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    प्लास्टिक वेस्ट खत्म करने के लिए नगर निगम की पहल

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 25 Jan 2022 06:12 PM (IST)

    मिशन स्वच्छ चंडीगढ़ के तहत नगर निगम की ओर से बर्तन भंडार नाम से एक प्रोजेक्ट शुरु किया गया है। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य थर्माकोल और प्लास्टिक के बर्तन का प्रयोग कम करके चंडीगढ़ को प्लास्टिक मुक्त और स्वच्छ बनाना है। बर्तन भंडार में लोगों को स्टील और कांच के बर्तन सस्ती दरों पर मुहैया करवाए जाएंगे।

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    प्लास्टिक वेस्ट खत्म करने के लिए नगर निगम की पहल

    वैभव शर्मा, चंडीगढ़

    मिशन स्वच्छ चंडीगढ़ के तहत नगर निगम की ओर से बर्तन भंडार नाम से एक प्रोजेक्ट शुरु किया गया है। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य थर्माकोल और प्लास्टिक के बर्तन का प्रयोग कम करके चंडीगढ़ को प्लास्टिक मुक्त और स्वच्छ बनाना है। बर्तन भंडार में लोगों को स्टील और कांच के बर्तन सस्ती दरों पर मुहैया करवाए जाएंगे। प्रोजेक्ट को भविष्य तक चलाने और मजबूत बनाने के लिए इसके किराए पर अभी फैसला होना बाकी है। लेकिन और जगहों के मुकाबले लोगों को यह बर्तन सस्ती दरों पर ही मिलेंगे। निगम की ओर से महिला स्वंय सहायता समूह को इस प्रोजेक्ट के साथ दो लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी गई है।

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    महिला स्वंय सहायता समूह इस ग्रांट से स्टील और कांच के बर्तन खरीद कर लोगों को किराए पर देंगे। जबकि गाइडलाइंस उन्हें निगम और प्रोजेक्ट को देख रहे अधिकारी जारी करेंगे। इन बर्तनों को बुक करने के लिए एक नंबर 9646050752 पर कॉल कर सकते हैं। कोई भी व्यक्ति कर सकता है बुक

    मध्यवर्गीय परिवार विवाह पार्टियों में थर्माकोल और प्लास्टिक के बर्तनों का प्रयोग ज्यादा कर रहे है। इसे रोकने के लिए बर्तन भंडार को शुरू किया गया है। रिड्यूज, री-साइकल और री-यूज इन तीन पैमानों पर प्रोजेक्ट को चलाया जाएगा। बर्तन भंडार के साथ ही जीरो वेस्ट समारोह की पहल भी शुरु हो चुकी। इसके अलावा इन बर्तनों को कोई भी व्यक्ति बुक करवा कर प्रयोग सकता है। प्रयोग के बाद उन्हें यह बर्तन वापस करने होंगे और इन बर्तनों को धो कर फिर से प्रयोग किया जाएगा। स्वच्छता मिशन के साथ महिलाओं को बनाया जा रहा आत्मनिर्भर

    निगम के इस प्रोजेक्ट के साथ दो फायदे होंगे। पहला तो इससे प्लास्टिक और थर्माकोल का प्रयोग कम होगा और दूसरा महिलाओं को आत्मनिर्भर बना जा रहा है। महिलाओं को यह प्रोजेक्ट देकर उन्हें रोजगार का एक प्लेटफार्म दिया गया है, जहां से यह महिलाएं आगे बढ़ेंगी। इसकी पहल शहर की कॉलोनियों से की जा रही है जहां पर ज्यादा प्लास्टिक और थर्माकोल का प्रयोग हो रहा है। महिलाओं को समूह को इससे रोजगार के साथ आगे बढ़ाने के लिए भी योगदान दिया जा रहा है। 11 महिलाओं का समूह कर रहा काम

    महिला स्वंय सहायता समूह में कुल 11 महिलाएं इस प्रोजेक्ट के तहत काम करेगी। स्टील और कांच के सामान रखने के लिए सेक्टर-25 में स्टोर बनाया गया है, जहां से ही यह बर्तन लोगों तक पहुंचाए जाएंगे। यह प्रोजेक्ट जैसे जैसे आगे बढ़ेगा, उसके बाद इन महिलाओं को गैस की भट्टी से लेकर खाना बनाने वाले बड़े बर्तन भी मुहैया करवाएं जाएंगे।