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    चंडीगढ़ में नए कन्वर्जन रेट तय, लीज होल्ड प्राॅपर्टी को फ्री होल्ड करवा सकेंगे, पढ़िये कितना पढ़ेगा जेब पर असर

    Updated: Sat, 13 Sep 2025 11:35 AM (IST)

    चंडीगढ़ प्रशासन ने लीज होल्ड प्रॉपर्टी को फ्री होल्ड करवाने के लिए नए कन्वर्जन रेट तय किए हैं जिसकी अधिसूचना जारी कर दी गई है। नए रेट कलेक्टर रेट के आधार पर तय होंगे और उत्तरी सेक्टरों में कन्वर्जन महंगा होगा। शहर की 50% रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी लीज होल्ड है। अब कलेक्टर रेट में संशोधन के साथ ही कन्वर्जन चार्जेज भी खुद तय हो जाएंगे।

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    इस समय शहर की 50 प्रतिशत रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी लीज होल्ड है।

    जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। लंबे इंतजार के बाद आखिरकार प्रशासन ने नए कन्वर्जन रेट की अधिसूचना जारी कर ही दी है। अब लीज होल्ड रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी को फ्री होल्ड करवा सकेंगे। कन्वर्जन चार्जेज की गणना कलेक्टर रेट के आधार पर की जाएगी। एक अप्रैल से कलेक्टर रेट बढ़ाए जा चुके हैं, जिससे अब शुल्क दो से ढ़ाई गुना बढ़ जाएंगे।

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    जैसे-जैसे कलेक्टर रेट संशोधित होंगे, उसी के अनुसार कन्वर्जन चार्जेज खुद तय हो जाएंगे। दक्षिण के मुकाबले उत्तरी सेक्टरों में कन्वर्जन करवाना ज्यादा महंगा होगा। इस समय शहर की 50 प्रतिशत रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी लीज होल्ड है। कमर्शियल प्राॅपर्टी को फ्री होल्ड करवाने की सुविधा नहीं है।

    कन्वर्जन चार्जेज तय करने का फार्मूला

    (कलेक्टर रेट आफ इंडिपेंडेंट ड्वेलिंग यूनिट × कन्वर्जन चार्जेज, जैसा मूल नियमों में निर्दिष्ट है) ÷ 1996 की दरें (1710 प्रति वर्ग मीटर)

    मनीमाजरा में सेक्टर-38 की तरह लगेगा कन्वर्जन रेट

    मनीमाजरा (अब सेक्टर-13) में स्थित मकानों या फ्लैट्स के कन्वर्जन चार्जेज की गणना सेक्टर-38 और उसके आगे के शहरी आवासीय क्षेत्रों के कलेक्टर रेट के आधार पर होगी। ईडब्ल्यूएस मकान, इंडस्ट्रियल लेबर हाउस, सस्ते मकान, एलआईजी, एमआईजी, एम आईजी (अपर) श्रेणियों के मकान व फ्लैट्स, जिन्हें एस्टेट ऑफिस या चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड ने लीज होल्ड आधार पर अलाॅट किया है, उनके लिए कन्वर्जन चार्जेज प्रो-राटा आधार पर लिए जाएंगे।

    तीन माह पहले संपदा विभाग ने भेजा था प्रस्ताव

    शुल्क बढ़ाने का प्रस्ताव संपदा विभाग ने तीन महीने पहले भेजा था, जिसको प्रशासन की तरफ से अब मंजूरी मिली है। कन्वर्जन चार्जेज के संशोधन का प्रस्ताव 2017 की अधिसूचना के तहत भेजा था, जो नए कलेक्टर रेट्स पर आधारित है। अब भविष्य में जैसे-जैसे कलेक्टर रेट बदले जाएंगे, उसी अनुरूप कन्वर्जन चार्जेस को भी संशोधित किया जाएगा।

    इससे पहले रेट्स में संशोधन साल 2021 में किया गया था। प्रशासन के अनुसार कन्वर्जन रेट 9 साल बाद बढ़े हैं। इस समय चंडीगढ़ में प्राॅपर्टी के रेट लगातार बढ़ रहे हैं। अब कन्वर्जन शुल्क बढ़ने से प्रॉपर्टी की कीमतें और बढ़ जाएंगी। शहर में अब घर खरीदना हर किसी के लिए आसान नहीं है।

    इस तरह समझें कैसे बढ़ेगा बोझ

    पूरे शहर में अलग अलग एरिया और उनके अलग-अलग कैटगरी के प्लाॅट के अनुसार कन्वर्जन शुल्क चार्ज किया जाता है। उदाहरण के तौर पर इस समय सेक्टर-1 से 12 तक के एरिया में शुल्क 93 हजार 587 रुपये प्रति स्क्वेयर मीटर था, जोकि अब दो लाख 13 हजार रुपये प्रति स्क्वेयर मीटर हो जाएगा।

    ऐसे लगेंगे कन्वर्जन चार्जेज 

    0-50 वर्ग मीटर: कोई शुल्क नहीं

    51-150 वर्ग मीटर: कलेक्टर रेट का 7.5 प्रतिशत

    151-250 वर्ग मीटर: 10 प्रतिशत

    251-350 वर्ग मीटर: 15 प्रतिशत

    351-500 वर्ग मीटर: 20 प्रतिशत

    501-1000 वर्ग मीटर: 22.5 प्रतिशत

    1000 वर्ग मीटर से अधिक: 25 प्रतिशत