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    चंडीगढ़ में फिर इंसानियत शर्मसार, झाड़ियों में मिली 2 महीने की बच्ची; जानवरों ने नोचा चेहरा

    Updated: Wed, 10 Sep 2025 01:56 PM (IST)

    चंडीगढ़ में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। सेक्टर-8/9 लाइट प्वाइंट के पास झाड़ियों में दो महीने की बच्ची मिली जिसे किसी जानवर ने नोच दिया था। सफाई कर्मचारी ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। विशेषज्ञों के अनुसार अवांछित गर्भ और आर्थिक मजबूरी जैसे कारणों से लोग बच्चियों को त्याग देते हैं।

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    झाड़ियों में तोलिये में लिपटा मिला बच्ची का शव

    जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। शहर में एक बार फिर इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। मंगलवार सुबह सेक्टर- 8/9 लाइट प्वाइंट के पास झाड़ियों में एक दो महीने की बच्ची तोलिए में लिपटी हुई मिली। जब सफाई कर्मचारी ने उसे देखा और पुलिस को सूचना दी, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। किसी जानवर ने मासूम का चेहरा बुरी तरह नोच दिया था। यह दृश्य इतना भयावह था कि वहां मौजूद लोगों की आंखों में आंसू आ गए।

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    जानकारी के अनुसार, सुबह करीब 11 बजे सफाई कर रहे कर्मचारी ने सेक्टर- 8/9 टैक्सी स्टैंड के पास कच्चे रास्ते की घास में बच्ची को पड़े हुए देखा । बच्ची का शरीर तोलिए से ढका हुआ था। जैसे ही पुलिस ने कपड़ा हटाया, सभी के होश उड़ गए। मासूम का चेहरा जानवरों द्वारा बुरी तरह नोचा जा चुका था।

    सेक्टर-3 थाना पुलिस ने तुरंत डाक्टरों की टीम को मौके पर बुलाया। टीम ने जांच के बाद बच्ची को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि यह पता चल सके कि बच्ची को वहां किसने छोड़ा।

    अवांछित गर्भ और आर्थिक मजबूरी भी कारण

    विशेषज्ञों का कहना है कि अवांछित गर्भ और आर्थिक मजबूरी के कारण कई बार लोग बच्चियों को त्याग देते हैं । लेकिन यह अपराध है और मानवता के खिलाफ भी। सरकार ने ऐसे मामलों के लिए क्रेडल और गोद लेने की वैधानिक प्रक्रिया शुरू की है। मगर जागरूकता की कमी और मानसिकता की संकीर्णता अब भी इस तरह की घटनाओं को जन्म दे रही है।

    पोस्टमार्टम से खुलेगा राज

    फिलहाल शव को सेक्टर - 16 अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि बच्ची पहले से मृत थी और उसके बाद जानवरों ने हमला किया या फिर उसे जिंदा छोड़ दिया गया था।

    लोगों का कहना है कि जिस मां ने नौ महीने तक बच्ची को कोख में रखा, उसी ने उसे जन्म देने के महज दो महीने बाद मौत के मुंह में धकेल दिया । यह सिर्फ एक बच्ची की मौत नहीं, बल्कि ममता और इंसानियत पर करारा प्रहार है।