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    पंजाब में फूड प्रोसेसिंग में विदेशी निवेश की बाढ़, किसानों की कमाई बढ़ाने को मान सरकार ने उठाए कई कदम

    Updated: Fri, 10 Oct 2025 03:59 PM (IST)

    पंजाब सरकार कृषि और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में विदेशी निवेश आकर्षित कर रही है, जिसका उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाना और रोजगार पैदा करना है। सरकार ने फाजिल्का, कपूरथला और लुधियाना में मेगा फूड पार्क स्थापित किए हैं, जहां किसान अपनी फसल से मूल्यवर्धित उत्पाद बनाते हैं। छोटे कारोबारियों, युवाओं और महिला समूहों को भी वित्तीय सहायता और प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कोल्ड स्टोरेज और नई तकनीकों को बढ़ावा देने से फसल की बर्बादी कम हुई है और किसानों को बेहतर दाम मिल रहे हैं। इन प्रयासों से पंजाब को खाद्य प्रसंस्करण का बड़ा केंद्र बनाने और किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य है।  

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    पंजाब में फूड प्रोसेसिंग से बढ़ी किसानों की आमदनी

    डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। पंजाब में खेती और खाने-पीने की चीजें बनाने के कारोबार में तेजी से विदेशी कंपनियों का पैसा आ रहा है। पंजाब सरकार ने किसानों की कमाई बढ़ाने और नौजवानों को रोज़गार देने के लिए कई बड़े कदम उठाए है। इन योजनाओं से किसानों की आमदनी बढ़ रही है, फसल की बर्बादी कम हो रही है और गांवों में नए रोजगार के मौके मिल रहे है। पंजाब देश का अनाज का भंडार है और अब यहां खाने की चीज़ें बनाने का काम भी तेज़ी से बढ़ रहा है।

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    मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार ने किसानों की पैदावार का सही दाम दिलाने और खेती को फायदे का धंधा बनाने के लिए कई योजनाएं शुरू की है। सरकार ने फाज़िल्का, कपूरथला और लुधियाना जैसी जगहों पर बड़े-बड़े फूड पार्क बनाए है। इन पार्कों में किसानों की फसल से अचार, जूस, जैम, सब्जियों के पैकेट और दूसरी चीजें बनाई जाती है। इससे किसानों को अपनी फसल का अच्छा दाम मिल रहा है।

    मेगा फूड पार्क योजना में पंजाब देश के टॉप तीन राज्यों में शामिल है। लुधियाना के फूड पार्क में होशियारपुर, अमृतसर, अबोहर और तलवंडी साबो में चार छोटे सेंटर भी बनाए गए है। इन जगहों पर फल, सब्जी और दूध जैसी चीजों को ताज़ा रखने की सुविधा है। किसान अपनी फसल यहां लाते है और कंपनियां इन्हें खरीदकर अलग-अलग चीजें बनाती है।

    पंजाब सरकार छोटे कारोबारियों को 7,373 यूनिट खोलने के लिए मदद दे रही है। इसके लिए 306 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे है। युवाओं, महिलाओं और किसान समूहों को अपना छोटा कारोबार शुरू करने के लिए सरकार पैसा और ट्रेनिंग दे रही है। नए कारोबार शुरू करने के लिए सरकार 35 फीसदी तक की मदद देती है और अनुसूचित जाति के लोगों को 50 फीसदी मदद मिलती है। इससे गांवों में रोज़गार के नए मौके बन रहे है।

    सरकार ने कोल्ड स्टोरेज और गोदाम बनाने पर भी ज़ोर दिया है। अब किसानों की आलू, प्याज़ और दूसरी सब्जियां खराब नहीं होती। पहले किसानों को फसल जल्दी बेचनी पड़ती थी, लेकिन अब वे अपनी फसल कोल्ड स्टोरेज में रखकर अच्छे भाव पर बेच सकते है। इससे बिचौलियों का शोषण कम हुआ है और किसानों को सीधा फायदा मिल रहा है।

    पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने केंद्र सरकार से बठिंडा में एक और मेगा फूड पार्क खोलने की मांग की है । इससे मालवा इलाके के किसानों को बड़ा फायदा होगा। सरकार चाहती है कि हर ज़िले में किसानों के लिए सुविधाएं हो। पंजाब सरकार विदेशी कंपनियों को राज्य में निवेश के लिए खास छूट दे रही है। इससे यहां नए कारखाने खुल रहे है और हजारों लोगों को नौकरी मिल रही है।

    सरकार ने किसानों को नई तकनीक सिखाने के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम भी शुरू किए है। किसान अब जैविक खेती और आधुनिक तरीकों से खेती कर रहे है। स्टार्टअप और युवा उद्यमियों को भी पंजाब सरकार हर तरह की मदद दे रही है। नए आइडिया वाले नौजवानों को लोन और सब्सिडी मिल रही है। पंजाब सरकार ने किसानों की कमाई दोगुनी करने का लक्ष्य रखा है।

    मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि पंजाब को खेती के साथ-साथ खाद्य प्रसंस्करण का बड़ा केंद्र बनाया जाएगा। सरकार का मानना है कि किसानों की फसल से ज़्यादा से ज़्यादा चीज़ें बने तो उनकी आमदनी बढ़ेगी। आने वाले सालों में पंजाब में और भी नए फूड पार्क, कोल्ड चेन और प्रोसेसिंग यूनिट खोली जाएंगी। सरकार की कोशिश है कि हर किसान का परिवार खुशहाल हो और गांवों में विकास हो। पंजाब सरकार के इन प्रयासों से राज्य में खुशहाली और समृद्धि का नया दौर शुरू हो रहा है।