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अगर आपने भी घर पर बंदर या तोता रखा है तो हो जाएं सावधान, Pet रखने पर हो सकती है जेल

अगर आपके घर में भी वाइल्ड एनिमल बंदर तोता नेवला कछुआ मोर बत्तख और सांप इत्यादि पालतू जानवर के रूप तो सावधान हो जाएं। इनको रखना आपराधिक श्रेणी में आता है।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Sun, 30 Aug 2020 12:26 PM (IST)Updated: Sun, 30 Aug 2020 12:30 PM (IST)
अगर आपने भी घर पर बंदर या तोता रखा है तो हो जाएं सावधान, Pet रखने पर हो सकती है जेल
अगर आपने भी घर पर बंदर या तोता रखा है तो हो जाएं सावधान, Pet रखने पर हो सकती है जेल

चंडीगढ़ [बलवान करिवाल]। अगर आपने कोई पक्षी या जंगली जानवर घर में Pet (पालतू पशु) के तौर पर रखा है तो यह आपको सलाखों के पीछे पहुंचाएगा। किसी भी वाइल्ड बर्ड या एनिमल (Wild bird or animal) को घर में Pet के तौर पर रखना गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। फॉरेस्ट एंड वाइल्ड लाइफ डिपार्टमेंट (Forest and Wildlife Department) ने इस संबंध में सख्त दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं। इतना ही नहीं शिकायत के लिए समर्पित नंबर तक जारी किया है। साथ ही जो व्यक्ति किसी वाइल्ड एनिमल को रेस्क्यू के लिए शिकायत करेगा उसकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी। उस व्यक्ति को डिपार्टमेंट सम्मान भी देगा।

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ऐसे पक्षी और जानवर रखना गैरकानूनी

अकसर आपने देखा होगा कि लोग घरों में तोता और बंदर जैसे एनिमल पालने लगे हैं। इतना ही नहीं तोता तो दुकानों पर खुलेआम बिक भी रहा है। शायद उन्हें यह मालूम नहीं है कि तोता वाइल्ड बर्ड की श्रेणी में आता है। इसे घर पर Pet नहीं रखा जा सकता। इतना ही नहीं मंगूज यानी नेवला, कछुआ, मोर, बत्तख और सांप इत्यादि इसी श्रेणी में आते हैं। इन्हें किसी भी तरह से बंदी बनाकर रखना गंभीर अपराधा है। बंदर, सांप के सहारे कई मांगने वाले गलियों में घूमते मिलते हैं। अगर कोई ऐसे मिला तो डिपार्टमेंट की टीम जानवर को रेस्क्यू कर पुलिस से उक्त व्यक्ति को गिरफ्तार कराएगी।

एक्ट के तहत गैरकानूनी

वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन एक्ट-1972 के तहत किसी भी वाइल्ड एनिमल को पेट रखना गैरकानूनी है। वाइल्ड एनिमल के अधिकारों और अपनी ड्यूटी के प्रति जानकारी होना बेहद जरूरी है, इसलिए जागरूक करने के लिए फॉरेस्ट एंड वाइल्डलाइफ डिपार्टमेंट एक कैंपेन स्टॉप बींग वाइल्ड विद द वाइल्ड भी शुरू किया है। जिसमें लोगों को एनिमल्स के अधिकारी और इनके प्रति उनके कर्तव्यों की जानकारी दी जाएगी। सोशल मीडिया से लेकर अन्य प्लेटफार्म पर डिपार्टमेंट के अधिकारी इसकी जानकारी लोगों तक पहुंचा रहे हैं।

पिछले सप्ताह पकड़ा था टैटू आर्टिस्ट

सेक्टर-35 में दो टैटू आर्टिस्ट से वाइल्ड लाइफ डिपार्टमेंट की टीम बंदर के बच्चे को पिछले सप्ताह रेस्क्यू कराया था। बकायदा पुलिस से इन्हें गिरफ्तार करा कोर्ट में पेश किया गया। यह दोनों बंदर के बच्चे को घर में कैद रख रहे थे। उसको साथ लेकर बहुत सी वीडियो बनाकर इंस्टाग्राम पर अपलोड कर रहे थे। इसके सहारे इंस्टाग्राम पर फोलोअवर्स भी काफी बना चुके थे। डिपार्टमेंट की टीम ने सूचना मिलने पर बंदर के बच्चे को रेस्क्यू कराया।

रेस्क्यू के लिए यहां करें शिकायत

अगर आप वाइल्ड एनिमल को रेस्क्यू करना चाहते हैं या किसी ने इन्हें बंदी बना रखा है तो इसकी शिकायत फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को तुरंत 0172-2700217 पर कर सकते हैं। जो जानकारी देगा उसकी जानकारी गोपनीय रखी जाएगी। डिपार्टमेंट उन्हें इसके लिए सम्मान भी देगा। इसके अलावा डिपार्टमेंट को forestchandigarh@gmail.com ई-मेल पर भी शिकायत कर सकते हैं।

चंडीगढ़ के डिप्टी कंजर्वेटर ऑफ फॉरेस्ट डॉ. अब्दुल क्यूम का कहना है कि वाइल्ड एनिमल बर्ड को घर में Pet रखना गंभीर अपराध है। ऐसा करने पर सख्त कार्रवाई होगी। कुछ लोगों को इसकी जानकारी नहीं है तो कुछ जानने के बाद भी ऐसा कर रहे हैं। इसके लिए डिपार्टमेंट ने स्टॉप बींग वाइल्ड विद द वाइल्ड कैंपेन भी चलाया है। कहीं आस-पास किसी ने ऐसे एनिमल को बंदी बना रखा है तो जानकारी डिपार्टमेंट की दें। पहचान गुप्त रखी जाएगी साथ ही तुरंत एनिमल को रेस्क्यू किया जाएगा।


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