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    पंजाब के इस जिले में चौंकाने वाले आंकड़े! इंटरनेट मीडिया पर दोस्ती और 43 नाबालिग घर से गायब, इस पर पढ़ें विशेषज्ञों की राय

    Updated: Sat, 20 Dec 2025 11:52 AM (IST)

    मोहाली में नाबालिग बच्चियों की गुमशुदगी के मामलों में वृद्धि हुई है, जिसका मुख्य कारण इंटरनेट मीडिया है। इस वर्ष 43 नाबालिग बच्चियां लापता हुई हैं। वि ...और पढ़ें

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    बच्चियों के घर से गायब होने की बात चिंताजनक, जानकार ही बहला-फुसला कर घरों से भगा ले जाते हैं।

    जागरण संवाददाता, मोहाली। जिले में महिलाओं के साथ-साथ छोटी बच्चियों के घर से गायब होने के आंकड़े चौंकाने वाले हैंं। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार 43 बच्चियों के गायब होने के पीछे ज्यादातर में कारण एक ही निकलकर सामने आ रहा है और वह है इंटरनेट मीडिया पर दोस्ती के बाद बच्ची का घर से गायब होना। 

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    विशेषज्ञों का मानना है कि नाबालिग बच्चों के शरीर में हार्मोंस का बदलाव और हर नई चीज जानने की इच्छा भी इस तरह की घटनाओं का कारण होती है।  ऐसे मामलों में बच्चों के साथ-साथ उनके परिवार की भी काउंसलिंग जरूरी होती है। परिवार की जिम्मेदारी है कि वह बच्चों पर पहले से ही नजर रखें। ताकि कोई भी घटना होने से पहले शुरुआत में ही उसे रोका जा सके। 

    इस साल अभी तक 91 लोग लापता

    इस साल अभी तक पुलिस के पास 91 लोगों के लापता होने की सूचना आई है। इनमें 49 महिलाएं हैं और इनमें 43 नाबालिग और छह युवतियां शामिल हैं। इनमें से पुलिस ने दो महिलाओं और 40 को ढूंढ लिया है। इसी प्रकार 21 पुरुष और 15 बच्चे अब तक गायब हुए हैं। जिसमें से पुलिस ने चार पुरुष और नौ बच्चों को ढूंढ निकाला है। हालांकि पिछले वर्षों के मुकाबले इस साल इन मामलों में मामूली कमी आई है, लेकिन अभी भी इनकी संख्या काफी ज्यादा है।

    पिछले 3 सालों में इस प्रकार गुमशुदा हुए लोग

    वर्ष 2023 में 127 लोग गुमशुदा हुए थे, जिनमें से पुलिस ने 29 लोगों को ट्रेस कर लिया था। 2024 में 92 लोगों में से 82 लोग ही ट्रेस हो पाए। जबकि 2025 में अब तक कुल 91 लोग लापता हुए हैं। इनमें 49 महिलाएं हैं और इन 49 महिलाओं में 43 नाबालिग बच्चियां शामिल हैं। इन बच्चियों को उनके जानकार ही बहला-फुसला कर घरों से भगा ले जाते हैं।

    हालांकि इनमें से 40 बच्चियों और दो महिलाओं को पुलिस ने रिकवर भी कर लिया है। उन्हें घर से भगाकर रेप जैसी घिनौनी हरकत को अंजाम देने वाले आरोपित भी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। तीन नाबालिग बच्चियां ऐसी हैं जिनका अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है।

    इंटरनेट मीडिया से हो रहा भटकाव

    अगर विशेषज्ञों की मानें तो पुलिस ने गायब हुई बच्चियों को रिकवर करने के बाद उनकी काउंसलिंग करवाई। इस दौरान ज्यादातर बच्चियों ने यह बताया कि उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर रील देखी। इसमें लड़के-लड़कियां एक-दूसरे के प्यार में अपना सब कुछ छोड़कर कहीं दूर चले गए।

    दूर जाकर उन्होंने अपना एक सुखी परिवार बसा लिया। लेकिन उसके बाद की सच्चाई इंटरनेट मीडिया पर नहीं दिखाई जाती है। इस प्रकार से उन लड़कियों को ले जाकर पहले उनके साथ दुष्कर्म किया गया और बाद में उनके सारे सपने चकनाचूर कर दिए गए।



    ऐसे मामलों में बच्चे और अभिभावक दोनों की ही काउंसलिंग की जाती है। हमारी तरफ से पूरी कोशिश होती है कि अगर कोई बच्चा आउट आफ ट्रैक चला गया है तो बाद में भी उसे वापस घर पर ही भेजा जा सकता है। लेकिन अगर अभिभावक इसके लिए राजी न हों तो बच्चों को सेंटर होम भेजा जाता है।
    -नवप्रीत कौर, डिस्ट्रिक्ट चाइल्ड प्रोटेक्शन ऑफिसर, मोहाली