चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ कॉलेजिज में लॉ कॉलेज की शुरुआत, बीए-एलएलबी में 120 और बीकॉम-एलएलबी में 60 सीटें
मोहाली के झंझेड़ी स्थित चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ कॉलेजिज में लॉ कॉलेज की शुरुआत की गई है। इस बारे में संस्थान के चेयरमैन सतनाम सिंह संधू और अध्यक्ष राशपाल सिंह धालीवाल ने बताया कि बीए-एलएलबी में 120 सीटें बीकॉम-एलएलबी में 60 सीटें और एलएलबी मास्टर प्रोग्राम में 60 सीटें उपलब्ध होंगी।
जागरण संवाददाता, मोहाली। चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ कॉलेजिज झंजेड़ी में लॉ कॉलेज की स्थापना की गई है। जो युवाओं के लिए वर्तमान एकेडमिक सेशन 2021-22 से कानून की शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करेगा। संस्थान के चेयरमैन सतनाम सिंह संधू और अध्यक्ष राशपाल सिंह धालीवाल ने ये जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि चंडीगढ़ लॉ कॉलेज बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) द्वारा मान्यता प्राप्त होने के साथ-साथ पंजाबी यूनिवर्सिटी से संबंध है। लॉ की पढ़ाई के इच्छुक विद्यार्थी बीए-एलएलबी और बीकॉम-एलएलबी 5 वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स कर सकते हैं। जबकि ग्रेजुएट छात्रों के लिए 3 वर्षीय एलएलबी पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री कोर्स होगा। संधू ने कहा कि बीए-एलएलबी में 120 सीटें, बीकॉम-एलएलबी में 60 सीटें और एलएलबी मास्टर प्रोग्राम में 60 सीटें उपलब्ध होंगी।
धालीवाल ने कहा कि चंडीगढ़ लॉ कॉलेज में एक इन-हाउस लीगल एड क्लिनिक होगा। जो आसपास के गांवों के लोगों विशेषकर महिलाओं को मुफ्त कानूनी सलाह देगा। महिलाओं को उनके कानूनी अधिकारों के बारे में जागरूक किया जाएगा। कॉलेज आधुनिक विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे से सुस्जित है, जिसमें स्मार्ट क्लास रूम, एक मूट कोर्ट, कंप्यूटर लैब, लैंग्वेज लैब, अल्ट्रा मॉडर्न ऑडिटोरियम और एक शानदार लाइब्रेरी है, जिसमें ई-बुक्स, ई-जर्नल, एआइआर रिपोर्ट, लॉ डिक्शनरी और कई अन्य उपयोगी रिपोर्ट के साथ-साथ प्रसिद्ध लेखकों द्वारा लिखी गई नवीनतम पुस्तकें शामिल हैं। ऑनलाइन लेक्चर के माध्यम से छात्रों को वर्तमान जरूरतों और क्षेत्र की बारीकियों से अवगत कराने के लिए लॉ प्रोफेशनल्स और एक्सपर्ट फैकल्टी होंगे।
सतनाम सिंह संधू ने कहा कि कॉलेज द्वारा करवाए जाने वाले उच्च स्तरीय पाठ्यक्रम से छात्रों में स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर न्यायपालिका के कानूनी ढांचे के विभिन्न पहलुओं की गहन समझ विकसित होगी। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माध्यम से कॉलेज न केवल छात्रों को रोजगार योग्य बनाएगा, बल्कि नैतिक मूल्यों को विकसित कर उन्हें जिम्मेदार नागरिक भी बनाएगा।