सेना की वर्दी पहनकर देश से गद्दारी... ISI एजेंट निकला जवान, पुलिस ने 6 दिन के रिमांड पर लिया
मोहाली एसएसओसी टीम ने जासूसी के आरोप में एक और सैनिक दविंदर सिंह को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी गुरप्रीत सिंह उर्फ फौजी से पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के आधार पर हुई। दविंदर पर आरोप है कि उसने सेना से जुड़े गोपनीय दस्तावेज गुरप्रीत को दिए जिसने बाद में ISI को लीक किया।

जागरण संवाददाता, मोहाली। जासूसी गतिविधियों में शामिल और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को गोपनीय सैन्य जानकारी लीक करने के आरोप में पूर्व सैनिक गुरप्रीत सिंह उर्फ गुरी उर्फ फौजी की गिरफ्तारी के बाद अब स्पेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (एसएसओसी) मोहाली की टीम ने फौजी के एक और साथी भारतीय सेना के जवान, देविंदर सिंह निवासी गांव निहालगढ़ जिला संगरूर को को उरी जिला बारामूला, जम्मू और कश्मीर से गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार एसएसओसी द्वारा पहले गिरफ्तार किए गए गुरप्रीत सिंह उर्फ फौजी से पूछताछ के दौरान हुए खुलासे के आधार पर आरोपित दविंदर को गिरफ्तार किया गया है। गुरप्रीत से की गई पूछताछ में यह सामने आया था कि गुरप्रीत जब फिरोजपुर जेल में था, उस समय दविंदर सिंह ने उसकी मदद की थी।
दविंदर ने भारतीय सेना से संबंधित संवेदनशील जानकारी वाले गोपनीय दस्तावेज हासिल कर गुरप्रीत को मुहैया करवाए थे। दविंदर को मोहाली कोर्ट में पेश कर 6 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
गुरप्रीत ने ISI को लीक किया था गोपनीय दस्तावेज
एसएसओसी के अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार दविंदर से प्रारंभिक पूछताछ के दौरान पता चला है कि दविंदर और गुरप्रीत दोनों वर्ष 2017 में एक-दूसरे के संपर्क में आए थे, जब दोनों पुणे स्थित सेना के ट्रैनिंग कैंप में थे।
उन्होंने सिक्किम और जम्मू-कश्मीर में अपनी सेवा के दौरान विभिन्न सैन्य कार्यों में एक साथ काम किया है। सेवा के दौरान दोनों को सेना की गोपनीय सामग्री वाले दस्तावेज मिले, जिन्हें गुरप्रीत सिंह ने पाकिस्तान की आईएसआई को लीक कर दिया।
गुरप्रीत की जेल में हुई थी आईएसआई हैंडलर्स से मुलाकात
जांच में सामने आया था कि आरोपित गुरप्रीत को कुछ समय पहले नाकोटिक कंट्रोल ब्यूरों अमृतसर द्वारा एक किलो हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद से वह फिरोजपुर जेल में बंद था।
जेल में उसकी मुलाकात पाकिस्तान में बैठे आईएसआई हैंडलर्स के लिए काम करने वाले गुर्गे के साथ हुई थी। वहां से वह आईएसआई के संपर्क में आया और उसने देश की खुफिया जानकारी सहरद पार पहुंचाना शुरू किया।
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