श्री हरमंदिर साहिब को ठहता दिखाया, सिख संगत का आक्रोश देख एआई-जनित फर्जी वीडियो पर मुंबई पुलिस का एक्शन
मुंबई पुलिस ने हरमंदिर साहिब पर एआई से बने आपत्तिजनक वीडियो के मामले में एफआईआर दर्ज की है। वीडियो में दरबार साहिब को ढहते हुए दिखाया गया था जिससे सिख समुदाय में आक्रोश है। साइबर विभाग ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है। इससे पहले हरमंदिर साहिब को उड़ाने की धमकी मिली थी जिससे चिंता बढ़ गई थी। सिख नेताओं ने एआई-जनित सामग्री पर दुख जताया है।

रोहित कुमार, चंडीगढ़। मुंबई पुलिस ने श्री हरमंदिर साहिब पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से आपत्तिजनक वीडियो बनाने के मामले में केस दर्ज कर लिया है। एआई का दुरुपयोग कर एक फर्जी वीडियो बनाया गया, जिसमें श्री दरबार साहिब को ढहते और पानी में बहते हुए दिखाया गया। इस आपत्तिजनक और अपमानजनक कृत्य से सिख संगत की भावनाएं आहत हुई हैं। मामले में मुंबई पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एफआईआर की है।
महाराष्ट्र साइबर विभाग की विशेष आईजी यश्वी यादव ने इस मामले में सिख नेताओं से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि यह मामला माडल साइबर पुलिस स्टेशन, मुंबई में स्थानीय निवासी गुरसेव सिंह की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया। मामले की निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया गया।
इस से पहले श्री हरिमंदिर साहिब को आरडीएक्स से उड़ाने की धमकी भरा ई-मेल शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के आधिकारिक ई-मेल पते पर पहुंचा, जिससे सिख समुदाय में हड़कंप मच गया। यह धमकी इस साल अब तक मिल चुकी कुल 14 धमकियों में से एक और कड़ी है। धमकी भरे ई-मेल का तरीका, भाषा और शैली पहले भेजे गए 14 ई-मेल से बिल्कुल मिलता-जुलता है।
धमकी भरे ई-मेल भेजने वाले का अभी पता नहीं चला
सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि सभी धमकियां एक ही व्यक्ति या समूह द्वारा भेजी जा रही हो सकती हैं। धमकियों के सिलसिलेवार पैटर्न के बावजूद अब तक पुलिस और साइबर सेल ई-मेल भेजने वाले आरोपित का पता लगाने में नाकाम रहे हैं। साइबर अपराध शाखा के अधिकारियों का कहना है कि ई-मेल बार-बार विदेशी सर्वर से भेजे जा रहे हैं, जिससे ट्रैकिंग में मुश्किल आ रही है।
एआई-जनित भ्रामक डिजिटल सामग्री पर गहरी चिंता
उधर महाराष्ट्र सिख सोसाइटी कोऑर्डिनेशन कमेटी के प्रमुख जसपाल सिंह सिद्धू ने इंटरनेट मीडिया पर बढ़ती एआई-जनित भ्रामक डिजिटल सामग्री पर गहरी चिंता और दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस नफरत फैलाने वाले वीडियो को देखकर वे मानसिक रूप से टूट गए। उन्होंने इसे सिख भावनाओं को कुचलने, सिख धर्म का अपमान करने और नफरत फैलाने की शर्मनाक साजिश बताया।
सिद्धू ने जोर देकर कहा कि श्री दरबार साहिब सिर्फ एक इमारत नहीं, बल्कि सिख धर्म का आध्यात्मिक केंद्र और धड़कन है। इसे विनाश की झूठी स्थिति में दिखाना धार्मिक हिंसा से कम नहीं है। वायरल हो रहे एआई-जनित फर्जी वीडियो, जिनमें बालीवुड सेलिब्रिटीज को स्वर्ण मंदिर में लंगर छकते दिखाया गया है, की भी निंदा की। उन्होंने कहा कि इसे "क्रिएटिव सामग्री" बताकर साझा करना सेवा, लंगर की पवित्रता और सिख परंपराओं का सीधा अपमान है।

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