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    IPS Puran Suicide Case: न्याय संघर्ष मोर्चा का बड़ा एलान, कल पंजाब राजभवन का करेंगे घेराव; रोकने की तैयारी में पुलिस 

    Updated: Tue, 14 Oct 2025 10:42 PM (IST)

    हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या के मामले में, वाई पूरन कुमार न्याय संघर्ष मोर्चा ने राजभवन तक कूच करने का ऐलान किया है। अनुसूचित जाति समुदाय के समर्थन के साथ, वे मटका चौक से शांतिपूर्वक मार्च करेंगे। उनकी मांग है कि डीजीपी शत्रुजीत कपूर को गिरफ्तार किया जाए और मामले की निष्पक्ष जांच हो, क्योंकि उनकी आत्महत्या के बाद जातीय भेदभाव के आरोप लगे थे।

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    आज पंजाब राजभवन का करेंगे घेराव।

    जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। हरियाणा के वरिष्ठ आइपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या के मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन ने अब नया मोड़ ले लिया है। वाई पूरन कुमार न्याय संघर्ष मोर्चा ने सोमवार को ऐलान किया है कि मंगलवार दोपहर तीन बजे मटका चौक से पंजाब राजभवन तक कूच किया जाएगा और वहां घेराव किया जाएगा।

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    संघर्ष मोर्चे के साथ अनुसूचित जाति समुदाय के कई संगठन भी साथ होंगे। सभी लोग मटका चौक के पास इकठ्ठा होंगे और वहां से शांतिपूर्वक मार्च निकाला जाएगा। मोर्चे के कानूनी सेल के उपाध्यक्ष एडवोकेट रवि गौतम ने बताया कि सोमवार को अल्टीमेटम के 48 घंटे पूरे होने के बाद यह निर्णय लिया गया है। इस बारे में परिवार से भी सहमति की गई है।

    मोर्चा के नेताओं ने बताया कि रविवार को सेक्टर 20 के गुरु रविदास मंदिर में महापंचायत बुलाई गई थी। उस दौरान प्रशासन को इस मामले में कार्रवाई के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया था, लेकिन अब तक प्रशासन और हरियाणा सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

    इस मामले में मुख्य आरोपित डीजीपी हरियाणा शत्रुजीत कपूर को केवल छुट्टी पर भेज कर औपचारिकता की गई है जबकि उनकी तुरंत गिरफ्तारी होनी चाहिए थी। इसलिए यह फैसला लिया गया है कि अब शांतिपूर्ण ढंग से राजभवन तक पैदल मार्च किया जाएगा ताकि इस मामले में उच्चस्तरीय जांच और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग को दोहराया जा सके।

    मोर्चा के सदस्य समदर्श वैद जोसफ ने कहा कि यह आंदोलन अब सिर्फ एक परिवार का नहीं, बल्कि अन्याय के खिलाफ एक आवाज बन चुका है। उन्होंने कहा, “हमारी मांग है कि वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या को लेकर दर्ज शिकायतों की निष्पक्ष जांच की जाए और जिन अधिकारियों पर उत्पीड़न के आरोप हैं, उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए।”

    गौरतलब है कि वाई. पूरन कुमार हरियाणा कैडर के आइपीएस अधिकारी थे, जिनकी संदिग्ध मौत के बाद जातीय भेदभाव और मानसिक उत्पीड़न के गंभीर आरोप सामने आए थे। उन्होंने सेक्टर 11 में अपने घर पर खुद को गोली मार ली थी। मरने से पहले उन्होंने आठ पन्नों का एक फाइनल नोट लिखा था जिसके आधार पर चंडीगढ़ पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने और एससी एसटी एक्ट के तहत एफआइआर दर्ज कर ली थी, हालांकि इसमें किसी आरोपित का नाम नहीं था।

    पुलिस ने बढ़ाए सुरक्षा के इंतजाम

    पुलिस ने भी स्थिति को देखते हुए मटका चौक और राजभवन के आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा है और ट्रैफिक डायवर्जन की भी संभावना जताई जा रही है।