की जा रही हैं, जिन्हें जल्द ओपीडी में चलाया जाएगा।