मोहाली में 300 करोड़ का निवेश करेगी इन्फोसिस, पंजाब बनेगा तकनीकी विकास का नया केंद्र
मान सरकार ने पंजाब में विकास की दिशा में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इन्फोसिस लिमिटेड मोहाली में 300 करोड़ रुपये का निवेश करेगी जिससे 2500 प्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे। कैबिनेट मंत्री श्री संजीव अरोड़ा ने बताया कि कंपनी 300000 वर्ग फुट क्षेत्र में अत्याधुनिक कार्यालय का विस्तार करेगी। यह निर्माण पर्यावरण-अनुकूल होगा। इस परियोजना से मोहाली उत्तर भारत के लिए आईटी और सेवा क्षेत्र का केंद्र बनेगा।

डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। पंजाब के विकास की दिशा में मान सरकार ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। मुख्यमंत्री श्री भगवंत सिंह मान की दूरदर्शी सोच और निवेश-अनुकूल नीतियों का ही परिणाम है कि अब बहुराष्ट्रीय आईटी कंपनी इन्फोसिस लिमिटेड ने मोहाली में अपने कारोबार का विस्तार करने का निर्णय लिया है। कंपनी यहां लगभग 300 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इस निवेश से न केवल पंजाब की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी बल्कि युवाओं को रोजगार के नये अवसर भी प्राप्त होंगे। अनुमान है कि इस परियोजना से 2,500 प्रत्यक्ष रोजगार और 210 अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे। यह कदम पंजाब को उद्योग और तकनीकी क्षेत्र में देशभर में अग्रणी स्थान दिलाने की दिशा में बेहद महत्वपूर्ण है।
कैबिनेट मंत्री श्री संजीव अरोड़ा ने इस उपलब्धि की जानकारी देते हुए कहा कि इन्फोसिस लिमिटेड वर्ष 2017 से मोहाली में कार्यरत है और फिलहाल लगभग 900 कर्मचारी यहां अपनी सेवाएँ दे रहे हैं। कंपनी अब अपने कारोबार का दायरा बढ़ाते हुए स्थानीय युवाओं और पेशेवरों को और अधिक अवसर प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि यह निवेश पंजाब सरकार की उस प्रतिबद्धता का प्रमाण है, जिसके तहत राज्य को उद्योगों के लिए एक आकर्षक गंतव्य के रूप में विकसित किया जा रहा है। स्थानीय प्रतिभाओं को प्राथमिकता देने से न केवल रोजगार बढ़ेगा बल्कि सतत और संतुलित विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने बताया कि परियोजना के पहले चरण में इन्फोसिस लगभग 3,00,000 वर्ग फुट निर्माण क्षेत्र में अत्याधुनिक कार्यालय और सहायक भवनों का विस्तार करेगी। इस निर्माण की सबसे खास बात यह होगी कि यह पूरी तरह पर्यावरण-अनुकूल होगा और इसे लीड प्लेटिनम प्रमाणपत्र मिलेगा, जो ग्रीन बिल्डिंग के लिए सर्वोच्च मानक है। इस चरण का निर्माण कार्य आगामी 5 नवम्बर को गुरुपुरब के शुभ अवसर पर शुरू किया जाएगा। अनुमान है कि सभी नियामक अनुमतियाँ मिलने के बाद तीन वर्षों में यह चरण पूरा हो जाएगा। यह केवल भवन निर्माण नहीं बल्कि पंजाब में हरित विकास और आधुनिक तकनीकी बुनियादी ढांचे की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम होगा।
इसके बाद दूसरे चरण में कंपनी लगभग 4,80,000 वर्ग फुट क्षेत्र में और विस्तार करेगी। इस चरण की अनुमानित समय सीमा पाँच वर्ष है। यह कार्य पहले चरण की सफलतापूर्वक पूर्णता और सभी आवश्यक कानूनी एवं नियामक मंजूरियों के बाद ही शुरू होगा। इससे यह सुनिश्चित होगा कि विकास योजनाएँ क्रमबद्ध, पारदर्शी और दीर्घकालिक लाभकारी हों। इस दो-चरणीय परियोजना के पूरा होने के बाद मोहाली न केवल पंजाब बल्कि पूरे उत्तर भारत के लिए आईटी और सेवा क्षेत्र का नया केंद्र बनकर उभरेगा।
इन्फोसिस लिमिटेड ने इस ऐतिहासिक परियोजना को पंजाब में लाने के लिए राज्य सरकार, इन्वेस्ट पंजाब और जीएमएडीए के सहयोग की सराहना की है। कंपनी ने विश्वास जताया कि पंजाब सरकार के सहयोग से प्रस्तावित विकास कार्य समय पर पूरे किए जाएंगे। साथ ही, इस परियोजना के जरिए राज्य के युवाओं को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के अवसर मिलेंगे। यह पंजाब को तकनीकी और औद्योगिक दृष्टि से और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस अवसर पर इन्वेस्ट पंजाब के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अमित ढाका (आई.ए.एस.), पंजाब विकास परिषद की उपाध्यक्ष श्रीमती सीमा बांसल, इन्फोसिस के रीजनल हेड (इन्फ्रास्ट्रक्चर) श्री अमोल रमेश कुलकर्णी और ब्रांच डेवलपमेंट सेंटर के हेड डॉ. समीर गोयल उपस्थित रहे। यह उपस्थिति इस बात का प्रतीक है कि पंजाब सरकार उद्योगों और निवेशकों के साथ साझेदारी को प्राथमिकता दे रही है। यह केवल निवेश का ऐलान नहीं बल्कि पंजाब को आत्मनिर्भर, प्रगतिशील और युवाओं के लिए अवसरों से भरा प्रदेश बनाने का ठोस प्रमाण है। मान सरकार का यह कदम पंजाब को ‘रंगला पंजाब’ बनाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
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