50 हजार रुपये नहीं दिए तो किडनैपर मार देंगे, युवक ने रची साजिश, चंडीगढ़ और यूपी पुलिस की चिंता बढ़ी, क्राइम ब्रांच ने खोली पोल
चंडीगढ़ में एक युवक ने 50 हजार रुपये के लिए अपहरण की झूठी साजिश रची, जिससे चंडीगढ़ के साथ-साथ उत्तर प्रदेश पुलिस की चिंता बढ़ गई। युवक फोन पर रो रहा थ ...और पढ़ें

युवक ने खुद की किडनैपिंग का नाटक रचकर परिवार को भयभीत किया।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। आर्थिक तंगी के चलते एक युवक ने खुद की किडनैपिंग का नाटक रचकर परिवार को भयभीत किया। चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश की पुलिस की भी चिंता बढ़ाई। युवक ने अपनी पत्नी को रोते हुए फोन किया और बताया कि उसे अगवा कर लिया गया है और किडनैपर उसे छोड़ने के लिए 50 हजार रुपये की मांग कर रहे हैं। हालांकि, चंडीगढ़ पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कुछ ही घंटों में पूरी साजिश का पर्दाफाश कर दिया।
यूपी के सिद्धार्थनगर जिले के रामनगर निवासी रामवृक्ष यादव ने अपनी पत्नी संतोषी (29) को अपने मोबाइल फोन से कॉल की। फोन पर वह रो रहा था और कह रहा था कि उसे किडनैप कर लिया गया है, उसकी पिटाई हो रही है और उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया है। उसने यह भी धमकी दी कि यदि 50 हजार रुपये नहीं दिए गए तो किडनैपर उसे जान से मार देंगे। इसके बाद फोन बंद हो गया।
परिजनों में मचा हड़कंप, यूपी पुलिस ने चंडीगढ़ से साधा संपर्क
संतोषी ने अपने पति की इस काॅल से घबराकर अपने परिजनों को पूरी बात बताई। इसके बाद रात को ही परिजन नजदीकी थाने पहुंचे। यूपी पुलिस ने मामले की जानकारी चंडीगढ़ पुलिस की क्राइम ब्रांच के साथ साझा की। सूचना मिलते ही क्राइम ब्रांच सक्रिय हो गई और कॉल करने वाले रामवृक्ष की लोकेशन ट्रेस की गई।
जब लोकेशन मिली तो क्राइम ब्रांच ने रामवृक्ष को अपने साथ लेकर पूछताछ की। शुरू में वह पुलिस को गुमराह करता रहा और दावा करता रहा कि उसे किडनैप किया गया था और वह किसी तरह जान बचाकर भाग निकला है। लेकिन जब उससे सख्ती से पूछताछ की गई, तो उसने सच्चाई उगल दी।
पूछताछ में रामवृक्ष ने कबूल किया कि उसे किसी ने किडनैप नहीं किया था। उसने पैसों की जरूरत के चलते खुद ही किडनैपिंग का नाटक रचा था, ताकि पत्नी और परिजनों से 50 हजार रुपये मंगवाए जा सकें। इसके बाद पुलिस ने पूरे मामले की जानकारी उसके परिजनों को दी और उसे उनके हवाले कर दिया।
नौकरी के बहाने आया था चंडीगढ़
संतोषी ने पुलिस को बताया कि उसका पति रामवृक्ष यादव रविवार को नौकरी के लिए चंडीगढ़ गया था और सोमवार को वहां पहुंच गया था। उसने फोन पर बताया था कि उसे किसी दवा कंपनी में नौकरी मिल गई है, लेकिन कंपनी का नाम नहीं बताया।
शाम को अचानक उसके नंबर से आई कॉल ने पूरे परिवार को दहशत में डाल दिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले में किसी आपराधिक गिरोह की संलिप्तता नहीं पाई गई है। यह पूरी तरह से खुद की बनाई गई झूठी कहानी थी।

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