गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई के खिलाफ एनडीपीएस व आर्म्स एक्ट के तहत नई एफआइआर दर्ज, 10 दिन का रिमांड मंजूर
रंगदारी मांगने व जाली दस्तावेजों के माध्यम से पासपोर्ट बनवाने के मामले में गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। सोमवार को स्टेट क्राइम सेल मोहाली की ओर से गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई को दोबारा एडीशनल सिविल जज (सीनियर डिवीजन) सोनाली ¨सह की कोर्ट में पेश किया गया।

जागरण संवाददाता, मोहाली : रंगदारी मांगने व जाली दस्तावेजों के माध्यम से पासपोर्ट बनवाने के मामले में गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। पिछला रिमांड खत्म होने पर सोमवार को स्टेट क्राइम सेल मोहाली की ओर से गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई को दोबारा एडीशनल सिविल जज (सीनियर डिवीजन) सोनाली ¨सह की कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। लेकिन सदर खरड़ पुलिस ने एफआइआर नंबर-115/22 में गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई को नामजद कर उसे गिरफ्तार कर लिया। बाद दोपहर लारेंस बिश्नोई को खरड़ कोर्ट में पेश किया, गया जहां अदालत ने उसे 10 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। फर्जी पासपोर्ट मामले में गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। जग्गू भगवानपुरिया तीन सितंबर तक पुलिस रिमांड पर है। सीआइए स्टाफ ने खरड़ -लांडरा रोड पर गोल्ड होम सोसायटी के सामने सात जून 2022 को स्पेशल नाकेबंदी के दौरान निखिलकांत शर्मा निवासी मोहल्ला रूप चंद कोतवाली पटियाला को गिरफ्तार किया था। निखिलकांत से पुलिस ने .32 बोर का पिस्टल, पांच रौंद, दो मोबाइल फोन, एक लाख रुपये ड्रग मनी बरामद की थी। पुलिस रिमांड के दौरान आरोपित निखिलकांत ने बताया था कि वह लारेंस गैंग के लिए काम करता है। मामले में सदर खरड़ थाने में एफआइआर नंबर -115 दर्ज हुई थी, जिसमें आरोपित निखिलकांत के खिलाफ आर्म्स एक्ट व एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ था। सोमवार को इसी मामले में पुलिस ने गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई को गिरफ्तार किया। फर्जी पासपोर्ट मामले में नौ लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ था केस फर्जी पासपोर्ट मामले में स्टेट क्राइम सेल मोहाली थाने में गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई, कर्मवीर ¨सह, पत¨वदर ¨सह उर्फ गोल्डी, पतवीर व¨डंग, राजवीर ¨सह, याद¨वदर ¨सह, बलदेव चौधरी, गुर¨वदर पाल ¨सह के खिलाफ धारा 384, 465, 466, 467, 120बी व पासपोर्ट एक्ट की धारा 12 के तहत मामला दर्ज किया गया था। आरोप है कि लारेंस बिश्नोई ने अपने रसूख का इस्तेमाल कर फर्जी पासपोर्ट बनाकर छोटे भाई को विदेश भेजा। लारेंस 29 अगस्त तक पुलिस रिमांड पर था। लारेंस बिश्नोई पर अपने भाई अनमोल बिश्नोई को पुलिस कार्रवाई से बचाने के लिए सिद्धू मूसेवाला की हत्या से कुछ दिन पहले ही फर्जी पासपोर्ट पर विदेश भेजने का आरोप है। केस में जिस ट्रैवल एजेंट ने पासपोर्ट बनाने में मदद की है, उसे भी केस में नामजद किया गया है।

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