नकली नोट प्रकरण, बड़े क्लब और होटल में बैठ फंसाते थे ग्राहक, हर 15 दिन में बदल देते थे ऑफिस स्टाफ, रईसजादों व नेताओं का जुड़ रहा कनेक्शन
मोहाली में नकली नोटों का कारोबार करने वाले एक गिरोह बड़े क्लबों और होटलों में ग्राहकों को फंसाता था। पुलिस के अनुसार, गिरोह हर 15 दिन में अपने ऑफिस का स्टाफ बदल देता था ताकि किसी को शक न हो। पुलिस मामले की जांच कर रही है और अन्य सदस्यों को पकड़ने की कोशिश कर रही है।

नकली नोट के धंधे में शामिल आरोपितों से पूछताछ जारी।
संवाद सहयोगी, डेराबस्सी। 9 करोड़ रुपये के नकली और असली नोटों के साथ पकड़े गए आरोपिताें से पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि लोगों को ठगने के लिए बड़े-बड़े क्लब और होटलों का सहारा लेते थे। वहीं पर बैठकर डील होती।
काले धंधे का राज खुलने के डर से हर 15 दिन में ऑफिस के स्टाफ को भी बदल देते थे। इस धंधे में रईसजादों और नेताओं का कनेक्शन भी सामने आ रहा है। वहीं, पुलिस अधिकारियों की तरफ भी शक की सूई घूम रही है।
ठगा ने लोगों को झांसा देने के लिए बड़ी-बड़ी गाड़ियां रखी हुई थीं। इनको दिखाकर और मोटे मुनाफे का लालच देकर ये लोगों को फंसाते थे। क्लाउड सेंड नाम से जो आफिस खोला हुआ था, वह भी आरोपितों ने अपने किसी रिश्तेदार के नाम पर किराये पर लिया हुआ था।
ऑफिस के आसपास के लोगों को यह अपने काम के बारे में कोई भनक नहीं लगने देते थे। जब भी कोई इनसे मिलने आता था तो यह उसे किसी दूसरे व्यक्ति से नहीं मिलने देते थे। उनके कारोबार का खुलासा न हो, इसके लिए ये बार-बार अपना ऑफिस स्टाफ भी बदलते रहते थे। पुलिस जांच में सामने आया है कि हर 15 दिन में ये अपने आफिस का स्टाफ बदल देते थे।
पांच अन्य पीड़ित पहुंचे पुलिस के पास
इस मामले का खुलासा होने के बाद अब इन लोगों के चंगुल में फंसे अन्य लोग सामने आ रहे हैं। पुलिस के पास अब तक पांच लोग अपनी शिकायत लेकर पहुंच चुके हैं, जो पहले इनके शिकार हुए थे। पुलिस इन लोगों की शिकायत पर भी पड़ताल कर रही है। जल्द ही आरोपितों के खिलाफ कई अन्य मुकदमे भी दर्ज किए जाएंगे।
हालांकि आरोपितों के वकील एसएस चड्ढा का कहना है कि पुलिस ने आरोपितों को गलत फंसाया है। ये खुद इस कंपनी में इन्वेस्ट करते थे। जबकि कंपनी का असली मालिक कोई और है। पुलिस ने मामले में उसे नामजद नहीं किया है।
यह है मामला
शुक्रवार को पुलिस ने डेराबस्सी इलाके में एक स्कार्पियो गाड़ी से 9.88 करोड़ की नकली नोट बरामद किए थे। इसमें पुलिस ने दो आरोपितों सचिन और गुरदीप को गिरफ्तार किया था। दोनों कुरुक्षेत्र के रहने वाले हैं। मोहाली में ऑफिस खोला हुआ था। ये लोग पुराने नोट बदलवाने का लालच देकर लोगों के साथ ठगी करते थे।
लोगों को दिखाने के लिए ये अपने पास पुराने 2000, 1000 और 500 रुपये के नोट रखते थे। रिजर्व बैंक आफ इंडिया में नोट बदलवाने के लिए अपने किसी व्यक्ति के होने का भी झांसा देते थे। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की थी।

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