Jaspal Bhatti Death Anniversary: कॉमेडी और फिल्म जगत में बनाई अलग पहचान, दूरदर्शन के इन शो से फेमस हुए थे जसपाल भट्टी
कॉमेडी की दुनिया में जसपाल भट्टी का सफर चंडीगढ़ से ही शुरू हुआ था। उनके फैन न केवल भारत में रहे बल्कि विदेश में भी उनका अलग जलवा रहा है। उन्होंने अपने जीवन के 57 में वर्षों में थिएटर में भी काम किया और फिल्म में भी काम किया था। आज उनकी मृत्यु को 11 साल बीत चुके हैं। उनके चाहने वाले उनको हर साल श्रद्धांजलि देते हैं।
जागरण डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। Jaspal Bhatti Death Anniversary: अपनी कॉमेडी के माध्यम से सभी के दिलों पर राज करने वाले मशहूर कॉमेडियन जसपाल भट्टी की आज पुण्यतिथि है। जसपाल भट्टी ने अपनी कॉमेडी के जरिये लोगों के जीवन में खुशियां भर दी थी। आज भी लोग जब उन्हें याद करते हैं तो खुश दिली से ही याद करते हैं। जसपाल भट्टी कॉमेडी जगत में आज के समय के कॉमेडियन्स के लिए मिसाल कायम कर के गए हैं।
11 साल पहले हुई थी मृत्यु
कॉमेडी की दुनिया में जसपाल भट्टी का सफर चंडीगढ़ से ही शुरू हुआ था। उनके फैन न केवल भारत में रहे बल्कि विदेशों में भी उनका अलग जलवा रहा है। उन्होंने अपने जीवन के 57 में वर्षों में थिएटर में भी काम किया और फिल्म में भी काम किया था। आज उनकी मृत्यु को 11 साल बीत चुके हैं। उनके चाहने वाले उनको हर साल श्रद्धांजलि देते हैं।
इन शो से हुए फेमस
आजकल तो तमाम प्राइवेट चैनलों ने टीवी पर अपना कब्जा कर रखा है, इसलिए आज के समय में दूरदर्शन देखना ज्यादा लोग पसंद नहीं करते हैं। एक समय था जब लोगों के लिए इस सरकारी चैनल के अलावा और कोई ऑप्शन नहीं हुआ करता था, लेकिन इसी दूरदर्शन पर आने वाले कॉमेडी शो फ्लॉप शो, फूल टेंशन, उल्टा-पुल्टा ने जसपाल भट्टी को देश का टॉप कॉमेडियन बनाया। 80 से लेकर 90 के दशक में भट्टी को कॉमेडी का सरताज कहा जाने लगा और यहीं से उनके कॉमेडी किंग बनने की भी शुरुआत हुई। व्यंग्य का राजा कहे जाने वाले जसपाल भट्टी ने मुंबई में अपनी कॉमेडी के दम पर कई फिल्मों को हिट करवाया।
भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद
राजधानी चंडीगढ़ में भी उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई थी। परिवारवाद, भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर उन्होंने लोगों के साथ मिलकर आवाज उठाई। इन मुद्दों को उन्होंने अपनी कला के जरिए लोगों के सामने प्रदर्शित किया। उनकी मृत्यु के बाद उन्हें भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था।
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