मनीमाजरा में 350 करोड़ की 12.48 एकड़ जमीन एमसी ने अवैध कब्जे से छुड़वाई
वर्षो से अवैध कब्जे में चल रही बेशकीमती जमीन को वापस लेने का अभियान नगर निगम चंडीगढ़ ने चला रखा है। ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : वर्षो से अवैध कब्जे में चल रही बेशकीमती जमीन को वापस लेने का अभियान नगर निगम चंडीगढ़ ने चला रखा है। इसी के तहत शुक्रवार को नगर निगम ने मनीमाजरा में लगभग 350 करोड़ रुपये की मार्केट कीमत की 12.48 एकड़ जमीन छुड़वाई। यह जमीन मनीमाजरा थाने के सामने इंद्रा कालोनी ग्रीन बेल्ट से सटे पाकेट नंबर-9 में पड़ती है, जो तीन हिस्सों में है। इसमें एक प्लाट 6.90 एकड़, दूसरा 4.54 एकड़ और तीसरा 1.04 एकड़ भूमि में है। इन तीनों प्लाट को कब्जे में लेकर नगर निगम की टीम ने फेंसिग कर यहां मालिकाना हक बताने वाला बोर्ड लगा दिया है। यह कदम एमसी कमिश्नर आनिदिता मित्रा के आदेश पर उठाया गया है। मित्रा ने बीएंडआर डिविजन के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर और रेवेन्यू रिकार्ड के अधिकारियों को आदेश दिए कि वह सभी गांवों में एमसी की उस जमीन को कब्जे में लें जो अभी अवैध कब्जों में है। इसे वापस लेने के बाद इनकी फेंसिग की जाए और ध्यान रखा जाए की दोबारा यहां अतिक्रमण न हो। एमसी ने जमीन वापस लेने के बाद इस पर अपना बोर्ड भी लगा दिया है। यहां रेजिडेंशियल एरिया या कालेज बनाने का प्रस्ताव
नगर निगम की यह जमीन किशनगढ़ रोड पर पड़ती है और आइटी पार्क के भी काफी नजदीक है। 350 करोड़ की इस जमीन पर लंबे समय से लोगों ने कब्जे कर रखे थे। अब इसे वापस लेने के बाद यहां रेजिडेंशियल एरिया विकसित करने के लिए कोई हाउसिग प्रोजेक्ट या फिर कालेज बनाने का प्रस्ताव है। एमसी कमिश्नर ने दोनों प्रस्ताव पर काम करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं। अगले सप्ताह इन प्रस्ताव पर चर्चा के लिए मीटिग भी बुलाई गई है। मनीमाजरा में अभी कोई कालेज नहीं है, लेकिन यहां इसकी मांग लंबे समय से चल रही है। इसके लिए जमीन भी चिन्हित की गई थी फिर भी कालेज नहीं बना। कमिश्नर ने गांवों में अवैध कब्जे छुड़वाकर वापस ली जमीनों के बेहतर उपयोग के लिए अच्छे प्रस्ताव लाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। गांव चैहर तरफा में 8.73 एकड़ जमीन पर लिया था कब्जा
नगर निगम ने अपने सभी 23 गांवों में अवैध कब्जों वाली जमीन को वापस लेने का अभियान चला रखा है। इससे पहले गांव चैहर तरफा बुडै़ल में 8.73 एकड़ जमीन पर वापस एमसी ने कब्जा लिया था। यह जमीन थ्री-बीआरडी के पास है। इस जमीन पर कब्जा कर कुछ लोग कृषि कर रहे थे। नगर निगम की बैठक में पूर्व सरपंच और पार्षद कुलजीत सिंह ने गांव की सरकारी जमीन पर कब्जे का मामला उठाया था। उन्होंने धनास में कब्जा की हुई जमीन का भी जिक्र किया था। नगर निगम के अनुसार चंडीगढ़ में 100 एकड़ से ज्यादा जमीन ऐसी है, जिन पर अवैध कब्जे हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।