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    सलाहकारों के टेढ़े बाेल पर बुरे फंसे पंजाब कांग्रेस अध्‍यक्ष नवजाेत सिद्धू, विराेधियों के संग अपनों का भी हमला

    By Sunil Kumar JhaEdited By:
    Updated: Tue, 24 Aug 2021 07:51 AM (IST)

    Navjot Singh Sidhu पंजाब कांग्रेस के अध्‍यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू अपने सलाहकाराें के उल्‍टे बयानाें के कारण बुरी तरह फंस गए हैं। उन पर विरोधी दलों के नेताओं के साथ-साथ कांग्रेस के नेता भी हमले कर रहे हैं। पूरे प्रकरण में सिद्धू पूरी तरह माैन हैं।

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    मालविंदर सिंह माली और पंजाब कांग्रेस अध्‍यक्ष नवजाेत सिंह सिद्धू। (फाइल फोटो)

    जेएनएन/प्रेट्र, चंडीगढ़/नई दिल्ली। Punjab Congress: पंजाब कांग्रेस के अध्‍यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू अपने दो सलाहकाराें के टेढ़े बोल के कारण बुरे फंसे हैं और उन पर चौतरफा हमले हो रहे हैं। विरोधी दलों शिरोमणि अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी के साथ-साथ कांग्रेस के नेता भी सिद्धू पर निशाना साध रहे हैं। सिद्धू के सलाहकार मालविंदर सिंह माली और डा. प्यारा लाल गर्ग द्वारा जम्मू-कश्मीर और पाकिस्तान को लेकर दिए गए बयानों को लेकर पंजाब की राजनीति गरमा गई है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की ओर से सिद्धू के सलाहकारों को लताड़ लगाए जाने के बाद माली और गर्ग के बयानों पर न केवल अकाली दल बल्कि भाजपा सहित कांग्रेस के नेताओं ने भी कड़ी आपत्ति जताई है।

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    भाजपा और अकाली दल के तीखे हमले, माली बोले; यह मेरे निजी विचार

    वहीं, माली ने इंटरनेट मीडिया पर अपनी पोस्टों को अपनी निजी राय बताया है। सोमवार को सिद्धू ने अपने आवास पर सलाहकारों माली व डा. गर्ग के साथ बैठक की। लेकिन, चार घंटे तक बैठक के बाद सिद्धू ने इस विषय पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। उधर, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी हरीश रावत पंजाब आएंगे। वह सिद्धू को अनुशासन की नसीहत दे सकते हैं।

    मुख्यमंत्री की लताड़ के बाद सिद्धू ने नहीं दी कोई प्रतिक्रिया, पंजाब से लेकर दिल्ली तक गरमाई सियासत

    केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट कर सिद्धू का नवंबर, 2019 का भाषण भी पोस्ट किया। इसमें उन्होंने (सिद्धू ने) करतारपुर साहिब कारिडोर के उद्घाटन समारोह के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की प्रशंसा की थी। पुरी ने सवाल किया कि क्या उनके (सिद्धू के) सलाहकारों ने उनकी टिप्पणियों से प्रेरणा ली है। उन्‍होंने कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि सिद्धू के सलाहकारों ने कश्मीर पर चौंकाने वाले बयान दिए हैं। उन्होंने श्री करतारपुर साहिब कारिडोर के उद्घाटन पर जफ्फी भाषण से प्रेरणा ली है।

    संबित पात्रा ने भी सवाल उठाए, कहा- सिद्धू के सलाहकारों की सोच पर धिक्‍कार है

    इसी तरह भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि पंजाब के कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धू के सलाहकार पाकिस्‍तान और कश्मीर के बारे में यही राय रखते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी सोच पर धिक्कार है, क्या राहुल गांधी के पास कोई जवाब है। भाजपा के प्रदेश महासचिव डा. सुभाष शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री को राजधर्म निभाते हुए सिद्धू के सलाहाकार के खिलाफ करवाई करनी चाहिए।

    कांग्रेस भवन आइएसआइ का दफ्तर बना, सिद्धू के सलाहकारों पर दर्ज हो केस : अकाली दल

    अकाली दल के विधायक व पूर्व मंत्री बिक्रम मजीठिया ने तो सिद्धू समेत उनके सलाहकारों पर देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कवर जावेद बाजवा को सिद्धू जफ्फी डालते हैं और उनके सलाहकार देश विरोधी बयान जारी करते हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि जब भारत के स्वतंत्रता दिवस से दो दिन पहले सिद्धू के सलाहकार राष्ट्र विरोधी बयान जारी कर रहे थे। ऐसा लग रहा है कि पंजाब कांग्रेस दफ्तर आइएसआइ का अड्डा बन गया है। यह दफ्तर न केवल कश्मीर के संबंध में जनरल बाजवा के एजेंडे को लागू कर रहा है बल्कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के साथ मिलकर काम करने लगा है।

    हरीश रावत को गंभीरता के साथ आत्ममंथन करना चाहिए : तिवारी

    वहीं कांग्रेस नेता और आंनदपुर साहिब से सांसद मनीष तिवारी ने पार्टी नेताओं से अपील की है कि जम्मू-कश्मीर को भारत का हिस्सा नहीं मानने वाले और पाकिस्तान समर्थक लोगों को पंजाब कांग्रेस का हिस्सा होने पर आत्ममंथन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे भारत के लिए खून बहाने वाले लोगों का मजाक उड़ा रहे हैं। तिवारी ने ट्वीट कर कांग्रेस के महासिचव और पंजाब प्रभारी हरीश रावत से मांग की कि इस विषय पर गंभीरता से आत्मनिरीक्षण किया जाए कि जम्मू-कश्मीर को भारत का हिस्सा नहीं मानने और पाकिस्तान समर्थक झुकाव रखने वाले लोग क्या पंजाब कांग्रेस का हिस्सा होना चाहिए।

    कश्मीर व पाकिस्तान को लेकर व्यक्तिगत सोच पर कायम हूं : माली

    दूसरी ओर, सिद्धू के सलाहकार मालविंदर सिंह माली ने दोहराया है कश्मीर और पाकिस्तान को लेकर उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर जो विचार व्यक्त किए हैं, वह उनका स्टैंड है और वह अपनी सोच पर कायम हैं। वह न तो नेता हैं और न ही उनको चुनाव लड़ना है। वह अपनी सोच पर कायम हैं। पंजाब के मसले न कश्मीर हल करेगा और न ही पाकिस्तान, यह हमें ही हल करने हैं। पंजाब को बर्बादी के रास्ते पर धकेला गया है। ऐसे हालात को कंट्रोल करने के लिए संवाद होना चाहिए। वह व्यक्तिगत तौर पर सिद्धू के सलाहकार हैं न कि पार्टी के प्रतिनिधि हैं। वह सिद्धू के एजेंडे के साथ हैं।

    बैठक में मुद्दों पर हुई चर्चा

    सिद्धू के सलाहकार डा. प्‍यारालाल गर्ग ने कहा कि सिद्धू के साथ बैठक में पंजाब के विभिन्न मुद्दों के समाधान पर चर्चा हुई है। राज्य की वित्तीय स्थिति के सुधार के साथ ही पंजाब पर चढ़े कर्ज के कारणों को लेकर बातचीत की गई है।