मोहाली में अस्पताल से बाजार तक कुत्तों का खौफ, डॉग बाइलॉज कागजों में दफन; लापरवाह अफसरों पर भड़के लोग
मोहाली में आवारा कुत्तों की समस्या गंभीर होती जा रही है। शहर के कई इलाकों में कुत्तों का आतंक है, खासकर अस्पताल में। डॉग बाइलॉज केवल कागजों तक सीमित है, और अधिकारियों की लापरवाही के कारण स्थिति और भी खराब हो रही है। लोगों में डर का माहौल है।

मोहाली में आवारा कुत्तों की समस्या गंभीर होती जा रही है (फाइल फोटो)
संवाद सहयोगी, मोहाली। मोहाली में आवारा डाग की समस्या बहुत तेजी से बढ़ रही है। शहर के फेजों व सेक्टरों में भारी संख्या में आवारा डाग घूमते रहते है और मौका पाकर लाेगों व बच्चों पर हमला कर देते है।
मोहाली सिविल अस्पताल फेज-6 के जच्चा बच्चा केंद्र व इमरजेंसी में आवारा डाग की भरमार रहती है। यहां पर रात के समय आने वाले लोगों पर ये डाग कई बार हमला कर देते है।
मोहाली के डिप्टी मेयर कुलजीत सिंह बेदी ने कहा कि मोहाली में डॉग बाइलॉज नियम लगा हुआ है लेकिन यह सिर्फ कागजों तक सीमित होकर रह गया है। शहर में डाग की संख्या दिनों-दिन बढ़ रही है। शहर का गांव मौली सेक्टरों से घिरा हुआ है यहां पर डाग की संख्या बहुत ज्यादा है।
शहर में बच्चे और बुजुर्गों पर कई बार डाग ने हमला किया है। डाग बाइलाज को लागू करने के लिए कड़े नियम लगाने चाहिए।
मोहाली के शिरोमणि अकाली दल के प्रधान परविंदर सिंह सोहाना ने कहा कि नगर निगम के अधिकारियों की लापरवाही के चलते शहर में आवारा डाग की समस्या बढ़ी है।
अगर अधिकारियों की ओर से सच्चे मन से इस समस्या का हल निकाला जाना होता तो शहर में कुत्तों की संख्या बढ़ नहीं सकती थी। अधिकारियों की नालायकी चलते ही आवारा कुत्तों की समस्या विकराल हो रही है जिससे यहां के लोग रात के समय घरों से निकलने पर गुरेज करते है।

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