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    मौज-मस्ती और नशे के लिए पैसा, विदेश में सेटल कराने का भरोसा; यही लालच दे लॉरेंस गैंग में युवाओं को भर्ती कर रहा हैरी

    Updated: Thu, 18 Dec 2025 02:11 PM (IST)

    सरकारी नौकरी न मिलने पर गैंगस्टर बना राजस्थान का रहने वाला हैरी बॉक्सर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए युवाओं की भर्ती कर रहा है। वह युवाओं को रईसी और ठाठ- ...और पढ़ें

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    हैरी बॉक्सर को लॉरेंस बिश्नोई का खासमखास माना जाता है।

    लारेंस बिश्नोई गैंग के लिए युवाओं की भर्ती कर रहा है गैंगस्टर हैरी बाक्सर
    - इंद्रप्रीत सिंह उर्फ पैरी और सोनू नौलटा की हत्या में भी लाजिस्टिक सपोर्ट देने वाले युवाओं को भी हैरी बाक्सर ने किया था भर्ती
    - रईसी और ठाठ-बाठ की जिंदगी का लालच दे युवाओं को धकेला जा रहा अपराध की दुनिया में

    आदेश चौधरी, पंचकूला। मौज-मस्ती और नशे के लिए पैसा। पकड़े जाने पर पुलिस से बचाकर विदेश में सेटल कराने का भरोसा। इसी तरीके से गैंगस्टर हैरी बॉक्सर युवाओं को अपराध की दुनिया में धकेल रहा है। युवाओं को अपने चंगुल में फंसाकर लाॅरेंस गैंग में भर्ती करा रहा है। सारा खेल सोशल मीडिया पर ही खेला जा रहा है। हैरी आजकल लॉरेंस बिश्नोई का खासमखास बना हुआ है।

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    हैरी बॉक्सर उन युवाओं को चुनता है, जो आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं और ऐश की जिंदगी जीने की चाह रखते हैं। भर्ती के बाद युवक से कोई बड़ी वारदात करानी होती है तो उसे भरोसा दिलाया जाता है कि पुलिस से उसे बचा लिया जाएगा। वारदात के बाद उसे विदेश में सेटल करा दिया जाएगा, ताकि भारत में पुलिस उसका कुछ न कर सके। युवा इस तरह की बातों में आकर अपराध की दलदल में फंस जाते हैं।

    पैरी और नौलटा की हत्या में शूटरों की मदद करने वाले भी हैरी से जुड़े

    चंडीगढ़ में इंद्रप्रीत सिंह उर्फ पैरी और पंचकूला में सोनू नौलटा की हत्या में लाॅजिस्टिक सपोर्ट देने वाले पंजाब के फरीदकोट निवासी गोपाल और शिवम को भी हैरी बाॅक्सर ने ही भर्ती किया था। दोनों आरोपित हैरी बाॅक्सर से जुड़े हुए थे।

    चंडीगढ़ में इंद्रप्रीत सिंह उर्फ पैरी की हत्या करने वाले पीयूष पिपलानी, अंकुश पिंजौर और उनके दो साथियों को इन दोनों ने ही हथियार, गाड़ी, मोबाइल और सिम कार्ड उपलब्ध कराए थे। इससे पहले सोनू नौलटा की हत्या के बाद पीयूष पिपलानी और अंकुश पिंजौर को छिपने में भी इन्होंने मदद की थी।

    राजस्थान का रहने वाला है हैरी, सरकारी नौकरी न मिलने पर बना गैंगस्टर

    • 36 वर्षीय हैरी बॉक्सर राजस्थान का रहने वाला है और असली ना हरि चंद है। 12वीं तक गांधी स्कूल बानसूर में पढ़ा और उसके बाद बानसूर कॉलेज से बीए की डिग्री हासिल की। जयपुर और अलवर में रहकर कंपीटिशन एग्जाम की तैयारी की।  राजस्थान पुलिस, आर्मी और एसएससी कॉम्पीटिशन एग्जाम क्लियर नहीं कर पाया। जब सरकारी नहीं लगी तो जयपुर में बॉक्सिंग की कोचिंग ली।
    • गांव के लोगों के मुताबिक नौकरी न लग पाने के कारण हैरी ने अपराध का रास्ता चुना। कई मुकदमे दर्ज हुए तो 2022 में फरार हो गया और घर नहीं लौटा। पता चला कि वह नेपाल के रास्ते विदेश भाग गया। इसके बाद दो साल पहले परिवार को पता चला कि हैरी अब बड़ा गैंगस्टर बन गया है। जब उसका नाम लॉरेंस गैंग के साथ जुड़ा तो परिवार वाले डर गए। अब वह खुलकर लॉरेंस के लिए काम कर रहा है।
    • हैरी के गांव के लोगों के मुताबिक उसके पिता गिरधारी के पास करीब 20 बीघा जमीन है। अच्छी खेती होती है। परिवार सामान्य है। हैरी के 2 बच्चे हैं। बेटा नौवीं और बेटी 10वीं क्लास में पढ़ती है। हैरी का एक छोटा भाई भी है, जिसका नाम विक्की है और वह फाइनेंस का काम करता है।

     


    संगठित अपराध के प्रति पुलिस ने जीरो टाॅलरेंस की नीति अपनाई हुई है। पुलिस पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ कर रही है। पूछताछ में अभी और भी नाम सामने आ सकते हैं। इस मामले में पुलिस को जल्द ही बड़ी सफलता मिलने की उम्मीद है।
    -मनप्रीत सिंह सूदन, डीसीपी क्राइम एंड ट्रैफिक