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    फर्जी इमीग्रेशन कंपनियों का गढ़ बना मोहाली, विदेश से बैठकर ठगी का नेटवर्क चला रहे सरगना

    Updated: Tue, 16 Dec 2025 07:17 PM (IST)

    मोहाली में फर्जी इमीग्रेशन कंपनियों का जाल फैला हुआ है। फेज-11 स्थित न्यू पाथ इमीग्रेशन कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है, जिसमें दो आ ...और पढ़ें

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    पंजाब, हरियाणा सहित अन्य राज्यों के पीड़ितों विदेश भेजने के नाम पर ठगी की शिकायतें दर्ज करवाई हैं। 

    जागरण संवाददाता, मोहाली। मोहाली जिले में फर्जी इमीग्रेशन कंपनियों का जाल लगातार फैलता जा रहा है। विदेश भेजने के नाम पर लोगों से लाखों रुपये की ठगी के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं।

    ऐसा ही एक बड़ा मामला फेज-11 स्थित न्यू पाथ इमीग्रेशन कंपनी से जुड़ा सामने आया है, जिसके खिलाफ 8 दिसंबर को फेज-11 थाना पुलिस ने धोखाधड़ी और इमीग्रेशन एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था।

    पुलिस ने छापेमारी के दौरान कंपनी से नितीन और मोहित नामक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। हालांकि एफआईआर में नामजद रवि, प्रेम सागर और ज्योति अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।

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    कंपनी के खिलाफ सामने आईं 5 शिकायतें

    केस दर्ज होने के बाद पंजाब, हरियाणा सहित अन्य राज्यों के करीब पांच पीड़ितों ने मोहाली पुलिस के ऑनलाइन पोर्टल पर शिकायतें दर्ज करवाई हैं। शिकायतकर्ताओं में जालंधर के लवप्रीत, पटियाला के रजत, हरजीत सहित अन्य शामिल हैं। पीड़ितों ने बताया कि सोशल मीडिया पर विज्ञापन देखकर उन्होंने कंपनी से संपर्क किया था। कंपनी प्रबंधन ने विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे लाखों रुपये वसूल लिए, लेकिन न तो विदेश भेजा गया और न ही रकम लौटाई गई।

    250 से अधिक लोगों से ठगी का शक

    डीएसपी सिटी-2 हरसिमरन सिंह बल्ल की अगुवाई में पुलिस ने कंपनी से महत्वपूर्ण रिकार्ड जब्त किया है। जब्त रजिस्टरों में करीब 250 से अधिक क्लाइंट्स के नाम दर्ज पाए गए हैं, जिनसे विदेश भेजने के नाम पर ठगी किए जाने का संदेह है। पुलिस अब अन्य पीड़ितों की शिकायतों का इंतजार कर रही है, जिसके आधार पर और मामले दर्ज किए जा सकते हैं।

    दुबई में बैठा मुख्य आरोपी, लाइसेंस मानसा निवासी के नाम

    पुलिस जांच में सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपी केवल मोहरे हैं, जबकि कंपनी का मुख्य सरगना और मास्टरमाइंड प्रेम सागर दुबई में बैठकर पूरे नेटवर्क का संचालन कर रहा है। कंपनी का इमीग्रेशन लाइसेंस रवि, निवासी मानसा, के नाम पर अप्लाई किया गया था। यह सवाल भी उठ रहा है कि जब लाइसेंस के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड और पुलिस वेरिफिकेशन जैसे दस्तावेज जिला प्रशासन को दिए जाते हैं, तो फिर मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी अब तक क्यों नहीं हो पाई।

    फर्जी लाइसेंस पर एक दर्जन कंपनियां संचालित

    जांच में यह भी सामने आया है कि न्यू पाथ इमीग्रेशन कंपनी का नेटवर्क काफी बड़ा है। ठगी के सरगना ने अलग-अलग लोगों के नाम पर फर्जी लाइसेंस हासिल कर मोहाली में करीब एक दर्जन इमीग्रेशन कंपनियां खोल रखी हैं। इन कंपनियों के जरिए भोले-भाले लोगों को विदेश भेजने के नाम पर ठगा जा रहा है। फिलहाल पुलिस पूरे नेटवर्क की गहन जांच में जुटी है और ठगी के इस रैकेट को जड़ से खत्म करने की कार्रवाई की जा रही है।