मोहाली कोर्ट का बड़ा फैसला, आर्म्स एक्ट में सबूतों की कमी की वजह से लॉरेंस बिश्नोई समेत चार बरी
मोहाली कोर्ट ने गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई समेत चार आरोपियों को आर्म्स एक्ट मामले में सबूतों की कमी के चलते बरी कर दिया। 2022 में दर्ज इस मामले में सोनू नामक एक आरोपी को दोषी पाया गया जिसे तीन साल की सजा सुनाई गई है। वकील करण सौफत ने बताया कि जांच अधिकारी गवाही पूरी करने में विफल रहे जिससे बिश्नोई और अन्य के खिलाफ आरोप साबित नहीं हो सके।

जागरण संवाददाता, मोहाली। आर्म्स एक्ट से जुड़े एक महत्वपूर्ण मामले में, मोहाली की अदालत ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई समेत चार आरोपितों को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया है। हालांकि, इसी मामले में नामित एक अन्य आरोपित सोनू को अदालत ने दोषी करार देते हुए तीन साल कैद की सजा सुनाई है।
लॉरेंस बिश्नोई के वकील करण सौफत ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि यह मामला साल 2022 में सोहाना थाने में दर्ज किया गया था। इसमें लॉरेंस बिश्नोई के साथ असीम उर्फ हाशिम बाबा, दीपक, विक्रम सिंह उर्फ विक्की और सोनू को आर्म्स एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत नामजद किया गया था।
एडवोकेट करण सौफत ने बताया कि अदालत में लॉरेंस बिश्नोई, असीम, दीपक और विक्की के खिलाफ लगाए गए आरोप साबित नहीं हो सके, जिसके कारण अदालत ने इन चारों आरोपियों को बरी कर दिया। अदालत ने अपने फैसले में कहा कि अभियोजन पक्ष बिना किसी उचित संदेह के सिर्फ आरोपित सोनू का अपराध ही साबित कर पाया।
एडवोकेट सौफत ने बताया कि अदालत ने पाया कि जांच अधिकारी अपनी गवाही पूरी नहीं कर पाए, जिसके चलते लॉरेंस बिश्नोई समेत अन्य आरोपितों के खिलाफ पुख्ता साक्ष्य पेश नहीं हो सके।
इस मामले में, आरोपित सोनू को आर्म्स एक्ट की धारा 25 के तहत दोषी ठहराया गया है। अदालत ने उसे तीन साल की कैद और 500 रुपए का जुर्माना लगाया है। यदि वह जुर्माना नहीं भरता है, तो उसकी सजा की अवधि एक महीने बढ़ा दी जाएगी।
यह मामला 19 नवंबर 2022 का है। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि सोनू (निवासी गांव सोरगढ़ी, जिला मेरठ, यूपी), जो डकैती के कई मामलों में वांछित था, लांडरां की तरफ आ रहा है और उसके पास अवैध हथियार हैं। पुलिस ने सोनू को टीडीआई सिटी के पास से हिरासत में लिया था।
उसकी तलाशी में उसके बैग से चार पिस्तौल (.32 बोर), एक पिस्तौल (.315 बोर), 10 कारतूस (.32 बोर) और 5 कारतूस (.315 बोर) बरामद हुए थे। सोनू के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद उसकी निशानदेही पर ही इस मामले में अन्य आरोपितों के नाम सामने आए थे, जिनमें लॉरेंस बिश्नोई का नाम भी शामिल था।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।