SIT ने किया दावा- राजस्थान की जेल में किया गया था लॉरेंस बिश्नोई का इंटरव्यू; की FIR दर्ज करने की सिफारिश
जेल के अंदर से गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के दो टीवी इंटरव्यू की जांच कर रही विशेष इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) ने इस मामले में एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की है। एसआईटी की जांच में यह सामने आया है कि लारेंस का इंटरव्यू राजस्थान की जेल में लिया गया हो सकता है। एसआईटी ने मामले की जांच को आगे बढ़ाने के लिए मामला दर्ज करने की बात कही है।
राेहित कुमार, चंडीगढ़। जेल के अंदर से गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के दो टीवी इंटरव्यू की जांच कर रही विशेष इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) ने इस मामले में एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की है। एसआईटी की जांच में यह सामने आया है कि लारेंस का इंटरव्यू राजस्थान की जेल में लिया गया हो सकता है। एसआईटी ने मामले की जांच को आगे बढ़ाने के लिए मामला दर्ज करने की बात कही है।
ताकि इस मामले में पूछताछ के लिए दूसरे राज्यों के संदिग्धों को पूछताछ के लिए बुलाया जा सके। बुधवार को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में इस मामले की सुनवाई होनी है। बिश्नोई के दो बैक-टू-बैक इंटरव्यू 14 मार्च और 17 मार्च को आयोजित किए गए थे।
राजस्थान की जेल से इस इंटरव्यू होने की संभावना- SIT
एसआईटी ने कहा कि जिस समय बिश्नोई का इंटरव्यू सामने आया उस समय वह ना तो पंजाब की किसी जेल में था और न ही पंजाब पुलिस की कस्टडी में हुआ है। एडीजीपी जेल की तरफ से दो सदस्य कमेटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि पंजाब की जेल में इंटरव्यू के कोई सबूत नहीं मिले हैं।। कोर्ट को बताया गया कि उसे दौरान वह दिल्ली और राजस्थान की पुलिस का कस्टडी में था। एसआईटी ने बताया की राजस्थान की किसी जेल से इस इंटरव्यू होने की संभावना है।
2014 में पहली बार लारेंस बिश्नोई को गिरफ्तार किया गया था
ध्यान रहे कि साल 2014 में पहली बार लारेंस बिश्नोई को गिरफ्तार किया गया था। मगर, मोहाली के पास से वह फरार होने में सफल रहा था। इसके बाद साल 2016 में लारेंस को गिरफ्तार किया गया। लारेंस पर हत्या, हत्या की कोशिश, हमला, जबरन वसूली और डकैती सहित 50 से अधिक मामले दर्ज है। पहले राजस्थान की जेल में बंद लारेंस को दो साल पहले मकोका मामले में दिल्ली की तिहाड़ जेल में शिफ्ट किया गया। इसके बाद से वो जेल नंबर 8 में बंद था। वहीं, सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद वो दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की रिमांड पर है। जिसके बाद पंजाब पुलिस लारेंस को रिमांड पर ले आई।
सीलबंद लिफाफे में रिपोर्ट पेश की गई
इस के बाद पंजाब के अलग अलग थानों की पुलिस ने लारेंस को रिमांड पर लिया और उसे बठिंडा केंद्रीय जेल भेज दिया गया, जिस समय लारेंस का इंटरव्यू सामने आया वह बठिंडा की केंद्रीय जेल में ही बंद था। लारेंस बिश्नोई राजस्थान की जेल में कब बंद था। बीती 12 दिसंबर को एसआइटी ने पंजाब के मुख्य सचिव को रिपोर्ट सौंपी थी। जिस के बाद 14 दिसंबर को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट मे एक सीलबंद लिफाफे में रिपोर्ट पेश की गई और इसे खोला गया। बाद में फिर से सील किया गया और अदालत में रखा गया। रिपोर्ट की एक कॉपी न्याय मित्र को भी सौंपी गई है।
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